हम अक्सर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को नजरअंदाज करते हैं। चाहे वो छोटी हो या फिर बड़ी। जब तक वे गंभीर नहीं हो जाती हैं तब तक हम सब लापरवाह रहते हैं। और इन्हीं लापरवाहियों के कारण बड़ी समस्या का कारण बन जाती है।
सबसे ज्यादा लापरवाह रहते हैं हम अपने फेफड़ों को लेकर। जबकि सभी जानते हैं कि फेफड़ों के बिना ऑक्सीजन शरीर में नहीं पहुंच सकता है। इसकी ही मदद से कार्बन डाइऑक्साइड शरीर में नहीं पहुंचता है। हमारे शरीर में मौजूद सभी कोशिकाएं ब्लड से ऑक्सीजन खींचती है और कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ती हैं।
स्वस्थ शरीर के लिए फेफड़ों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। ऐसे लोग जिन्हें फेफड़े की बीमारियां, जैसे- फाइब्रोसिस और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) होती है, उन्हें शरीर को ऑक्सीजन पहुंचाने में काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है।
इसलिए फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए खानपान के साथ-साथ एक्सरसाइज और योगासन नियमित रूप से करना चाहिए। तो आइए आज जानते हैं कुछ ऐसे योगासन, जिससे फेफड़ों को मजबूत किया जा सकता है।
दंडासन (Dandasana)

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन के मुताबिक, दंडासन करने से फेफड़े स्वस्थ होते हैं। इस योगासन को सुबह और शाम दोनों समय कर सकते हैं।
करने का तरीका
सबसे पहले दोनों पैरों को सामने एक-दूसरे से सटाकर रखें और हाथों को जमीन पर टिका दें। अब पैरों की उंगलियों को अंदर की ओर मोड़े और तलवों से बाहर की ओर दबाव बनाएं।
इसके बाद कंधों को आराम की मुद्रा में रखते हुए अपनी नजर को नासिकाग्र पर केंद्रित करें। इसे लगभग डेढ़ मिनट तक करें। फिर सांस छोड़ते हुए सामने की ओर देखते हुए वापस आ जाएं। इसे जब भी करें खाली पेट ही करें। ध्यान रखें उच्च रक्तचाप के रोगी इस आसन को न करें।
भुजंगासन (Bhujangasana)

भुजंगासन करने से ब्लड सर्कुलेशन सुचारू रूप से होता है। और फेफड़े भी स्वस्थ होते हैं। इस आसन को करने से न केवल फेफड़ें स्वस्थ रहेंगे बल्कि कमर दर्द से भी छुटकारा मिलेगा।
करने का तरीका
सबसे पहले आप पेट के बल लेट जाएं। फिर सांस भरते हुए कमर से ऊपर वाला हिस्सा आगे की ओर उठाएं। इस दौरान पैर आपस में मिले रहें।
फिर गर्दन को पीछे की ओर मोड़े और कुछ पल इसी अवस्था में रहें। फिर सांस को सहज हो जाने दें और कुछ देर रुकें ताकि दबाव रीढ़ के निचले हिस्से पर पड़े।
इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस आएं। गर्दन पीछे ही रखें और धीरे-धीरे पहले छाती और बाद में सिर को भी जमीन से लग जाने दें।
शलभासन (Shalabhasana)

इस आसन को करने से फेफडे तो स्वस्थ होंगे ही साथ ही इसके नियमित रूप से अभ्यास करने पर शरीर लचीला होता है। और कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
करने का तरीका
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। फिर अपने दोनों पैरों को सीधा रखें और हाथों को कमर के पास सीधा रखें। ध्यान रहे हथेली ऊपर की तरफ हो।
फिर गहरी सांस लें। इस दौरान अपने सीधे पैर को ऊपर दीवार की तरफ उठाएं। इस बात का भी ध्यान रखें कि हिप्स और घुटनों को नहीं मोड़ना है। सांस लेते रहें।
अब सीधे पैर को नीचे रखें। अब इसी प्रक्रिया को अपने उल्टे पैर के साथ दोहराएं। इस प्रकिया के दौरान हाथों को स्थिर रखें।
सांस लेते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। अब सिर को ऊपर की तरफ उठाएं। फिर पैरों को नीचे ले आएं और आराम की अवस्था में आ जाएं। इस आसन को लगभ 2 से 4 मिनट के लिए रोजाना करें।
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