इजरायली स्पाइवेयर ‘पेगासस’ (Pegasus) से जुड़ा मामला धीरे-धीरे और गंभीर रूप लेता जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव समेत एक दूसरे मंत्रियों के फोन की भी कथित तौर पर निगरानी में रखे गए। इस सभी के अलावा अप्रैल 2019 में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली सुप्रीम कोर्ट की महिला कर्मचारी और उनके पति को भी जासूसी के निशाने पर रखा गया।
द गार्डियन अखबार के मुताबिक, राहुल गांधी के दो नंबरों को संभावित सर्विलांस के लिए चुना गया था। पेगासस जासूसी की टारगेट लिस्ट में राहुल गांधी के अलावा राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, चुनाव आयोग के पूर्व अधिकारी अशोक लवासा और वायरोलॉजिस्ट गगनदीप कांग का भी शामिल नाम है। चौंकाने वाली बात ये कि मोदी सरकार के दो कैबिनेट मंत्री अश्वनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह को सर्विलांस पर रखा गया था।
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले और उसके कुछ महीनों बाद ही राहुल गांधी के दो नंबर इस लिस्ट में डाले गए थे। इसके अलावा गांधी के कम-से-कम पांच करीबी दोस्त और कांग्रेस के कई नेताओं के फोन भी संभावित टारगेट के लिए चुने गए थे। नए खुलासे की खास बात ये है कि इसमें विपक्षी नेताओं, एनजीओ से लेकर आम आदमी तक के नाम सामने आए हैं।
गार्डियन के मुताबिक, राहुल गांधी ने इस पूरे मामले पर कहा है कि चाहें मेरी या किसी भी विपक्षी नेता की इस तरह की टार्गेटेड सर्विलांस ‘अवैध और खेदजनक’ है। उन्होंने कहा, “अगर आपकी जानकारी सही है और जिस तरह की सर्विलांस का स्तर बताया गया है, वो लोगों की निजता पर हमले के परे है। ये लोकतांत्रिक बुनियाद पर हमला है। इसकी ठीक से जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों की पहचान करके सजा दी जानी चाहिए।”
अब तक जिन पत्रकारों, वकीलों और एक्टिविस्ट्स के नाम निकलकर सामने आए हैं वे इस प्रकार हैं-
- शिशिर गुप्ता, हिंदुस्तान टाइम्स
- प्रशांत झा, हिंदुस्तान टाइम्स
- राहुल सिंह, हिंदुस्तान टाइम्स
- औरंगजेब नक्शबंदी, हिंदुस्तान टाइम्स
- सैकत दत्ता, हिंदुस्तान टाइम्स के पूर्व पत्रकार
- विजेता सिंह, द हिंदू
- मुजम्मिल जलली, द इंडियन एक्सप्रेस
- ऋतिका चोपड़ा, द इंडियन एक्सप्रेस
- सुशांत सिंह, द इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व पत्रकार
- संदीप उन्नीथन, इंडिया टुडे
- एलिजाबेथ रोश, मिंट
- सिद्धार्थ वर्दराजन, द वायर के संस्थापक संपादक
- एम के वेणु, द वायर के संस्थापक संपादक
- स्वाति चतुर्वेदी, द वायर
- रोहिणी सिंह, द वा
- देवीपुरा मित्रा, द वायर
- जे. गोपीकृष्णन, द पायनियर
- प्रांजय गुहा ठाकुर्ता, स्वतंत्र पत्रकार और न्यूजक्लिक
- मनोरंजना गुप्ता, उत्तर-पूर्व में फ्रंटियर टीवी की प्रधान संपादक
- सिद्धांत सिबल, वियॉन
- रुवा सिंह, जम्मू-कश्मीर के स्वतंत्र पत्रकार
- शबिर हुसैन बुच, स्वतंत्र पत्रकार
- इफ्तिखार गिलानी, जम्मू-कश्मीर
- स्मिता शर्मा, इंडिया अहेड
- प्रेम शंकर झा, अर्थशास्त्री और पत्रकार
- अजित साही, स्वतंत्र पत्रकार
- संतोष भारतीय, पत्रकार और पूर्व सांसद
- दीपक गिडवानी. स्वतंत्र पत्रकार
- भूपिंदर सिंह सज्जन, पंजाबी पत्रकार
- जसपाल सिंह हेरन, पंजाबी दैनिक रोज़ाना पहरेदार के प्रधान संपादक
- हसन बाबर नेहरू, वकील और एक्टिविस्ट
- उमर खालिद, जेएनयू छात्र और एक्टिविस्ट (फिलहाल यूएपीए के तहत जेल में)
- थिरुमुरुगन गांधी, एक्टिविस्ट, यूएपीए के तहत गिरफ्तार
- रोना विल्सन, एक्टिविस्ट, यूएपीए के तहत गिरफ्तार
- रुपाली जाधव, यूएपीए के तहत गिरफ्तार
- डेगरी प्रसाद चौहान, एक्टिविस्ट
- लक्ष्मण पंत, एक्टिविस्ट
- पारुल मल्होत्रा, पॉलिटिकल इकोनॉमी एडवाइजर, ब्रिटिश हाई कमीशन
- एस.एन.एम. आब्दी
- झारखंड के रामगढ़ के स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह
(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)
Leave a Reply