पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आज अपना त्यागपत्र राज्यपाल को सौंपा। विधानसभा भंग करने की सिफारिश के बाद कैबिनेट की बैठक में उन्होंने अपना त्यागपत्र राज्यपाल को दिया है। एनडीए गठबंधन की बैठक में इससे पहले आज फैसला लिया गया कि अब दीवाली बाद गठबंधन अपना नया नेता चुनेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास इसके लिए बैठक बुलाई गई थी जिसे बाद में 15 नवंबर तक के लिए टाल दी गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि एनडीए के विधायक दल की बैठक अब 15 नवंबर यानी रविवार को दोपहर 12.30 बजे होगी, जिसमें नए नेता का चुनाव किया जाएगा।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन को मंगलवार को आए चुनावी नतीजों में 243 सदस्यों वाली विधानसभा में 125 सीटें आई हैं। वहीं बीजेपी एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जेडीयू को 43 सीटें जबकि बीजेपी को 74 मिली हैं।
हालांकि, जेडीयू को पिछले चुनाव यानी 2015 में 71 सीटें हासिल हुई थीं। इनके अलावा गठबंधन में वीआईपी और हम को चार-चार सीटें मिली हैं। नीतीश कुमार ने इससे पहले सातवीं बार राज्य का मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं पर कहा था कि इसका फैसला एनडीए विधायक दल करेगा।
उन्होंने यह भी कहा था कि उन्होंने खुद कभी ये दावा नहीं किया कि वही राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। नीतीश कुमार ने चुनाव बाद गुरुवार को पहली बार नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात की थी और फिर मीडियाकर्मियों से भी बात की थी।
नीतीश ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि हम लोगों पर कोई दबाव नहीं बनाया गया। एक-एक सीट का विश्लेषण हो रहा है। एनडीए के सभी घटक दल मिलकर काम करेंगे। हम लोगों ने समाज के हर वर्ग के लोगों की सेवा की है। नीतीश ने बिना चिराग पासवान का नाम लिए कहा कि कुछ लोगों ने कंफ्यूजन फैलाने का काम किया और उन्हें सफलता मिली।
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