उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार धर्म संसद में विवादास्पद बयान देने के आरोप में जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि उन्हें हरिद्वार जिले के नारसन बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया।
खबरों के मुताबिक, वसीम रिजवी को हिरासत में लेने के बाद उत्तराखंड पुलिस यति नरसिम्हानंद के साथ भी पूछताछ कर रही है। जैसा कि मालूम है कि उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने बीते 6 दिसंबर को गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में इस्लाम धर्म छोड़ हिंदू धर्म अपना लिया था।
Uttarakhand Police have arrested Wasim Rizvi alias Jitendra Tyagi in connection with the Haridwar 'Dharm Sansad' hate speech case from Narsan border, Roorkee: Swatantra Kumar, SP City Haridwar pic.twitter.com/LrtYBIjid5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 13, 2022
तब उन्होंने कहा था, “हमें यति नरसिंहानंद गिरी जी ने जो नाम दिया, उस नाम से हमें ऊर्जा मिली है। आज मैं इस मंदिर में हूं, इस मंदिर के पवित्र स्थान से हमें ऊर्जा मिली है।” इसके कुछ दिन बाद यानी 17 से 19 दिसंबर के बीच हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन खड़खड़ी स्थित स्थित वेद निकेतन में हुआ था।
तथाकथित धर्म संसद में अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत भरे भाषण दिए गए थे। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद नगर कोतवाली में ज्वालापुर निवासी गुलबहार खां ने जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
आगे चलकर मुकदमे में चार संतों के नाम भी जोड़े गए थे। पुलिस ने वसीम रिजवी और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153 ए (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना, आदि) के तहत हरिद्वार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया था। जिन अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया उनमें सिंधु सागर, धर्मदास, परमानंद, आनंद स्वरूप, अश्विनी उपाध्याय, सुरेश चव्हाण और प्रबोधानंद गिरी के नाम शामिल है।
(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)
Leave a Reply