पाकिस्तान के रहीम यार खां में मंदिर पर हमला, 8 साल के बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप

पाकिस्तान के रहीम यार खां में मंदिर पर हमला, 8 साल के बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रहीम यार खान जिले के भोंग शरीफ इलाके में एक मंदिर में बुधवार को स्थानीय लोगों ने हमला किया। फिलहाल, पुलिस ने इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है।

सोशल मीडिया पर सामने आए कुछ वीडियो में देखा जा सकता है कि दर्जनों लोग मंदिर की खिड़कियों, दरवाजों और मूर्तियों को लाठी, पत्थर और ईंटों से तोड़ रहे हैं।

पुलिस के हवाले से बीबीसी उर्दू ने रिपोर्ट किया है कि फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। डीपीओ रहीम यार खान असद सरफराज ने मीडिया को बताया कि सादिकाबाद के भोंग शरीफ इलाके में फिलहाल पुलिस अभियान जारी है।

उन्होंने आगे कहा कि इलाके में रेंजर्स और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है, स्थिति नियंत्रण में है और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

जिस इलाके में यह घटना हुई उस इलाके में मंदिर के आसपास हिंदू समुदाय के 80 घर हैं। क्षेत्र की अधिकांश आबादी मुस्लिम है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि इससे पहले यहां ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

नेशनल असेंबली के सदस्य और पाकिस्तान में हिंदू काउंसिल के संरक्षक डॉ. रमेश वांकवाणी ने बताया कि इलाके में बुधवार दोपहर 12 बजे से तनाव शुरू हुआ।

दरअसल, इलाके के एक जौहरी ने फेसबुक पर पोस्ट किया था जिसमें लिखा था, ”मुसलमान और हिंदू यहां एक साथ खाना खाते हैं और इन्हें इससे रोका जाए।”

डॉ. रमेश वांकवाणी ने बताया है कि फेसबुक किए जाने के बाद वहां झगड़ा शुरू हो गया और पास में ही गंदगी वाला इलाका भी है इसलिए बदमाश यहां भी पहुंच गए।

पुलिस अधिकारी के मुताबिक, गुस्साए लोगों ने स्थानीय मंदिर में तोड़फोड़ की और जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन पर पथराव भी किया। अधिकारियों कहना है कि अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है और न ही कोई गिरफ्तारी हुई है लेकिन स्थिति अभी भी नियंत्रण में है और यहां रेंजर्स भी मौजूद हैं।

डॉ. रमेश ने बताया कि यह घटना 23 जुलाई को इलाके की एक घटना से जुड़ी है जिसमें एक आठ साल के बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने कहा, “24 तारीख को हमने एक आठ साल के लड़के के खिलाफ 295ए के तहत मामला दर्ज किया था।”

पुलिस का कहना है कि स्थानीय मदरसा प्रशासन ने आरोप लगाया था कि एक बच्चे ने पुस्तकालय में आकर पेशाब किया था। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर बच्चे को गिरफ्तार कर लिया।

एएसआई के मुताबिक, चूंकि बच्चा नाबालिग था, इसलिए उसे कानून के तहत 295ए की कड़ी सजा नहीं दी जा सकती थी। मजिस्ट्रेट ने 28 को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।

डॉ. रमेश ने बताया कि रहीम यार खान के डीपीओ ने फेसबुक पोस्ट डिलीट करवा दिया और फिर उसके बाद उसे छोड़ दिया। उनका कहना है कि लड़के के रिहा होने के बाद इलाके में तनाव फिर से शुरू हो गईं।

उन्होंने बताया, “शाम को करीब 4 बजे सी-पैक रोड को तकरीबन 25 लोगों द्वारा ब्लॉक कर दिया गया। मैंने एडिशनल आईजी को बताया। शाम साढ़े 6 बजे उन्होंने मंदिर पर हमला किया था। घर में जाने की कोशिश की। इसके बाद रेंजर्स को बुलाया गया। और अब स्थिति नियंत्रण में है।”

डॉ. रमेश वांकवाणी ने मुख्य न्यायाधीश से घटना पर संज्ञान लेने की मांग की है। उन्होंने घटना में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। फिलहाल, इलाके में तनाव है और पुलिस गश्ती बढ़ा दी गई है।


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