पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जॉइन करने से इंकार कर दिया है। अटकलें लगाई जा रही थीं कि 7 मार्च को कोलकाता में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में हिस्सा लेंगे और पार्टी में शामिल होंगे। लेकिन भाजपा आलाकमान को गांगुली ने सूचित किया कि उनकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति इसकी इजाजत नहीं देती।
Former #Indian captain and now #BCCI (@BCCI) president #SouravGanguly (@SGanguly99) has momentarily refused to open a new innings — one on the murky pitch of party politics.
— IANS Tweets (@ians_india) March 4, 2021
Photo: IANS (File) pic.twitter.com/OkVQarcfk2
गांगुली के करीबी सूत्रों ने बताया, “हालांकि, वह ठीक हो चुके हैं, लेकिन व्यापक प्रचार के लिए वे किसी भी हालत में नहीं हैं। उनका परिवार पूरी तरह से जोखिम लेने के खिलाफ है।” दरअसल, बीजेपी पर लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने मजबूत चेहरा लाने का दबाव है। इसीलिए वह लगातार बड़े चेहरे की तलाश में जुटी है।
‘आज तक’ की एक खबर के मुताबिक, बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ”सौरव गांगुली को लेकर जो खबरें बनाई जा रही हैं, उनमें कहीं कोई दम नहीं है। सौरव गांगुली ने अभी तक कुछ नहीं कहा है और बीजेपी ने भी कुछ नहीं कहा है।” उन्होंने आगे कहा, “अगर वे आते हैं तो अच्छा है। पार्टी में जो भी शामिल होगा, हम उनका स्वागत करेंगे। लेकिन अभी तक उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है।”
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भाजपा कई बार सौरव गांगुली को लेकर प्रयास कर चुकी है। भाजपा के शीर्ष नेता गांगुली को पहले कई बार ‘बंगाल का चेहरा’ बताते रहे थे। इसी सिलसिले में पिछले दिनों आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के मिथुन चक्रवर्ती के मुलाकात की खबर आई थी। माना जा रहा था कि गांगुली नहीं तो उन्हें बीजेपी बंगाल में मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना सकती है।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ और गृह मंत्री अमित शाह के साथ कई बैठकों के बाद गांगुली के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी। अमित शाह के बेटे जय शाह अभी बीसीसीआई के सचिव हैं।
गांगुली भी सरकार के कृपा से बीसीसीआई के अध्यक्ष बन गए थे। माना जा रहा था कि बीसीसीआई के अध्यक्ष के लिए समर्थन करना गांगुली को सरकार भाजपा द्वारा लुभाने की योजना का हिस्सा था।
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ये दूसरी बार है जब बीजेपी को राज्य चुनाव को लेकर इतना बड़ा झटका लगा है। इससे पहले फिल्म अभिनेता रजनीकांत ने स्वास्थ का हवाला देकर राजनीति में आने से इंकार कर दिया था जो बीजेपी के लिए तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बड़ा झटका था।
उल्लेखनीय है कि सौरव गांगुली (48) को 31 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी मिली थी। जनवरी में उन्हें हार्ट से संबंधित कुछ समस्याएं सामने आई थी जिसके बाद उनका एंजीयोप्लास्टी सर्जरी की गई थी। सर्जरी के दौरान उन्हें दो और स्टेंट लगाए गए थे।
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