टिकरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत, अब तक 56 किसानों की गई जान

टिकरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत, अब तक 56 किसानों की गई जान

नई दिल्ली: कृषि कानून पर आज उच्चतम न्यायालय का फैसला आने वाला है। लेकिन इसी बीच बहादुरगढ़ के टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल एक और किसान की मौत हो गई। किसान की पहचान पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब के लुडेवाला गांव के रहने वाले 60 वर्षीय किसान जगदीश सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई।

जगदीश सिंह बहादुरगढ़ बाईपास पर गांव वालों के साथ ट्रॉली में रह रहे थे। उन्हें सोमवार को अहले सुबह करीब साढ़े 3 बजे दिक्कत महसूस हुई। उसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक किसान के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल भिजवा दिया है। देखा जाए तो किसान आंदोलन में शामिल अब तक 56 किसानों की मौत हो चुकी है। जबकि अकेले टिकरी बॉर्डर पर अब तक 15 किसानों की मौत हुई है।

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उल्लेखनीय है कि बीते 3 जनवरी को टिकरी बॉर्डर पर एक ही दिन के अंदर दो किसानों की मौत हो गई थी। बता दें कि अलके टीकरी बार्डर पर अब तक 16 किसानों की मौत हो चुकी है-

28 नवंबर: बहादुरगढ़ बाईपास पर पंजाब के जिला बरनाला के गांव धनवाला मंडी निवासी ट्रैक्टर मैकेनिक जनकराज की कार में आग लगने से मौत हो गई।
29 नवंबर: पंजाब के जिला लुधियाना के गांव खटरा भगवानपुरा के किसान गज्जन सिंह की हार्ट अटैक से मौत हुई।
01 दिसंबर: दिसंबर की एक तारीख की रात में पंजाब के मानसा जिला के बचुआना गांव निवासी गुजरंट सिंह की अचानक पेट व छाती में दर्द हुआ और उशके बाद उनकी मौत हो गई।
03 दिसंबर: तलवंडी जिला बठिंडा निवासी लखबीर सिंह की हृदयाघात से जान गई।
08 दिसंबर: पंजाब के जिला मोगा के निहाल सिंह वाला क्षेत्र के किसान मेवा सिंह की सड़क हादसे में मौत हुई।
10 दिसंबर: पंजाब के जिला संगरूर के कस्बा धुरी निवासी किसान कृष्ण लाल की हार्ट अटैक से जान गई।
17 दिसंबर: पंजाब के जिला बठिंडा के गांव टुंगावाली के किसान जय सिंह की हार्ट अटैक मृत्यु हो गई।
06 दिसंबर: टीकरी बार्डर पर बीमार हरियाणा के जींद के किसान देवेंद्र सिंह की पीजीआई रोहतक में मौत हो गई।
26 दिसंबर: पंजाब के जिला गुरदासपुर के निवासी अमरीक सिंह का हार्ट अटैक से निधन हुआ।
27 दिसंबर: पंजाब के जिला फाजिल्का की जलालाबाद बार एसोसिएशन के सदस्य वकील अमरजीत सिंह ने जहर खाकर की आत्महत्या कर ली।
30 दिसंबर: पंजाब के मानसा जिले के गांव बाघड़ा के रहने वाले जगशेर की सड़क हादसे में मौत हुई।
31 दिसंबर: कैथल जिले के गांव भाणा के किसान राम कुमार की दिमाग की नस फटने से मौत हो गई।
03 जनवरी: जींद जिले के गांव ईटल कलां के जगबीर की हार्ट अटैक से मौत हो हुई।
03 जनवरी: पंजाब के बठिंडा जिले के गांव चौके के युवक जश्नप्रीत की मौत हो गई।
11 जनवरी: पंजाब के जिला मुक्तसर के गांव लूडेवाला निवासी जगदीश की हार्ट अटैक से मौत हो गई।

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सिंघु बॉर्डर, कुंडली और टिकरी बॉर्डर पर किसानों के धरना का आज 47वां दिन है। फिलहाल सबकी नजरें आने वाले सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई पर टिकी हुई है। आज इस पर कोर्ट का फैसला आने वाला है। आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। फिलहाल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गणतंत्र दिवस परेड में ट्रैक्टर लेकर शामिल होने की तैयारी की जा रही है।

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन पर सुनवाई करते हुए सख्ती दिखलाई थी। कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि अगर आप तीनों कृषि कानून पर रोक नहीं लगाएंगे तो हम लगा देंगे। कोर्ट ने इसके साथ ही किसानों से पूछा था कि क्या वे हमारी बनाई हुई कमेटी के पास जाएंगे। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और किसानों से कुछ नाम देने को कहा। ताकि उन्हें कमेटी में शामिल किया जा सके। कोर्ट ने कहा कि लोगों का हित हमारे लिए जरूरी है, अब कमेटी ही बताएगी कि कानून लोगों के हित में है या नहीं।

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