विपक्ष के हंगामे से लेकर TMC नेता के निलंबन तक आज संसद में क्या-क्या हुआ?

विपक्ष के हंगामे से लेकर TMC नेता के निलंबन तक आज संसद में क्या-क्या हुआ?

पेगासस जासूसी को लेकर आज चौथे दिन भी मोदी सरकार विपक्ष के निशाना रही। कांग्रेस, डीएमके और शिवसेना के सांसदों ने आज शुक्रवार को भी संसद भवन के बाहर महात्मा गांधी की मूर्ति के पास विरोध-प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आईटी मंत्री की सफाई को नाकाफी बताया।

उन्होंने कहा, ”आईटी मंत्री ने सफाई नहीं दिया। पहले सदन में चर्चा होनी चाहिए। चर्चा के बाद अगर वे रिप्लाई देते, उसको स्टेटमेंट कहते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “अपने आप जो चाहें बोलकर चले जाना। लोकतंत्र में चर्चा होती है फिर लोग बोलते हैं। सदस्यों का सुनकर उसके बाद अगर वे कोई स्टेटमेंट देते तो उसका कोई मूल्य है। वे सभी चीजों को दबाना चाहते हैं और अलोकतांत्रिक तरीके से चलाना चाहते हैं।”

वहीं, उन्होंने कृषि कानूनों के मुद्दे पर कहा, “हमने नरेंद्र सिंह तोमर को बताया कि 3 कानूनों में क्या कमियां हैं। एक ही मकसद है कि तीनों कानून वापस लेकर, सबसे चर्चा करके किस ढ़ंग से कौन से कानून ला सकते हैं। उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी शोषण करती थी आज अदानी, अंबानी जैसे बड़े लोग जमींदार बनकर बैठेंगे।”

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वहींस कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी पेगासस के मुद्दे पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने खुद के फोन टैप कराए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पर कई सवाल दागे। और उन्होंने ये भी कहा कि गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा दे देना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “पेगासस एक हथियार है, इजरायली सरकार इसे हथियार मानती है, ये हथियार आतंकवादियों और अपराधियों के खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने इस हथियार को हिंदुस्तान की संस्थाओं और लोकतंत्र के खिलाफ प्रयोग किया है। मेरा फोन टैप किया।”

उन्होंने ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “ये यह सिर्फ मेरी निजता का मामला नहीं है, जनता की आवाज पर आक्रमण है। सुप्रीम कोर्ट और राफेल की जांच को रोकने के लिए पेगासस का प्रयोग किया गया। गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और नरेंद्र मोदी पर न्यायिक जांच होनी चाहिए, क्योंकि इसका ऑथराइजेशन पीएम और गृहमंत्री ही कर सकते हैं।

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दूसरी तरफ, तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन को राज्यसभा के मौजूदा सत्र में शेष समय के लिए निलंबित किया गया। उन्होंने कल आईटी मंत्री के हाथों से उनका पर्चा लेकर फाड़ दिया था। इसके अलावा आज कांग्रेस के ए.आर. चौधरी, टी.एन. प्रतापन, आरएसपी के एन.के. प्रेमचंद्रन, सीपीएम के ए.एम. आरिफ, आईयूएमएल के ई.टी. मोहम्मद बशीर ने ‘पेगासस’ को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।

जबकि कांग्रेस के बेनी बेहानन, आप के भगवंत मान और शिअद की हरसिमरत कौर बादल ने कृषि कानूनों पर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। इसके अलावा सीपीआई (एम) के सांसद एलाराम करीम ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत कामकाज को निलंबित करने और ‘पेगासस प्रोजेक्ट’ मीडिया रिपोर्ट पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया।

उल्लेखनीय है कि एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने बताया है कि स्पाइवेयर के माध्यम से हैकिंग के लिए दो मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, तीन विपक्षी नेताओं और एक मौजूदा न्यायाधीश सहित 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल फोन नंबरों को निशाना बनाए जाने की आशंका है।


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