चक्रवाती तूफान तौकते ने ढाया कहर, अब तक कर्नाटक में 4 और केरल में 2 की मौत

चक्रवाती तूफान तौकते ने ढाया कहर, अब तक कर्नाटक में 4 और केरल में 2 की मौत

दक्षिण पूर्वी अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान तौकते (Tauktae)ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। अब तक छह लोगों की मौत की खबर है। भारी बारिश के बीच कर्नाटक में चार लोगों की मौत की खबर है। राज्‍य में कुल 73 गांव इस चक्रवाती तूफान से प्रभावित हुए हैं। वहीं, केरल में दो लोगों की मौत हुई है। केरल के मलाप्पुरम में तेज बारिश हो रही है।

गोवा के तटीय क्षेत्र से भी यह तूफान टकरा गया है। पणजी में इसका असर देखा गया है। गोवा में चक्रवाती तूफान से भारी नुकसान की खबर है। सड़कों पर कई जगह पेड़ गिर गए हैं। भारी पेड़ गिरने से सड़क किनारे खड़ी कार डैमेज हो गई है। गोवा के तट पर तेज हवाओं के साथ-साथ मूसलाधार बारिश भी हो रही है।

चक्रवाती तूफान तौकते ने ढाया कहर, अब तक कर्नाटक में 4 और केरल में 2 की मौत

मुंबई से भी आज रविवार को इसके होकर गुजरने की आशंका है। ऐसे में बीएमसी ने सैकड़ों कोविड मरीजों को सुरक्षित स्‍थानों पर भेज दिया है। चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर गुजरात में हाई अलर्ट जारी किया गया है। सूरत जिले के तकरीबन 40 गांवों और ओलपाड तहसील के 28 गांव को अलर्ट किया गया है।

चक्रवाती तूफान के अलर्ट के चलते सूरत हजीरा से भावनगर के बीच चलने वाली रो-रो फेरी को 17-18 मई के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं, सौराष्ट्र के पोरंबदर के 30 गांव में अलर्ट जारी है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, माना जा रहा है कि ये चक्रवाती तूफान तौकते गुजरात के वेरावल और पोरबंदर के बीच मांगरोल के पास तट से टकराएगा।

माना जा रहा है कि महाराष्ट्र, केरल और गुजरात के तटों पर तीन दिनों तक इसका असर दिख सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि चक्रवाती तूफान के दौरान 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चक्रवाती तूफान तौकते पोरबंदर से लेकर भावनगर के महुवा के बीच से होकर गुजरेगा। तूफान की बढ़ती ताकत को देखते हुए राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है।

भारतीय वायुसेना ने भी तौकते से निपटने के लिए अपने 16 मालवाहक विमान और 18 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। वायुसेना ने कहा कि अगले कुछ दिन तटीय इलाकों में कोविड-19 राहत अभियान पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है क्योंकि खराब मौसम की वजह से बाद में इन इलाकों में अभियान प्रभावित हो सकता है।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने तौकते के दौरान क्या करें और क्या न करें की एक सूची जारी की है-

  • अफवाहों पर ध्यान न दें, शांत रहें और घबराएं नहीं।
  • चक्रवात से पहले एहतियात के तौर पर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल फोन को चार्ज रखें।
  • जलरोधक कंटेनरों में दस्तावेज और कीमती सामान रखें।
  • चक्रवात के दौरान सुरक्षा के लिए आवश्यक वस्तुओं के साथ एक आपातकालीन किट भी साथ रखें।
  • मछुआरें समुद्र की ओर नहीं निकलें।
  • चक्रवात के दौरान अपने घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें और बिजली के मेन और गैस की आपूर्ति बंद कर दें।
  • अगर आपका घर असुरक्षित है, तो चक्रवात आने से पहले जल्दी निकल जाएं।
  • राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भी लोगों को उबला हुआ/क्लोरीनयुक्त पानी पीने की सलाह दी।
  • जो लोग बाहर हैं जितनी जल्दी हो सके वे सुरक्षित आश्रय तक पहुंचे।
  • क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें।
  • टूटे बिजली के खंभे और तारो, और अन्य तेज वस्तुओं के लिए सावधान रहें।

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