बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने खुद पर लगे 20 करोड़ की टैक्स चोरी के आरोपों पर जवाब दिया है। आयकर (IT) विभाग के छापे को लेकर ट्विटर पर उन्होंने कहा कि फाउंडेशन का ‘एक-एक रुपया’ ‘जान बचाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहा था।
सोनू सूद ने ट्वीट किया है, “आपको हमेशा कहानी का अपना पक्ष बताने की जरूरत नहीं है। समय बता देगा। मेरी फॉउंडेशन का एक-एक रुपया एक अनमोल जीवन बचाने और जरूरतमंदों तक पहुंचने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहा है। इसके अलावा, कई मौकों पर, मैंने ब्रांडों को मानवीय कारणों के लिए भी अपनी एंडोर्समेंट फीस दान करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जो हमें आगे बढ़ाता है।”
“सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है,
— sonu sood (@SonuSood) September 20, 2021
हर हिंदुस्तानी की दुआओं का असर लगता है” 💕 pic.twitter.com/0HRhnpf0sY
सोनू सूद ने आगे लिखा, “मैं कुछ मेहमानों की सेवा में व्यस्त हू इसलिए पिछले चार दिनों से आपकी सेवा में नहीं आ सका। यहा मैं फिर से वापस आ गया हूं। आपकी विनम्र सेवा में, जीवन भर के लिए।”
इससे पहले सोनू सूद ने चार दिन की IT रेड के बाद मीडिया को बताया था, “सब कुछ प्रक्रिया में है और सच आपके सामने है। हमने सभी को पूरी जानकारी दे दी है। वो अपना काम करेंगे और मैं अपना। अगर आप मुझे राजस्थान, गुजरात, पंजाब में बुलाते हैं तो मैं ब्रांड एंबेसडर भी बन जाऊंगा। सोनू सूद ने आईटी छापेमारी को लेकर कहा कि चार दिनों से मेहमानों की सेवा में था, लेकिन अब मदद के लिए तैयार हूं।”
उन्होंने आगे कहा था, “हम देशभर के छात्रों को पढ़ा रहे हैं। अगर कोई सरकार मुझे बुलाएगी तो मैं उनके लिए हूं। मेरी संस्था में, हमें अधिकतम धनराशि मेरे विज्ञापन शुल्क के माध्यम से मिलती है और उन्हें खर्च करने में समय लगता है। मेरे खाते में एक पैसा भी नहीं आया।”
इससे पहले खबर आई थी कि इनकम टैक्स के रेड के बाद सोनू सूद को दो पार्टी से राजसभा सांसद बनने का ऑफर आया था लेकिन एक्टर की ओर से इंकार कर दिया गया था।
आईटी रेट के दो दिन बाद सोनू सूद के एक दोस्त ने तो ये भी बताया था कि केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री देने के ऑफर दिया लेकिन सोनू ने उसका कोई जवाब नहीं दिया था। उसके कुछ ही दिनों बाद आईटी ने उनके घर और दफ्तरों पर छापेमारी की थी।
उल्लेखनीय है कि आईटी विभाग ने कथित तौर पर कहा था कि सोनू सूद ने 20 करोड़ रुपये से अधिक के करों की चोरी की है। इतना ही नहीं आईटी विभाग ने यह भी कहा था कि सूद के गैर-लाभकारी संगठन ने भी क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके विदेशी दानदाताओं से 2.1 करोड़ रुपये जुटाए।
विभाग के तरफ से आगे गया था कि यह विदेशी फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन (FCR) एक्ट का उल्लंघन है जो इस तरह के लेनदेन को नियंत्रित करता है। जैसा कि मालूम है कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोनू सूद से मुलाकात की थी और उन्हें ‘दिल्ली मेंटरशिप इनीशिएटिव’ का एंबेसडर बनाया था।
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