अचानक कोरोना के आंकड़ों में उछाल, 24 घंटे में 42,105 केस और 3998 मौत

अचानक कोरोना के आंकड़ों में उछाल, 24 घंटे में 42,105 केस और 3998 मौत

भारत में कोरोना महामारी अब फिर से पूराना रूप में लौटता हुआ दिख रहा है। पिछले 24 घंटे में चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना के 42,105 केस दर्ज किए गए हैं। जबकि 3998 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या 4,18,480 हो गई है।

वहीं, इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को 30,093 मामले दर्ज किए गए थे और 374 लोगों की जान गई। मौतों के आंकड़ों में यह उछाल महाराष्ट्र में मौतों का बैकलॉग (पिछला संशोधित आंकड़ा) जोड़े जाने की वजह से सामने आया है।

अब भारत में के 42,105 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 3,12,16,337 हुई। 3,998 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 4,18,480 हो गई है। 36,977 मरीजों के डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज मरीजों की संख्या 3,03,90,687 हो गई है।

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जबकि अभी देश में एक्टीव केस की कुल संख्या 4,07,170 है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 34,25,446 वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 41,54,72,455 हुआ।

वहीं देश में कल कोरोना वायरस के लिए 18,52,140 सैंपल टेस्ट किए गए, कल तक कुल 44,91,93,273 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। भले ही देश के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक 4,18,480 मौतें हुई हैं। पर अमेरिकी रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

अमेरिकन स्टडी में दावा किया गया है कि सरकारी आंकड़ों के 10 गुना अधिक मौतें भारत में हुई हैं। अमेरिकी शोध समूह की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में कोरोना महामारी से 34 से 47 लाख के बीच मौतें हुई हैं। जो कि केंद्र सरकार के आंकड़ों से 10 गुना अधिक है।

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स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में अब तक कोरोना से 4,14,482 लोगों की मौत हुई है, जो दुनिया में तीसरे नंबर पर है। जबकि, अमेरिका में 609000 और ब्राजील में 542000 मौतें हुई हैं। अमेरिकी स्टडी ग्रुप सेंटर ऑफ ग्लोबल डिवेलपमेंट की रिपोर्ट में जो दावा किया गया है, वह अब तक का सबसे ज्यादा है। जो किसी भी संगठन की ओर से बताया गया है।

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सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट की ओर से स्टडी के मुताबिक, इसके लिए सरकारी आंकड़ों, अंतरराष्ट्रीय अनुमानों, सेरोलॉजिकल रिपोर्टों और घरों में हुए सर्वे को आधार बनाया गया है। इस रिपोर्ट की विशेष बात है कि इस रिपोर्ट के ऑथरों में मोदी सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे अरविंद सुब्रमण्यम भी शामिल हैं।

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शोधकर्ताओं का दावा है कि कोरोना से मृतकों की वास्तविक संख्या कुछ हजार या लाख नहीं दसियों लाख है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘द इकॉनमिस्ट’ ने एक रिपोर्ट में जारी किया था और चौंकाने वाले दावे किए थे।

रिपोर्ट में कहा था कि भारत में कोरोना से मौत का वास्तविक आँकड़ा 5-7 गुना अधिक होगा। हालांकि, इस रिपोर्ट को सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया था। पत्रिका ने वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के क्रिस्टोफर लेफलर के एक शोध का हवाला दिया था जिसमें यह सुझाव दिया गया था कि भारत में मौत का वास्तविक आँकड़ा 20 लाख से ज्यादा हो सकता है।


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