उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता दल (आरएलएसपी) का विलय जल्द ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में होने वाला है। लेकिन उससे पहले पार्टी को भारी झटका लगा है।
बिहार में रालोसपा के प्रभारी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी के जनता दल (युनाइटेड) में विलय करने के पहले ही शुक्रवार को बड़ा झटका लगा, जब रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, महासचिव निर्मल कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में रालोसपा के नेता-कार्यकर्ता राजद में शामिल हो गए। pic.twitter.com/AYNkonPKGi
— IANS Hindi (@IANSKhabar) March 12, 2021
आरएलएसपी के तकरीबन तीन दर्जन नेता राजद में शामिल हो गए हैं। आरएलएसपी के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा सहित बिहार-झारखंड के सभी पदाधिकारी तेजस्वी यादव की मौजूदगी में आज शुक्रवार को राजद में शामिल हो गए।
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राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी की मौजूदगी में आरएलएसपी के लगभग तीन दर्जन नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई। तेजस्वी ने इस मौके पर कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जी को छोड़कर पूरी पार्टी का राजद में विलय हो गया। जदयू में विलय से पहले कुशवाहा के लिए ये बड़ा झटका है।
खबरों के मुताबिक, पटना में 14 मार्च को आरएलएसपी का विलय जदयू में होने वाला है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, आरएलएसपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, “आरएलएसपी ने जदयू के साथ विलय पर पार्टी कार्यकर्ताओं से मंजूरी लेने के लिए 13-14 मार्च को पटना में दो दिवसीय बैठक बुलाई है।”
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वहीं उपेंद्र कुशवाहा के करीबी सहयोगी और आरएलएसपी के महासचिव माधव आनंद ने कहा कि 14 मार्च तक प्रतीक्षा करें और उसके बाद आप पार्टी के निर्णय को जान पाएंगे। ऐसी अटकले लगाई जा रही हैं कि उपेंद्र कुशवाहा लगभग दो साल बाद फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
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