कांग्रेस नेता राहुल गांधी आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक दिन बाद पुडुचेरी की यात्रा पर जाने वाले हैं। लेकिन उससे पहले ही वहां की कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार संकट में आ गई है। कांग्रेस के विधायक ए. जॉन कुमार ने आज इस्तीफा दे दिया। इससे पहले सोमवार को हेल्थ मिनिस्टर एम. कृष्ण राव ने इस्तीफा दे दिया था।
Puducherry: Congress leader A John Kumar resigns as the MLA of Kamaraj Nagar constituency, citing 'dissatisfaction with the Congress government.' pic.twitter.com/IzvVCz5ApU
— ANI (@ANI) February 16, 2021
माना जा रहा है कि अप्रैल-मई महीने में पुडुचेरी विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। सभी दलों ने इसको चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। लेकिन पिछले एक महीने में कांग्रेस के कुल चार विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई। अब राज्य में कांग्रेस की संख्या महज 10 रह गई है।
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जॉन कुमार के पहले दो मंत्रियों, ए. नामाशिवयम और मल्लादी कृष्णा राव और एक विधायक ई. थेपयन्थन ने जनवरी में इस्तीफा दे दिया था और दिल्ली जाकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। पिछले साल जुलाई महीने में एक और कांग्रेस के विधायक एन. धनावेलु को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पार्टी से बाहर कर दिया गया था।
कांग्रेस को राज्य में साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर जीत मिली थी। राज्य में कुल 30 विधानसभा सीटें हैं। डीएमके के तीन और एक निर्दलीय विधायक का कांग्रेस सरकार को समर्थन हासिल है। पूर्व मुख्यमंत्री एन. रंगासामी की ऑल इंडिया एन.आर. कांग्रेस के पास सात सीटें हैं, जबकि एआईएडीएमके को पिछले चुनाव में चार सीटें मिली थी। वहीं, बीजेपी के राज्य में तीन विधायक हैं।
राहुल गांधी कल यानी बुधवार को पुडुचेरी की यात्रा करने वाले हैं। वो वहां कल शाम एक रैली को संबोधित करने वाले हैं। जबकि 27 फरवरी से तमिलनाडु का उनका दौरा शुरू होगा। राज्य में पार्टी के अध्यक्ष के एस. अलागिरी ने लोगों से राहुल गांधी की रैली में शामिल होने की अपील की है।
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कांग्रेस के नेतृत्व वाले डीएमके गठबंधन को भी तनाव के हालात हैं। तमिलनाडु के सांसद-व्यवसायी एस. जगराक्षकन को स्थानीय डीएमके नेता मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश करके अकेले लड़ना चाहते थे।
डीएमके प्रमुख एम. के. स्टालिन ने स्पष्ट किया है कि जगराक्षकन को केवल पार्टी को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गई थीं। राहुल गांधी ने यह भी पुष्टि की कि उन्हें अपनी पिछली तमिलनाडु यात्रा के दौरान गठबंधन में विश्वास था।
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