पेश हुआ आर्थिक सर्वे, 8.5% रहेगा GDP ग्रोथ, जानें सर्वेक्षण की मुख्य बातें

पेश हुआ आर्थिक सर्वे, 8.5% रहेगा GDP ग्रोथ, जानें सर्वेक्षण की मुख्य बातें

संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया। राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ इसकी शुरुआत हुई। राष्‍ट्रपति कोविंद ने संसद के सेंट्रल हॉल में राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने इस दौरान कहा कि डिजिटल इंडिया और डिजिटल इकॉनमी के बढ़ते प्रसार के संदर्भ में देश के UPI प्लेटफॉर्म की सफलता के लिए मैं सरकार के विज़न की प्रशंसा करूंगा। दिसबंर 2021 में देश में 8 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन UPI के माध्यम से हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि मेरी सरकार की नीतियों की वजह से आज भारत उन देशों में है जहां इंटरनेट की कीमत सबसे कम है तथा स्मार्टफोन की कीमत भी सबसे कम है। इसका बहुत बड़ा लाभ भारत की नौजवान पीढ़ी को मिल रहा है। राष्ट्रपति के संबोधन के बाद वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 पेश किया।

आर्थिक सर्वेक्षण में 2022-23 में 8 प्रतिशत से 8.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है। दूसरी तरफ राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुमान के मुताबिक, आर्थिक वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रह सकती है। समीक्षा 2021-22 में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की स्थिति के साथ ही वृद्धि में तेजी लाने के लिए किए जाने वाले सुधारों का ब्योरा दिया गया है।

ये भी पढ़ें: दलित युवक को पहले शराब परोसा, उसके बाद मारपीट की, फिर पेशाब पिलाया

वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी। आर्थिक समीक्षा भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए आपूर्ति-पक्ष के मुद्दों पर केंद्रित है। उल्लेखनीय है कि यह देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वर का पहला इकोनॉमिक सर्वे है, जिन्होंने कुछ दिनों पहले ही अपना पदभार संभाला है।

पेश हुआ आर्थिक सर्वे, 8.5% रहेगा GDP ग्रोथ, जानें सर्वेक्षण की मुख्य बातें
निर्मला सीतारमण (फोटो सोर्स- ट्वीटर)

आर्थिक सर्वे में बताया गया है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान कृषि क्षेत्र की ग्रोथ 3.9 फीसदी रहेगी। इस वित्त वर्ष में इंडस्ट्रियल ग्रोथ 11.8 फीसदी रहेगी। वहीं, सर्विसेज सेक्टर की ग्रोथ 8.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर की बढ़ोतरी दर 10.7% रहने की उम्मीद है। 2021-22 को दौरान ग्रॉस फिक्स्ड कैपिटल फॉर्मेशन (GFCF) 15% के साथ कोविड के पहले के स्तर पर पहुंच सकती है।

आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी गया है कि मौजूदा वित्त वर्ष में नवंबर तक आईपीओ के जरिए 89,000 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाए गए हैं। इस सर्वे में महंगाई दर कंट्रोल में रहने की उम्मीद जताई गई, जो कि इकोनॉमी के लिए अच्छी बात है। अगर महंगाई दर काबू में रहती है तो रिजर्व बैंक पर रेपो बढ़ाने का बहुत ज्यादा दबाव नहीं होगा। इससे कर्ज महंगा नहीं होगा।

ये भी पढ़ें: हिन्दू महासभा ने कालीचरण को किया ‘गोडसे भारत रत्न’ सम्मान से सम्मानित

इकोनॉमिक सर्वे आने के बाद शेयर बाजार में जबर्दस्त तेजी दिखी है। सेंसेक्स 1000 अंक से ऊपर जा चुका है। सुबह में शेयर बाजार मजबूत खुले थे। इकोनॉमिक सर्वे में ग्रोथ के ज्यादा अनुमान से बाजार खुश नजर आया है। सेंसेक्स 1 बजकर 13 मिनट पर 1052 अंक उछल कर 58,253 के पार ट्रेड कर रहा है। बता दें कि ये एक तरह से अर्थव्यवस्था की सालाना आधिकारिक रिपोर्ट होती है। इसके जरिए सरकार देश के अर्थव्यवस्था की वास्तविक हालत के बारे में बताती है।

इसमें भविष्य में बनाई जाने वाली योजानाओं और अर्थव्यवस्था में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया जाता है। इस सर्वे रिपोर्ट में देश के आर्थिक विकास का अनुमान भी बताया जाता है। सर्वे रिपोर्ट में आगामी वित्त वर्ष का भी एक खाका पेश कर दिया जाता है। देश की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी या फिर धीमी रहेगी, इसकी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा सर्वे में सरकार को कुछ सिफारिशें भी दी जाती हैं।

आर्थिक सर्वे के मुख्य बिंदु

  • 2022-23 में चुनौतियों का सामना करने के लिए अर्थव्यवस्था अच्छी तरह से तैयार है।
  • महामारी के कारण हुई तबाही के लिए भारत की आर्थिक प्रतिक्रिया रही है- डिमांड मैनेजमेंट के बजाय आपूर्ति पक्ष में सुधार।
  • वित्त वर्ष 2013 में विकास को व्यापक वैक्सीन कवरेज, आपूर्ति-पक्ष सुधारों से लाभ और नियमों में ढील द्वारा समर्थित किया जाएगा।
  • अगले वित्त वर्ष में विकास को समर्थन देने के लिए पूंजीगत खर्च में तेजी लाने के लिए मजबूत एक्सपोर्ट ग्रोथ और राजकोषीय स्थान की उपलब्धता।
  • अर्थव्यवस्था की रिकवरी में मदद के लिए निजी क्षेत्र का निवेश वित्तीय प्रणाली के साथ अच्छी स्थिति में होगा।
  • भारत ‘फ्रैजाइल फाइव’ देशों में से चौथे सबसे बड़े विदेशी मुद्रा भंडार में तब्दील।

अन्य कुछ GDP को लेकर अनुमान

  • आईएमएफ ने वित्त वर्ष 22 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद के अनुमान को घटाकर 9% कर दिया।
  • विश्व बैंक ने 2021-22 के लिए भारत की विकास दर 8.3% पर बरकरार रखी है।
  • भारतीय रिजर्व बैंक 9.5 प्रतिशत की थोड़ी कम दर पर विकास का अनुमान लगाता है।

(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.