किसानों के मुद्दे पर लोकसभा में जोरदार हंगामा, सदन की कार्रवाई 2 बजे तक स्थगित

किसानों के मुद्दे पर लोकसभा में जोरदार हंगामा, सदन की कार्रवाई 2 बजे तक स्थगित

मॉनसून सत्र आज जोर-दार हंगामे के साथ शुरू हुआ जिसके चलते सदन की कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। जैसा कि पहले से उम्मीद थी तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे पर कांग्रेस समेत विपक्षी दलों नेसदन में हंगामा शुरू कर दिया। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके कारण लोकसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजकर 35 मिनट से लेकर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

वहीं, दूसरी तरफ राज्यसभा के पिछले दिनों दिवंगत हुए वर्तमान सदस्य डॉ। रघुनाथ महापात्र एवं राजीव सातव के सम्मान में उच्च सदन की बैठक सोमवार को एक घंटे के लिए दोपहर 12 बजकर 24 मिलट तक के लिए स्थगित की गई।

विपक्ष के हंगामें पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “संसद की सबसे बड़ी मजबूती स्वस्थ परंपराएं होती हैं। इसे बना कर रखना पक्ष और विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी है। यह परंपराएं संविधान और नियमों से बनते हों। लेकिन आज यह पंरपरा तोड़ी गई है कि पीएम जब अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की जानकारी जे रहे थे तब कांग्रेस ने जो किया वह बहुत दुःखद था।”

हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी सदन की गरिमा बरकरार रखने की अपील की लेकिन विपक्ष पर इसका कोई खास असर नहीं हुआ। स्पीकर बार-बार बोलते रहे कि यह ठीक नहीं है। सदन में परंपरा का पालन होना चाहिए और नए मंत्रियों का परिचय कराने देना चाहिए परन विपक्ष के नेता सरकार के खिलाफ नारे लगाते रहे।

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किसानों के मुद्दे पर लोकसभा में जोरदार हंगामा, सदन की कार्रवाई 2 बजे तक स्थगित

दरअसल, लोकसभा में कई विपक्षी दलों के हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद में शामिल हुए नये मंत्रियों के संबंध में जानकारी सदन के पटल पर रखी। लेकिन विपक्ष हमलावर हो गया है। हालांकि, प्रधानमंत्री हंगामे के बीच बोलते रहे। भारी हंगामे के बीच उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि कई दलित भाई मंत्री बने हैं।

उन्होंने कहा, “हमारे कई मंत्री ग्रामीण इलाकों से आए है, लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं तो सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में महिला सांसद, दलित भाई, ​आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मौका मिला।”

पीएम मोदी ने सत्र शुरू होने से पहले मीडिया से बात किया था। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है इसलिए हम चाहते हैं कि संसद में भी इस महामारी के संबंध में सार्थक चर्चा हो। सभी व्यावहारिक सुझाव सभी सांसदों से मिलें ताकि महामारी के खिलाफ लड़ाई में नयापन आ सके और कमियों को भी ठीक किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं आशा करता हूं कि आप सबको वैक्सीन की कम से कम एक ड़ोज लग गई होगी। वैक्सीन बाहु पर लगती है और जब वैक्सीन बाहु पर लगती है तो आप बाहुबली बन जाते हैं। अब तक 40 करोड़ से ज़्यादा लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बाहुबली बन चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद का मानसून सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है और इसके लिए सरकार पूरी तरह तैयार है।”

हालांकि, उन्होंने मॉनसून सेशन में अपने नए कैबिनेट मंत्रियों का परिचय कराते हुए विपक्ष पर तंज भी कसा। उन्होंने विपक्षी सांसदों के हंगामे को लेकर कहा, “आज बड़ी संख्या में महिलाएं, दलित और आदिवासी नेता मंत्री बने हैं। बड़ी संख्या में किसान और ग्रामीण परिवारों से आने वाले लोगों को भी मंत्री बनने का मौका मिला है। इस पर सभी को खुशी होनी चाहिए थी। उनका मेज थपथपाकर स्वागत करना चाहिए था। लेकिन कुछ लोगों को दलितों, महिलाओं और पिछड़ों का मंत्री बनना रास नहीं आता है। इसलिए वे उनका परिचय नहीं कराने दे रहे हैं।”


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