किसानों के समर्थन में 84 वर्षीय गांधी की पोती पहुंचीं गाजीपुर बॉर्डर, कही ये बात

किसानों के समर्थन में 84 वर्षीय गांधी की पोती पहुंचीं गाजीपुर बॉर्डर, कही ये बात

किसान आंदोलन का आज 80वां दिन है। इसी बीच कल शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पोती तारा गांधी भट्टाचार्य गाजीपुर बॉर्डर के प्रदर्शन स्थल पहुंचीं। उन्होंने किसानों को अपना समर्थन दिया और अन्ना हजारे से भी आंदोलन में आने को कहा।

राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय की अध्यक्ष तारा गांधी ने किसानों के बीच कहा कि किसानों का आंदोलन इतने दिनों से चल रहा है जो अद्भुत है। उन्होंने बताया कि वह किसानों के लिए प्रार्थना करने आई हैं। वह किसानों का भला चाहती हैं।

84 वर्षीय गांधी की पोती ने कहा कि यहां वह उस किसान के लिए आई हैं, जिसने देश के लोगों की भूख मिटाई है। किसी से किसानों की तपस्या छिपी नहीं है। उनके हित में ही सबका हित है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की समस्या का समाधान करना चाहिए।

किसानों के समर्थन में 84 वर्षीय गांधी की पोती पहुंचीं गाजीपुर बॉर्डर, कही ये बात
गाजीपुर बॉर्डर पर महात्मा गांधी की पोती भट्टाचार्य गाजीपुर बॉर्डर (फोटो क्रेडिट Twitter/@KisanEktaMarch)

उन्होंने कहा कि किसी भी लक्ष्य को अहिंसा के मार्ग पर चलकर हासिल किया जा सकता है। किसानों को धैर्य के साथ संघर्ष जारी रखना है। तारा गांधी ने किसानों से शांतिपूर्वक आंदोलन चलाने की अपील करते हुए कहा कि किसान के हित में ही देश का हित है।

तारा गांधी ने कहा, “हम यहां किसी राजनीतिक कार्यक्रम के तहत नहीं आए हैं। हम आज यहां किसानों के लिए आए हैं, जिन्होंने हम सभी को हमारे पूरे जीवन में अन्न दिया है।” उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों से कहा, “हम आप सभी के चलते ही (जीवित) हैं। किसानों की भलाई में ही देश की और हम सब की भलाई है।”

उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि जो कुछ हो, उसका फायदा किसानों को मिलना चाहिए। किसानों की कड़ी मेहनत से कोई भी व्यक्ति अनजान नहीं है।” 1857 की क्रांति को याद करते हुए गांधी जी की पोती ने कहा कि वह भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ से ही शुरू हुआ था।

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