पटना: बिहार में सरकार बनते ही विवादों में आए नये शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। सरकार गठन के बाद से ही उनके शिक्षा मंत्री बनाए जाने को लेकर बवाल चल रहा था। विपक्षी दलों ने उनपर कई तरह के आरोप लगाए थे।
शिक्षा मंत्री पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा था कि शिक्षा विभाग को आगे बढ़ना शिक्षा व्यवस्था में सुधार करना उनकी पहली और आखिरी प्राथमिकता रहेगी। वहीं अपने ऊपर लगे आरोप को उन्होंने निराधार बताया है।
मेवालाल चौधरी ने आलोचना करने वालों को धमकी दी है कि वो उनके खिलाफ मुकदमा करेंगे। उन्होंने कहा, “जो हमारे खिलाफ बोल रहे हैं और यह कह रहे है कि मेरी पत्नी की मौत के लिए मैं जिम्मेवार हूं, उनके खिलाफ आज ही 50 करोड़ की मानहानि का केस करुंगा और आज ही उनके पास लीगल नोटिस जाएगा।”
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मेवालाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हत्या और भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में आईपीसी की 409, 420, 467, 468, 471 और 120बी धारा के तहत आरोपी मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाने से बिहारवासियों को क्या शिक्षा मिलती है?”
डॉ. मेवालाल चौधरी राजनीति में आने से पहले साल 2015 तक भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। वो 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए। जदयू से टिकट लेकर इसके बाद तारापुर से चुनाव लड़े और जीत गए।
लेकिन, चुनाव जीतने के बाद डॉ. चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में साल 2017 में दर्ज किया गया था। हालांकि, विधायक मेवालाल ने कोर्ट से इस मामले में अंतरिम जमानत ले ली थी।
बता दें कि मेवालाल चौधरी की पत्नी स्व. नीता चौधरी राजनीति में काफी सक्रिय रही थीं। जदयू के मुंगेर प्रमंडल की वो सचेतक भी थीं। तारापुर से 2010-15 में विधायक चुनी गईं। लेकिन साल 2019 में गैस सिलेंडर में आग लगने के दौरान वह झुलस गई और उनकी मौत हो गई थीं। मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने उनसे पूछताछ की मांग की है। उन्होंने इसके लिए डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखा है।
मेवालाल कोइरी समुदाय से आते हैं और उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा रवि प्रकाश अमेरिका में रहता है और छोटा बेटा मुकुल प्रकाश आस्ट्रेलिया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। 4 जनवरी 1953 को जन्मे मेवालाल चौधरी की शैक्षणिक योग्यता एमएससी है। उन्होंने पीएचडी की भी डिग्री ली है। भारत सरकार में मेवालाल हॉर्टिकल्चर कमिश्नर रह चुके हैं। वह बिहार के कृषि रोड मैप तैयार करने वाले दल के सदस्य भी रहे हैं।
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