देशभर में इन दिनों पोलियो ड्रॉप पिलाया जा रहा है। लेकिन इस बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसको सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। दरअसल, महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के एक सरकारी अस्पताल में 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह सैनिटाइजर पिला दिया गया।
#Maharashtra: In a shocking lapse, at least 12 kids were administered hand sanitizer drops instead of the oral #poliovaccine drops at a Primary Health Centre in Ghatanji's Kapsi-Kopari village in the district, officials said in Yavatmal on Monday. pic.twitter.com/UKmm11a4Q5
— IANS Tweets (@ians_india) February 1, 2021
डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही के कारण 12 बच्चों की हालत खराब हो गई। बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना की जानकारी खुद यवतमाल डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के सीईओ श्रीकृष्ण पांचाल ने दी है।
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यवतमाल जिला परिषद के सीईओ श्रीकृष्ण पंचाल ने बताया कि पांच साल से कम उम्र के 12 बच्चों को पोलियो की बूंदों के स्थान पर सैनेटाइजर की दो बूंदें दी गई। बच्चों के माता-पिता ने बच्चों की उल्टी और बेचैनी की शिकायत की। तब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी बच्चों की हालत स्थित है और उन पर निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि आरंभिक सूचना के मुताबिक, घटना के समय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक डॉक्टर, एक आंगनवाड़ी सेविका और एक आशा कार्यकर्ता मौजूद थीं। तीनों स्वास्थ्यकर्मियों को निलंबित किया जाएगा। फिलहाल जांच शुरू हो गई है।
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वहीं इस घटना के संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना कापसिकोपरी गांव में भानबोरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुई जहां एक से पांच साल के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
12 children, under 5 yrs of age, were given drops of sanitizer instead of polio vaccine in Yavatmal. They were admitted to hospital & are well now. A health worker, doctor & ASHA worker will be suspended for probe: Shrikrishna Panchal, CEO, Yavatmal District Council #Maharashtra pic.twitter.com/w1AEj9wjEt
— ANI (@ANI) February 1, 2021
अधिकारी ने आगे कहा, “प्रभावित बच्चों को एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर है। सभी बच्चों की उम्र पांच साल से कम थी। तीन स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ इस तरह की चूक के लिए कार्रवाई की जाएगी।”
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