काबुल में रहने वाले कुछ लोगों के हवाले से समाचार एजेंसी एएफपी खबर दी है कि तालिबान के लड़ाके राजधानी काबुल के पास पहुंच गए हैं। तालिबान ने इससे एक दिन पहले देश के पूर्व में मौजूद अहम शहर जलालाबाद पर बिना किसी संघर्ष के कब्जा कर लिया था। ये शहर काबुल से महज कुछ घंटों ही की दूरी पर मौजूद है।
Afg officials to AP. Taliban negotiators heading to presidential palace to prepare for transfer of power.
— Richard Engel (@RichardEngel) August 15, 2021
वहीं, दूसरी तरफ बीबीसी ने रिपोर्टर यल्दा हाकिम हवाले से बताया है कि सोशल मीडिया पर तालिबान ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है है कि अफगान सरकार के साथ तालिबान के नेता बातचीत कर रहे हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही राष्ट्रपति अशरफ गनी सरेंडर कर सकते हैं। क्योंकि अमेरिका ने भी अपने कुछ फोर्सेज को अफगान में उतारा है ताकि अपनी सेना को बाहर निकाल सकें।
अपने अधिकारिक बयान में तालिबान ने कहा है, “हमारे लड़ाके शहर के बाहरी इलाकों में है। लेकिन अभी शहर के भीतर नहीं जाएंगे। फिलहाल, मौजूदा सरकार के साथ सत्ता हस्तांतरण और सुरक्षा को लेकर हमारी बातचीत चल रही है।”
Taliban leadership release statement saying they have instructed their forces not to cross the gates of Kabul and take the city by force:
— Al Jazeera English (@AJEnglish) August 15, 2021
“Negotiations are underway to ensure that the transition process is completed safely and securely."
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इधर, अफगान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की ओर से ट्विटर हैंडल पर अब से थोड़ी देर पहले एक संदेश पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने नागरिकों को भरोसा दिलाया गया है कि राजधानी में स्थिति नियंत्रण में है।
उन्होंने कहा है, “काबुल में गोलीबारी की छिटपुट घटनाएं हुई हैं लेकिन काबुल पर हमला नहीं हुआ है। शहर को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षाबल और सेना अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं और स्थिति फिलहाल काबू में है।”
टोलो न्यूज के मुताबिक, राष्ट्रपति गनी ने कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके राष्ट्रपति के रूप में मेरा ध्यान लोगों की अस्थिरता, हिंसा और विस्थापन को रोकने पर है। मैं अफगानों पर युद्ध थोपने नहीं दूंगा। न ही 20 वर्षों के लाभ को हानि में बदलकर कत्ल-ए-आम और सार्वजनिक संपत्ति का विनाश होने दूंगा।”
दूसरी तरफ समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, तालिबान ने कहा है कि वो ‘ताकत का इस्तेमाल कर’ काबुल पर कब्जा नहीं करना चाहता। एक जारी बयान में रविवार को तालिबान ने कहा था कि उसके लड़ाके अब काबुल शहर के बाहरी इलाकों तक पहुंच गए हैं। तालिबान ने अपने लड़ाकों से कहा है कि वो हिंसा न करें और जो लोग राजधानी से जाना चाहते हैं उन्हें शांतिपूर्वक जाने दें।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को तालिबान लड़ाकों ने लोगहर प्रांत की राजधानी पुल-ए-आलम पर भी कब्जा कर लिया था। जहां से काबुल सिर्फ 50 किलोमीटर (30 मील) दूर है। तालिबान ने अपने आध्यात्मिक गढ़ कंधार, जो अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, पर भी नियंत्रण कर लिया है।
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