दशहरा के दिन लोग रावण का पुतला दहन कर त्योहार बनाते हैं। लेकिन इस बार भी दशहरा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के कई नेताओं का पुतला दहन किया गया। शुक्रवार को हरियाणा के किसानों ने बेरी के भागलपुरी चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 10 सिर वाला पुतला फुंक कर दशहरा मनाया। इस दौरान किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और कृषि कानून के प्रति अपना रोष जाहिर किया।
इसी प्रकार जयपुर में संयुक्त किसान मोर्चा ने पीएम-सीएम और दूसरे भाजपा नेताओं का पुतला दहन किया। दशहरा पर प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी समेत अन्य भाजपा नेताओं का पुतला दहन किया गया। यहां भी रावण के दस चेहरों की जगह नरेंद्र मोदी और अमित शाह के अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मोहन लाल खट्टर और व्यवसायी मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के फोटो लगाए गए थे। अंबाला में भी कई जगहों पर पुतला दहन किया गया।
किसान मजदूर एकता जिंदाबाद
— Er.Alap Bhai Patel (@alapbhaipatel11) October 16, 2021
15 अक्टूबर 2021 को सोनभद्र जिला में युवा साथियों संग कृषि कानून के विरोध में मोहन भागवत, नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अजय सिंह बिष्ट का पुतला दहन कर के विरोध जताया गया और कृषि कानून (काले कानून) को वापस लेने की मांग की गई। pic.twitter.com/Cj5vxzAMp8
हिंदी में पुतले पर लिखा था- ‘मैं नरेंद्र दामोदरदास मोदी हूं, मैं किसान विरोधी हूं’। किसान मोर्चा के कार्यकर्ता हाथरोई में स्वामी कुमारानंद भवन में इकट्ठे हुए जहां से उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा और केंद्र द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के विरोध में प्रधानमंत्री मोदी और अन्य के खिलाफ नारे लगाते हुए निकले और गवर्नमेंट हास्टल के पास मौजूद शहीद स्मारक तक मार्च निकाला।
हम राम का नहीं,
— Tejveer Singh (@Tveer_13) October 14, 2021
रावन रूपी #मोदी का पुतला दहन कर रहे हैं,
जिसमें हमारा साथ सारा भाईचारा दे रहा है, पिछली बार की तरह सब साथ फूंकते है, #FarmersProtest @Tractor2twitr @Kaur_Mani_ @amanpreetwraich @mandeeppunia1 @himmatsinghgur1 @Kaur0211 @Ramandeep2021 https://t.co/Pk1OXD8H8f pic.twitter.com/EYQf4CZY0P
इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के राज्य संयुक्त सचिव संजय माधव ने कहा, “बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार की भावना को ध्यान में रखते हुए हमने भाजपा, आरएसएस, प्रधानमंत्री मोदी और अन्य को बुराई के प्रतीक के रूप में उनका पुतला जलाया। केंद्र सरकार सभी लोकतांत्रिक मूल्यों को भूल गई है और चुनिंदा व्यापारियों के हित में और किसानों के खिलाफ काम कर रही है।”
दशहरा के दिन आज के वास्तविक रावण किसान, मजदूर और आम जन विरोधी #मोदी सरकार का पुतला दहन🔥🔥🔥🔥#आज_का_रावण_नरेंद्र_मोदी @comredamraram @HansrajMeena @PawanGhadsana @Kisanektamorcha @Ms_Marmat @SatynaraynMeena @Voice_Of_Youth0 @Yogeshkherli pic.twitter.com/h7o3JuLaxt
— कालूराम मीना सवाई माधोपुर (@Kaluram_SWM) October 15, 2021
उत्तर प्रदेश में पहले से रावण की जगह भाजपा नेताओं का पुतला जलाने का कार्यक्रम था। लेकिन योगी सरकार की पुलिस पहले से मुस्तैद थी। ऐसे में अधिकतर जगहों पर पुतला नहीं जलाया जा सका। लेकिन किसानों पुलिस की निगरानी को चकमा देकर धनीपुर ब्लॉक के गांव असदपुर क्याम में मोदी-शाह और योगी के पुतला दिया। पुतला दहन के दौरान भाकियू अराजनैतिक, किसान सभा, क्रांतिकारी किसान यूनियन, बेरोजगार मजदूर किसान यूनियन के कार्यकर्ता मौजूद थे।
हमारे गांव दानीपुर मे किया किसानों के रावण मोदी का पुतला दहन. pic.twitter.com/nKOZpYOyVq
— Vishal Lochab Farmer (@Vishallochab6) October 15, 2021
बताया जा रहा है कि 16 अक्टूबर यानी आज नई रणनीति के तहत गांवों में व्यापक पुतला दहन का कार्यक्रम रखा गया है। संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक शशीकांत ने बताया ने बताया कि पुलिस द्वारा भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के वरिष्ठ नेता चौधरी गजेंद्र सिंह को सुखरावली में उनके घर पर ही नजरबंद कर लिया है।
हरियाणा के अम्बाला जिले के किसानों ने नरेंद्र मोदी को देश का रावण बताकर किया पुतला दहन ! pic.twitter.com/4T4o7aeAmX
— News Network 24×7 (@24x7_network) October 15, 2021
सुखरावली गांव में ही क्रांतिकारी किसान यूनियन के गोकुल करण को भी उनके घर पर पुलिस ने पहुंचकर नजरबंद कर लिया है। आखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष सूरजपाल उपाध्याय को फरीदपुर, जवां में नजरबंद कर लिया गया। अन्य किसान संगठनों के पदाधिकारियों को भी नजरबंद कर लिया गया था।
कांग्रेस शासित राज्य छत्तीशगढ़ में भी रावण की जगह नेताओं का पुतला जलाया गया। यहां पखांजूर इलाके के सितरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री समेत छत्तीसगढ़ के नेताओं का पुतला दहन किया गया। यहां के लोगों ने इन सभी पर किसान और आदवासी विरोधी होने का आरोप लगाया। जब पुतला जलाया जा रहा था तब 68 गांव के लोग जमा हुए थे। कार्यक्रम का आयोजन सर्व आदिवासी समाज ने किया था।
इस दौरान सर्व आदिवासी समाज द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और आदित्यनाथ योगी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह के अलावा केदार कश्यप व धरमलाल कौशिक का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन के दौरान जमा हुए बेठिया सर्किल के ग्रामीणों ने बताया कि लखीमपुर में किसानों के साथ हुई घटना को लेकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अब तक चुप हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री, मंत्री के बेटे को बचाने की कोशिश में लगे हैं। ये दोनों किसान विरोधी है। वहीं, सिलगेर को उन्होंने कहा कि यहां भी बघेल सरकार भी गोली चलाने का आदेश देने वाले पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। हसदेव अरण्य को बचाने फतेहपुर से तीन सौ किमी पैदल यात्रा कर रायपुर पहुंचे लोगों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात तक नहीं की। छत्तीसगढ़ में 5वीं अनुसूची व पेशा कानून को लेकर आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं।
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