अमेरिकी फुटबॉलर जुजू स्मिथ ने किसानों की चिकित्सा सहायता के लिए दिया 10000 डॉलर

अमेरिकी फुटबॉलर जुजू स्मिथ ने किसानों की चिकित्सा सहायता के लिए दिया 10000 डॉलर

इंटरनेशनल सेलेब्रिटी लगातार किसान आंदोलन को लेकर अपनी राय रख रहे हैं। और अब अमेरिकी फुटबॉलर जुजू स्मिथ भी किसानों के समर्थन में खड़े हो गए हैं। उन्होंने किसानों की चिकित्सा सहायता के लिए 10000 डॉलर दिए हैं। इस बात की जानकारी जुजू स्मिथ ने खुद ट्वीट कर दी है।

स्मिथ ने लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैंने 10 हजार डॉलर रुपए दान किए हैं ताकी भारत में आंदोलन कर रहे किसानों को मेडिकल सुविधाए मिलती रहें और अब और जानें न जाएं।”

इंडियन करेंसी में यह राशि साढ़े सात लाख रुपये होती है। जूजू अमेरिकन लीग एएफएल में खेलते हैं और वहां के दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल हैं। एनबीए में लॉस एंजिलिस लैकर्स के लिए खेलने वाले कुजमा भी किसानों के साथ खड़े हुए हैं।

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उन्होंने उस खबर को साझा किया है जो रिहाना ने ट्वीट की थी। उन्होंने कहा, “इस पर बात होनी चाहिए। हैशटैग फार्मर्स प्रोटेस्ट।”

इसके अलावा एनबीए के ही पूर्व स्टार बारोन डेविस ने भी ट्वीट कर कहा है, “क्या हम इस पर बात करेंगे कि भारत में क्या हो रहा है। किसानों के आंदोलन को लेकर जागरूकता जगाने में मेरे साथ जुड़िए। हैशटैग फार्मर्स प्रोटेस्ट।”

आपको बता दें कि स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने आज गुरुवार को एफआईआर दर्ज किया है। उन पर धारा 153A और 120B के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने ट्वीट कर दंगा भड़काने की कोशिश की।

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दरअसल, ग्रेटा ने मंगलवार रात को ट्वीट कर लिखा, “हम भारत में #FarmersProtest के साथ एकजुटता से खड़े हैं।” हालांकि, किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने एक बार फिर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, “मैं अब भी किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन को समर्थन दे रही हूं। किस भी तरह की नफरत, धमकियां और मनावाधिकारों के हनन से इसमें कोई बदलाव नहीं होने वाला।”

कहा जा रहा कि पॉप सिंगर रिहाना पर भी पुलिस मुकदमा कर सकती है। विदेश मंत्रालय द्वारा बुधवार को इसको लेकर एक बयान जारी किया गया था। जारी बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ये देखकर दुख हुआ कि कुछ संगठन और लोग अपना एजेंडा थोपने के लिए इस तरह का बयान जारी कर रहे हैं। किसी भी तरह की टिप्पणी करने से पहले तथ्यों और परिस्थितियों की जांच करना जरूरी है।

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