सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद बैरिकेड हटाने पहुंचे टिकैत, गाजीपुर बॉर्डर पर जमकर हंगामा

सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद बैरिकेड हटाने पहुंचे टिकैत, गाजीपुर बॉर्डर पर जमकर हंगामा

दिल्ली की सीमाओं से किसान प्रदर्शनकारियों को हटाने की मांग वाली याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की। इसके बाद जवाब देने के लिए किसान यूनियनों को चार सप्ताह का समय दिया। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा है कि किसानों को प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है, पर अनिश्चितकाल के लिए सड़कों को ब्लॉक नहीं किया जा सकता।

कोर्ट ने कहा, “आखिर में कोई तो हल निकालना होगा। हांलाकि केंद्रीय कानूनों के खिलाफ याचिका लंबित है, हम किसानों के विरोध करने के अधिकार के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन सड़कों को ब्लॉक नहीं किया जा सकता।”

दरअसल, कोर्ट में मोनिका अग्रवाल नाम की एक महिला ने एक याचिका लगाई थी जिसमें दिल्ली की सीमाओं जुटे किसान प्रदर्शनकारियों को हटाने की मांग की गई है। मोनिका की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा, “किसानों को प्रदर्शन का अधिकार है लेकिन अनिश्चितकाल के लिए सड़क रोकने का नहीं।”

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हालांकि, किसान यूनियन ने कोर्ट को बताया कि रास्ता किसानों ने नहीं बल्कि पुलिस ने रोका हुआ है। उधर, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर जमकर हंगामा है। रास्ते रोकने वाली बात पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पुलिस बैरिकेड हटाने अपने समर्थकों से साथ पहुंच गए।

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राकेश टिकैत ने पुलिस बैरिकेड हटाकर जैसे ही आगे जाने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद, यूपी गेट पर फ्लाइओवर के नीचे सर्विस लेन से किसानों ने अपने टेंट हटा लिए हैं। टिकैत ने कहा कि किसानों ने नहीं दिल्ली पुलिस ने बैरियर लगाकर रास्ते रोके हुए हैं।

राकेश टिकैत से जब पूछा गया कि क्‍या सबकुछ हटा देंगे? तो उन्‍होंने कहा, “हां सब हटा देंगे। इसके बाद दिल्ली जा रहे हैं और पार्लियामेंट पर बैठेंगे, जहां यह कानून बनाया गया है। हमें तो दिल्ली जाना है। इस वक्‍त मौके पर काफी संख्‍या में किसान मौजूद हैं और सर्विस रोड पर लगे टैंट और दूसरा सामान हटाना शुरू कर दिया है।”

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दरअसल, किसानों का कहना है कि रास्ता किसानों ने नहीं बल्कि पुलिस ने रोक रखा है। उसी ने बैरिकेड लगाए हैं। जबकि सरकारी पक्ष बाहर ये संदेश देता रहा है कि दिल्ली की सीमाओं पप किसानों ने रास्ता रोक रखा है जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में दिक्कतें हो रही हैं।


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