बंगाल की खाड़ी के पश्चिमोत्तर में बने चक्रवाती तूफान यास बुधवार शाम से कमजोर होकर ‘गहरे दबाव’ में तब्दील हो गया। लेकिन फिर भी भारी तबाही करने में कामयाब रहा है। अब यह झारखंड और बिहार की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार को इसके चलते झारखंड में जमकर बारिश हुई। माना जा रहा है कि यह आज देर शाम बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, गोरखपर, गाजीपुर सहित अन्य जिलों में दस्तक देगा। ऐसे में गुरुवार की देर रात से लेकर शुक्रवार की शाम तक इन जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। इसको लेकर मौसम विभाग ने नुकसान होने अलर्ट जारी किया है।
At least 8 lakh people affected due to Cyclone ‘Yaas’ in Jharkhand, rescue operations underway: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) May 27, 2021
मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती यास पिछले छह घंटे के दौरान दक्षिण झारखंड एवं इससे सटे उत्तर सुदूर ओडिशा से सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा के तरफ बढ़ रहा है। यह दक्षिण झारखंड और इसके आस-पास 22.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 85.5 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास जमशेदपुर से लगभग 70 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम और रांची से 70 किमी दक्षिण दक्षिण-पूर्व में केंद्रित है।
मौसम विभाग के मुताबिक, यास के उत्तर की ओर लगातार बढ़ने और अगले छह घंटों के दौरान ‘दबाव’ के तहत कमजोर पड़ने की संभावना है। यह मौसम प्रणाली ओडिशा में सुंदरगढ़, देवगढ़ और क्योंझरगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा का कारण बना, जबकि झारखंड में गुरुवार को अधिकांश स्थानों पर भारी से भारी बारिश के साथ, कुछ दूसरे स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
Bihar put on high alert amid forecast that #Yaas will be hitting state today.
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 27, 2021
CM @NitishKumar instructs DMs to remain on high alert. 22 teams of NDRF, SDRF deployed in districts adjoining Jharkhand, West Bengal to meet any eventuality. IMD predicts Yaas will hit Patna at 5.30 pm pic.twitter.com/qBO0KZaqvK
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गुरुवार की शाम से शुक्रवार की शाम तक पश्चिम बंगाल, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, कुछ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। बिहार के दक्षिणी और पूर्वी भू-भाग में भारी बार्षा होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक विवेक सिन्हा ने गुरुवार को यास के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि एक दिन में कहीं भी 60 मिमी से ज्यादा बारिश नहीं होगी।
उन्होंने कहा, “बिहार में लो प्रेशर एरिया बना है। राज्य में आकर चक्रवात काफी कमजोर हो जाएगा। हालांकि, मानसून पर यास का सकारात्मक असर पड़ेगा। इससे बिहार में समय पर मानसून आएगा। अगले तीन दिनों तक कमोबेश इसी तरह के हालात रहेंगे। हवा और बारिश की आंशिक तीव्रता बढ़ सकती है। हवाओं की रफ्तार 30 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 40 या 45 किमी प्रतिघंटा हो सकती है।”
उन्होंने आगे कहा, “बिहार के लिए जलजमाव या बाढ़ के नजरिए से परेशानी बढ़ सकती है। अगले 72 घंटों तक सूबे में हल्की से मध्यम बारिश और हवा का प्रभाव रहेगा। पूरे राज्य में तूफान का असर दिखाई देगा। लेकिन बिहार के लिए चिंता की बात नहीं है, क्योंकि यह पहले ही बेहद कमजोर हो चुका है। कल तक और कमजोर हो जाएगा। राज्य के लोगों को उन्होंने पैनिक न होने और सतर्क रहने की सलाह दी।”
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मौसम विभाग ने फिलहाल इन इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया है। बताया गया है कि तूफान का विशेष प्रभाव दो दिन यानी 27 से 28 मई तक रहेगा। इस दौरान राज्य में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। कई इलाकों में तेज बारिश के साथ वज्रपात की आशंका है। यास से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही है। खासकर दक्षिण बिहार के जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक पश्चिम बंगाल में तीन और ओडिशा में एक व्यक्ति की मौत की खबर है। हालांकि, सही आंकड़ा सामान्य होने के बाद ही पता चल पाएगा।
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