ऑक्सीजन की कमी से हो रही मौत का सिलसिला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आंध्र प्रदेश के तिरुपति में रुइया सरकारी अस्पताल में सोमवार को सही समय पर ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने से 12 मरीजों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन पहुंचने में सिर्फ पांच मिनट की देरी हुई और दर्जनों लोग मौत के मुंह में समा गए। वहीं, मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
एक तरफ जिलाधिकारी ने 11 मौतों की पुष्टि की है जबकि अस्पताल की अधीक्षक डॉ. भारती का कहना है कि 12 मरीजों की मौत हुई है। अधीक्षक का कहना है कि 9 कोरोना मरीजों की मौत हुई है और 3 नॉन कोविड पेशेंट की जान गई है। उन्होंने ये भी बताया कि पांच मरीजों की हालत गंभीर है और मौतों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
Tragedy struck the renowned Ruia Hospital in #AndhraPradesh's #Tirupati on Monday as 11 Covid patients lost their lives due to an interruption in oxygen supply, Chittoor District Collector Harinarayan said. pic.twitter.com/KCFw3w845J
— IANS Tweets (@ians_india) May 10, 2021
ये भी पढ़ें: बदायूं के शहर-ए-काजी के जनाजे में उमड़ी भारी भीड़, FIR दर्ज
चित्तूर के जिला कलेक्टर हरि नारायणन ने कहा कि सोमवार को त्रासदी ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति में प्रसिद्ध रुइया अस्पताल को तबाह कर दिया। क्योंकि ऑक्सीजन की आपूर्ति में रुकावट के कारण 11 कोविड मरीजों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर को फिर से लोड करने में पांच मिनट लगे जिससे आक्सीजन आपूर्ति कम होने से मरीजों की मौत हो गई।
Terrible news. At least 11 dead at Tirupati’s Ruia Hospital as Oxygen pressure suddenly slumps, reports @Ashi_IndiaToday. After the tragedies in Nashik & Chamarajanagar, now this. pic.twitter.com/fe0IclqDCh
— Shiv Aroor (@ShivAroor) May 10, 2021
बताया जा रहा है कि इस अस्पताल में तकरीबन एक हजार मरीजों का इलाज चल रहा है। जैसे-जैसे अचानक ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित हुई, कई मरीजों की स्थिति बिगड़ने लगी। जिलाधिकारी नारायणन ने बताया, “ऑक्सीजन की आपूर्ति पांच मिनट के भीतर बहाल हो गई और सब कुछ अब सामान्य हो गया है। इसकी वजह से हम अधिक मरीजों की मौत को रोक सके।”
ये भी पढ़ें: इस्राएल ने येरुशलम पर दागे रॉकेट, 9 बच्चों समेत 20 फिलिस्तीनियों की मौत
उन्होंने कहा कि लगभग 30 डॉक्टरों को मरीजों की देख-रेख करने के लिए तुरंत आईसीयू में भेजा गया। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने घटना पर दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने जिला कलेक्टर से बात कर विस्तृत जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।
प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, कहानी-कविता, संपादकीय, लाइफस्टाइल, मनोरंजन और साहित्य की खबरें पाने के लिए ‘न्यूज बताओ’ के फेसबुक और ट्विटर हैंडल से जुड़ें। क्लिक कर लाइक और फॉलो करें!
Leave a Reply