आज से बजट सत्र के दूसरे चरण का दूसरा हफ्ता शुरू हो गया। बैंकों के निजीकरण को लेकर सोमवार को राज्यसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैंकों के चल रहे दो दिन से हड़ताल के मुद्दे पर कहा, “नौ बैंकों से जुड़े कर्मचारी दो दिनों से हड़ताल पर हैं। बैंकों में काम ठप हो गया है। आम जनता परेशान हो रही है 17 मार्च को जनरल इंश्योरेंस कंपनियां हड़ताल पर जा रही हैं जबकि 18 मार्च को एलआईसी के कर्मचारियों का विरोध होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “देश में 12 राष्ट्रीयकृत बैंकों के मैं करीब 13 लाख कर्मचारी काम करते हैं। इन बैंकों के निजीकरण के फैसले से इन कर्मचारियों की सुरक्षा बढ़ी है। सरकार की गलत नीतियों की वजह से कर्मचारी तनाव में है और नाराज हैं। आज 13 लाख बैंक कर्मचारी सरकार की नीतियों की वजह से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं अपने भविष्य को लेकर।”
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वहीं, दूसरी तरफ बैंकों के हड़ताल को लेकर राहुल गांधी ने भी आज मोदी सरकार पर जमकर हमला किया। राहुल गांधी ने ट्विटर के माध्यम से मंगलवार को मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना निशाना साधते हुए कहा, “केंद्र सरकार लाभ का निजीकरण और नुकसान का राष्ट्रीयकरण कर रही है। सरकारी बैंक मोदी मित्रों को बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा से खिलवाड़ है। मैं हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों के साथ हूं। #BankStrike”
GOI is privatising profit & nationalising loss.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 16, 2021
Selling PSBs to Modicronies gravely compromises India’s financial security.
I stand in solidarity with the striking bank employees.#BankStrike
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उल्लेखनीय है कि बैंककर्मियों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। पब्लिक सेक्टर के दो और बैंकों के प्राइवेट किए जाने के प्रस्ताव के विरोध में सरकारी बैंकों की हड़ताल के पहले दिन बैंकिंग कामकाज खासा प्रभावित रहा। हड़ताल के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कैश विडॉल, डिपॉजिट, चेक क्लियरिंग और कारोबारी लेनदेन प्रभावित हुआ। बता दें कि नौ यूनियनों के संगठन यूएफबीयू ने 15 और 16 मार्च को हड़ताल का आह्वान किया है।
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