पटना: बिहार विधानसभा के लिए तीसरे चरण का मतदान शुरू हो गया है। आज शनिवार को सुबह 7 बजे से 78 सीटों के लिए वोटिंग की जा रही है। इस तीसरे और आखिरी चरण में कुल 1204 कैंडिडेट अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस चरण के लिए कुल 2 करोड़ 35 लाख 54 हजार 71 वोटर मतदान में भाग लेंगे।
नीतीश कैबिनेट के मंत्रियों के अलावा इस चरण में आरजेडी के दिग्गज नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, वीआईपी पार्टी चीफ मुकेश सहनी, अब्दुल जलील मस्तान, शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव, पूर्व सांसद लवली आनंद, पूर्व मंत्री चंद्रेशेखर, शिवचंद्र राम और पूर्व मंत्री रमई राम के भाग्य का फैसला होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 12 मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी इस आखिरी चरण में दांव पर लगी हुई है। इसके अलावा कई और दिग्गज भी मैदान में हैं जिसमें से चार बीजेपी और आठ जेडीयू खेमे से हैं। इनमें बिजेंद्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, रमेश ऋषिदेव, महेश्वर हजारी, प्रमोद कुमार, खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, लक्ष्मेश्वर राय, बीमा भारती, मदन सहनी, सुरेश कुमार भी मैदान में हैं।
आज जिन 15 जिलों की 78 सीटों पर वोटिंग हो रहे हैं उनमें से 63 सामान्य सीट हैं। जबकि 13 आरक्षित सीट हैं। पिछली बार यानी साल 2015 के चुनाव में इन 78 सीटों में जेडीयू ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं आरजेडी के खातें में 20 सीटें आई थीं। जबकि इन 78 सीटों में बीजेपी ने 20 सीटें हाशिल की थीं। कांग्रेस खाते में 11 सीटें आई थीं।
मगर पेच ये है कि जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस ने मिलकर साल 2015 के चुनाव में चुनाव लड़ा था, इस बार जबकि नीतीश कुमार के सामने आरजेडी और कांग्रेस के अलावा चिराग पासवान भी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आए हैं। ऐसे हालात में जाहिर है कि नीतीश के लिए इन इलाकों में चुनाव 2015 के मुकाबले ज्यादा मुश्किल होगा। एक तरह से इस बार उन्हें अपने सीटों को बचाने की कड़ी चुनौती का सामना है।
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