भाजपा कार्यकर्ता के घर गए योगेंद्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा ने किया निलंबित

भाजपा कार्यकर्ता के घर गए योगेंद्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा ने किया निलंबित

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव को निलंबित कर दिया है। योगेंद्र यादव पर ये कार्रवाई लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए एक भाजपा कार्यकर्ता के घर जाने के चलते लिया गया है। उन्हें संगठन ने गुरुवार को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया।

जैसा कि मालूम है योगेंद्र यादव संयुक्त किसान मोर्चा की कोर समिति के सदस्य रहे हैं। एक वरिष्ठ किसान नेता ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की आमसभा में इस संबंध में फैसला लिया गया।

किसान नेता ने बताया, “अपनी बैठक में एसकेएम ने योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया क्योंकि वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (घटना) में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से मिलने गए थे।”

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उन्होंने आगे बताया, “वह (योगेंद्र यादव) संयुक्त किसान मोर्चा की बैठकों और अन्य गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले सकते हैं।” बताया जाता है कि योगेंद्र यादव ने गुरुवार को हुई SKM की आमसभा बैठक में हिस्सा लिया था।

भाजपा कार्यकर्ता के घर गए योगेंद्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा ने किया निलंबित

योगेंद्र यादव ने बीजेपी कार्यकर्ता के परिजनों से 12 अक्टूबर को मुलाकात की थी। परिवार से मिलकर यादव ने अपनी सांत्‍वना व्‍यक्‍त की थी। ट्विटर पर उन्होंने कुछ तस्वीरें शेयर की थी और लिखा था, “शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए। परिवार ने हम पर गुस्सा नही किया। बस दु:खी मन से सवाल पूछे: क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं!”

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योगेंद्र यादव के इस कदम से संयुक्‍त किसान मोर्चा नाराज था। बताया जाता है कि कल की बैठक में योगेंद्र यादव ने इस बात के लिए खेद जताया कि उन्होंने लखीमपुर खीरी में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के घर जाने से पहले संयुक्त किसान मोर्चा के अन्य सदस्यों से विचारज-विमर्श नहीं किया। उन्होंने इसके लिए माफी नहीं मांगी।

योगेंद्र यादव ने कहा कि उन्होंने मृत किसानों के परिवार के साथ ही मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के शोकाकुल परिवार से भी मिलकर कुछ भी गलत नहीं किया। पीड़ित परिवारों में भेदभाव नहीं करना चाहिए। दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा इस नतीजे पर पहुंची कि मृत बीजेपी कार्यकर्ता के घर जाकर योगेंद्र यादव ने लखीमपुर में कुचले गए किसानों का अपमान किया।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए थे। उनमें से चार किसान थे जिन्हें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर जा रहे वाहन ने कुचला। इसके बाद घटना से गुस्साए किसानों ने वाहनों में सवार कुछ लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी, उन्हीं में से एक थे शुभम मिश्रा।

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फिलहाल मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष और 15-20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आशीष को 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अब तक 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

वहीं, लखीमपुर खीरी की एक स्थानीय अदालत ने मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों की तीन दिन की पुलिस हिरासत की अर्जी गुरुवार को मंजूर कर ली। इन आरोपियों में सुमित जायसवाल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, नंदन सिंह बिष्ट और शिशुपाल शामिल हैं।


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