हरियाणा के झज्जर स्थित नेहरू कॉलेज में शुक्रवार को स्वयं सहायता समूह को बायोमेट्रिक मशीन उपलब्ध कराने आए उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ किसानों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। पुलिस बल ने इस दौरान किसानों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल ने जमकर वाटर कैनन की इस्तेमाल किया।
इस दौरान कई किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और जबरन कार्यक्रम स्थल पर जाने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। दूसरी तरफ, किसान भी सड़क पर बैठे गए हैं। किसानों ने उप-मुख्यमंत्री को काले झंडे भी दिखाए।
दरअसल, झज्जर के एक सरकारी कॉलेज में दुष्यंत चौटाला बायोमेट्रिक मशीन उपलब्ध कराने के लिए पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल के पास जमा हो गए और उनमें से कुछ ने जबरन अंदर जाने के लिए बैरिकेड्स पर छलांग लगा दी।
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Haryana police fired water cannons to disperse farmers, who were protesting with black flags and marching to a venue, where Deputy CM Dushyant Chautala had come for an event in Jhajjar. Farmers alleged sewer water was used in cannons. Some farmers were detained.
— Pavneet Singh Chadha 🚜 🌾 (@pub_neat) October 1, 2021
Video sourced pic.twitter.com/a80aMGtXOA
पुलिस ने जिसके बाद पानी की बौछारों से प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर किया और कुछ को उस समय हिरासत में भी ले लिया। हालांकि, बाद में सभी को छोड़ दिया गया। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए झज्जर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और उपायुक्त कानून व्यवस्था की निगरानी के लिए मौके पर पहुंचे।
बताया जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला झज्जर में ‘हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ सेवा केंद्र के तहत पंजीकृत एवं RSETI से प्रशिक्षित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बायोमेट्रिक उपकरण और IIBF प्रमाणपत्र वितरित करने पहुंचे थे। जहां उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा बनाई गई वस्तुओं में आत्मनिर्भर भारत मिशन की झलक दिख रही है।
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दूसरी तरफ, हरियाणा कांग्रेस ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा, “किसान विरोधी बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार का झज्जर में अपने हकों को लिए विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों पर तानाशाही रवैया जारी है। पानी की बौछारें, कटीली तारें और लाठियां अन्नदाता की आवाज को नहीं दबा सकती। किसान की आवाज को अनसुना न करे सरकार, धान की खरीद पर रोक क्यों?”
किसान विरोधी BJP-JJP गठबंधन सरकार का झज्जर में अपने हकों को लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर तानाशाही रवैया जारी।
— Haryana Congress (@INCHaryana) October 1, 2021
पानी की बौछारें, कटीली तारें और लाठियां अन्नदाता की आवाज़ को नहीं दबा सकती।
किसान की आवाज़ को अनसुना न करे सरकार, धान की खरीद पर रोक क्यों?#हरियाणा_माँगे_जवाब pic.twitter.com/Q4D3Yd8XC6
उल्लेखनीय है कि बीते 10 महीनों से देशभर के किसान केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत हैं। इसी के तहत प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा में हर उस कार्यक्रम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें बीजेपी या जेजेपी के नेता शामिल हो रहे हैं।
पिछले दिनों किसानों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई थी जिसनों दर्जनों किसान घायल हुए थे। उस घटना के कुछ दिन बाद किसानों ने आकर सचिवालय को घेर लिया था। जिसके बाद सरकार को झुकना पड़ा था और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासनखट्टर सरकार ने दिया था।
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