पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को अपने पार्टी का घोषणा पत्र जारी कर दिया। उन्होंने अपनी सरकार के काम-काज को गिनाते हुए कहा, “मैंने अपना जीवन मातृभूमि को समर्पित किया है और हमारा लक्ष्य सभी को साथ लेकर चलने का है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार में लोगों की आय बढ़ी है। हमने किसानों और मजदूरों के लिए काम किया। हमारी कोशिश यही रही कि लोगों को निर्धनता से उठाया जा सके। हमने जाति, धर्म से ऊपर उठकर लोगों के लिए काम किया है।”
I humbly present my 10 ‘Ongikars’ to build a stronger & more prosperous Bengal so that the wheels of development keep moving forward in the third term of our government. The aim is just one, to sustain Bengal as one of the leading states in the country. (1/4) pic.twitter.com/K0xNtrt7GB
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) March 17, 2021
इसके बाद ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद ‘दोअरा योजना’ के तहत लोगों के घर तक राशन पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मई महीने से विधवा पेंशन के तौर पर एक हजार रुपये दिया जाएगा।
ममता बनर्जी ने कहा, “निम्न आय वर्ग के लोगों को सालाना छह हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा गरीब एससी और एसटी को सालाना 12 हजार रुपये दिए जाएंगे। पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा जारी रहेगा।”

इतना ही नहीं उन्होंने स्टूडेंट्स के लिए 10 लाख रुपये तक के विशेष क्रेडिट कार्ड देने का भी ऐलान किया। साथ ही उन्होंने हर साल पांच लाख रोजगार देने का भी वादा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से तृणमूल कांग्रेस की सरकार बंगाल में आई थी तब प्रदेश का रेवेन्यू 25 हजार करोड़ रुपये था, जो कि अब बढ़कर 75 हजार करोड़ रुपये हो गया है।
घोषणापत्र को तुष्टिकरण बताने वाले एक सवाल के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा कि यह समय की जरूरत है, यह घोषणापत्र लोगों द्वारा लोगों के लिए बनाया हुआ है। ममता ने कहा कि लोकतांत्रिक सरकार इस समय देश की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कभी भी चुनाव आयोग की किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी मन की बात करते हैं, पर चुनाव आयोग क्यों नहीं इसे लेकर कार्रवाई करता है।
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