धर्म संसद मंच से महात्मा गांधी को गाली, गोड्से का महिमामंडन

धर्म संसद मंच से महात्मा गांधी को गाली, गोड्से का महिमामंडन

उत्तराखंड के हरिद्वार में तथाकथित धर्म संसद में नफरती नारे के बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद को लेकर विवाद शुरू हो गया है। हरिद्वार में जहां मुसलमानों के खिलाफ नारे लगाए गए थे, वहीं रायपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। उन्हें गालियां दी गईं और गोड्से का महिमामंडन किया गया।

यह सब कुछ तथाकथित धर्मगुरु कालीचरण ने किया। सोशल मीडिया पर कालीचरण का वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कालीचरण के बयानों के लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने लिखा है, “सतय, अहिंसा को झूठे और हिंसक कभी हरा नहीं सकते, बापू हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं।”

कांग्रेस समेत दूसरे दलों के नेताओं ने भी कालीचरण के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल, रविवार को आयोजित धर्म संसद में धर्मगुरु कालीचरण ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे की सराहना की और कहा कि लोगों को धर्म की रक्षा के लिए सरकार के प्रमुख के रूप में एक कट्टर हिंदू नेता का चुनाव करना चाहिए।

कालीचरण ने कहा कि लोगों को धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार का मुखिया चुनना चाहिए। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार में कांग्रेस के नेताओं की भी आलोचना की। बता दें कि इस हिंदू धर्म संसद का आयोजन रायपुर के रावण भाटा मैदान में आयोजित किया गया था।

कालीचरण ने कहा, “हमारा मुख्य कर्तव्य क्या है- धर्म की रक्षा करना। हमें सरकार में एक कट्टर हिंदू राजा (नेता) का चुनाव करना चाहिए, भले ही कोई भी हो। हमारे घरों की महिलाएं बहुत अच्छी और सभ्य हैं और वे मतदान के लिए नहीं जाती हैं। जब सामूहिक दुष्कर्म होंगे तो आपके घर की महिलाओं का क्या होगा। महामूर्खों… मैं उन लोगों को बुला रहा हूं जो वोट देने के लिए बाहर नहीं जाते हैं।”

धर्म संसद मंच से महात्मा गांधी को गाली, गोड्से का महिमामंडन

उन्होंने आगे कहा, “इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था। उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने गांधी की हत्या कर दी…।” इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपिता के बारे में गालियां दी जिस पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया।

कालीचरण यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, “पुलिस हमें बताती है कि मुस्लिम बहुल इलाकों से भगवा जुलूस न निकालें। यह पुलिस की गलती नहीं है। पुलिस प्रशासन की गुलाम है जो सरकार की गुलाम है। सरकार नेता की गुलाम है। इसलिए, जब तक कोई कट्टर हिंदू नेता मुख्यमंत्री नहीं होगा तब तक पुलिस समर्थन नहीं करेगी।”

हालांकि, कालीचरण के बातों का मंच से विरोध भी हुआ। दूधाधारी मठ के महंत संत रामसुन्दर दास जी ने मंच पर महात्मा गांधी जी को अपमानजनक शब्द कहने की आलोचना कर खुद को मंच से खुद को अलग कर लिया। छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने कहा कि देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने वाले राष्ट्रपिता के खिलाफ इस तरह के अपशब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मंच पर कहा कि जिस उद्देश्य के साथ यह आयोजन किया गया था, वह अपने रास्ते से भटक गया है। आजादी के लिए अपना सब कुछ बलिदान करने वाले महात्मा गांधी को देशद्रोही बताया जा रहा है। मैं आयोजक से पूछना चाहता था कि उन्होंने इस पर आपत्ति क्यों नहीं उठाई। राष्ट्रपिता के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा था।

इसके बाद कालीचरण की टिप्पणी के बारे में आयोजक नीलकंठ त्रिपाठी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह बयान से पूरी तरह असहमत हैं। प्रदेश कांग्रेस संचार शाखा के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कालीचरण को पहले यह साबित करना चाहिए कि वह संत है।

हालांकि, ये सब कुछ कांग्रेस शासित राज्य में हुआ जिसके नेता अभी इसकी आलोचना कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि हरिद्वार में आयोजित धर्म में जो कुछ हुआ उसके बाद भी ऐसी सभाओं के आयोजन की इज्जात कैसे मिली। वह भी कांग्रेस शासित राज्य में।

कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने तल्ख शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया है, “यह भगवाधारी फ्रॉड राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सरेआम गालियां दे रहा है, इसे तत्काल अंदर करना चाहिए। गांधीजी से किसी को वैचारिक मतभेद हो सकता है, पर उनका अपमान करने का हक किसी को नहीं है। यह अक्षम्य अपराध है।”

आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा है, “ये कौन है जो हमारे राष्ट्रपिता को गाली दे रहा है? मोदी जी कुछ करेंगे या इनको भी सिर्फ ‘दिल से माफ नही कर पाएंगे।”

बताया जा रहा है कि बापू के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने के लिए कालीचरण के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। छत्तीसगढ़ में ही टिकरापारा क्षेत्र में अपराध क्रमांक 578/2021 धारा 505(2), 294 IPC के तहत मामल गया । कालीचरण के खिलाफ रायपुर के पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी।


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