पैगंबर मोहम्मद का विवादित कार्टून बनाने वाले लार्स विल्क्स की सड़क हादसे में मौत, गाड़ी में लग गई आग

पैगंबर मोहम्मद का विवादित कार्टून बनाने वाले लार्स विल्क्स की सड़क हादसे में मौत, गाड़ी में लग गई आग

पैगंबर मोहम्मद साहब के विवाद कार्टून बनाने वाली स्वीडिश कलाकार लार्स विल्क्स की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। विल्क्स ने अपने विवादित कार्टून में एक कुत्ते का शरीर बनाया था और उस पर पैगंबर मोहम्मद साहब का सिर लगाया था। विल्क्स एक पुलिस वाहन में सवार थे जिसकी दक्षिणी स्वीडन के मारकरद शहर में एक ट्रक से टक्कर हो गई।

इस हादसे में दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हुआ है जबकि ट्रक के ड्राइवर को भी गंभीर चोटें आई हैं। विल्क्स की उम्र 75 साल थी और पैगंबर मोहम्मद साहब का कार्टून बनाने के बाद उन्हें कई बार धमकियां मिली थीं। उनकी जान के खतरा को देखते हुए पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।

विल्क्स की मौत के बाद पुलिस की ओर से एक बयान जारी किया गया है जि समें कहा गया है कि इस बात की जानकारी नहीं हो सकी है कि ये टक्कर कैसे हुई। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच से लगता है कि इसमें और किसी की भूमिका नहीं थी।

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समाचार एजेंसी एएफपी को पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, ” इस मामले की किसी दूसरी सड़क दुर्घटना की तरह जांच की जा रही है। इसमें दो पुलिसवालों की भी मौत हुई है। इसकी जांच अभियोजक दफ्तर की विशेष शाखा को सौंपी गई है।”

पैगंबर मोहम्मद का विवादित कार्टून बनाने वाले लार्स विल्क्स की सड़क हादसे में मौत, गाड़ी में लग गई आग

पुलिस का कहना है कि इस मामले में किसी तरह की साजिश का कोई संदेह नहीं है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विल्क्स पुलिस की जिस गाड़ी में सवार थे वो बहुत तेज रफ्तार में दौड़ रही थी।

‘अफटोनब्लैडेट’ नाम के अखबार के मुताबिक, एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ये माना जा रहा है कि विल्क्स की कार का संतुलन बिगड़ गया और वे तेज रफ्तार में सड़क के दूसरी तरफ आ गए। तभी सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई। हादसे के बाद गाड़ी में आग लग गई।

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इसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए आपातकालीन विभाग के वाहन मौके पर पहुंचे। दरअसल, साल 2007 में विल्क्स ने जो कार्टून बनाया था, उसकी पूरी दुनिया में भर्त्सना की गई थी। तब स्वीडन के तत्कालीन प्रधानमंत्री फ्रेडरिक रेनफेल्ड ने हालात को सामान्य करने के लिए 22 मुसलमान देशों के राजदूतों से मुलाकात की थी।

हालांकि, आगे चलाकर साल 2015 में विल्क्स पर गोलियां चलाई गईं। यह तब हुआ था जब कोपनहेगन में अभिव्यक्ति की आजादी पर हुई एक बहस में शामिल होने के लिए वे पहुंचे थे। हमला होने के बाद विल्क्स ने कहा था कि शायद हमले का निशाना वही थे। तब हमले में एक फिल्म डायरेक्टर की मौत हो गई थी।


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