दुनियाभर के देशों की एक तरफ कोरोना महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। वहीं इस दौरान करोड़ों लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इसी से संबंधित मानवाधिकार समूह ऑक्सफैम ने एक रिपोर्ट जारी की है। ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना संकट की वजह से असमानता की खाई और चौड़ी होती जा रही है।
The INEQUALITY VIRUS: According to the 2021 Oxfam inequality report: the wealth of India’s billionaires increased by 35 per cent during the lockdown.. in sharp contrast, 170,000 people lost their jobs every hour in the month of April 2020. 🙏
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) January 25, 2021
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रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान अमीर लोग और अधिक अमीर हो रहे हैं, जबकि अरबों गरीब लोग और अधिक गरीबी के दलदल में फंसे जा रहे हैं। उन्हें अपने इस गरीबी के उबरने में वर्षों लग सकते हैं।
ये रिपोर्ट ‘इनइक्वालिटी वायरस’ नाम से जारी किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया के 1000 सबसे अमीर लोगों ने अपने नुकसान को 9 महीने के अंदर ही हासिल कर लिया, लेकन गरीब लोगों को अपनी हालत सुधारने में लंबे समय लग सकते हैं।
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ऑक्सफैम के आंकड़ों के मुताबिक, केंद्र ने बीते साल मार्च के बाद संभवतः दुनिया के मुकाबले सबसे सख्त लॉकडाउन की घोषणा की। इस बीच देश के टॉप 100 अरबपतियों के एसेट में 12.97 ट्रिलियन रुपये की वृद्धि हुई। यह पैसा इतना है कि 138 मिलियन भारतीयों को 94,045 रुपये दिए जा सकते हैं। वहीं, अप्रैल 2020 के महीने में हर घंटे 1,70,000 लोगों ने अपनी नौकरी खो दी।
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