कुंभ: एक ही किट से जांच किए 700 सैम्पल, अब तक 4 लाख कोरोना रिपोर्ट निकला फर्जी

कुंभ: एक ही किट से जांच किए 700 सैम्पल, अब तक 4 लाख कोरोना रिपोर्ट निकला फर्जी

उत्तराखंड में आयोजित कुंभ मेले में शामिल होने वालों क के लिए कोरोना टेस्ट रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया था। निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही मेले में जाने की इजाजत थी। लेकिन हरिद्वार में हुए इस कुंभ के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों की ओर से फर्जी कोविड टेस्ट सर्टिफिकेट इस्तेमाल किए गए। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ा खुलासा ने कहा है कि उसने प्रारंभिक जांच में पाया है कि मेले में दिखाए गए चार लाख रिपोर्ट नकली थे यानी फेक तरीके से बनवाए गए थे।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि उनसे 1600 पन्नों को जांच रिपोर्ट में से कुछ को देखा है। इससे इस बात का खुलासा हुआ है कि एक निजी एजेंसी की ओर से एक लाख जाली कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट जारी किए गए थे। टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक अधिकारी के हवाले लिखा है कि उदाहरण के तौर पर देखे तो एक फोन नंबर के जरिए 50 से अधिक लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया है।

कुंभ: एक ही किट से जांच किए 700 सैम्पल, अब तक 4 लाख कोरोना रिपोर्ट निकला नकली

अधिकारी के मुताबिक, “एक एंटीजन टेस्ट किट में एक यूनिक नंबर होता है, जिसका इस्तेमाल सिर्फ एक बार के लिए ही किया जा सकता है। पर एक एंटीजन टेस्ट किट के जरिए 700 लोगों के सैंपल की जांच की गई। जांच कराने के लिए जो नाम और पता दिए गए वो भी काल्पनिक थे।” एक रिपोर्ट के अनुसार, हरिद्वार के हाउस नंबर पांच से करीब 500 सैंपल लिए गए, तो सवाल यह उठता है कि आखिर एक घर में क्या 500 लोग रह रहे थे। पते भी विचित्र दिए गए हैं जैसे हाउस नंबर 56 अलीगढ़, हाउस नंबर 76 मुंबई।

ये भी पढ़ें: कांग्रेस शासित राजस्थान में मवेशियों को लेकर जा रहे 2 लोगों पर हमला, एक की मौत

अधिकारी ने आगे बताया, “जो फोन नंबर इस्तेमाल किए गए वो भी फर्जी थे। क्योंकि कानपुर, मुंबई, अहमदाबाद समेत 18 अन्य जगहों के लिए एक ही नंबर का इस्तेमाल किया गया।” कुंभ मेला के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर का कहना है कि जांच एजेंसी को दो निजी प्रयोगशालाओं में सैंपल जमा कराने थे। फिलहाल, दोनों लैब की जांच की जा रही है। वहीं, हरिद्वार के डीएम ने सी .रविशंकर ने कहा कि फिलहाल जांच की जा रही है और एजेंसियों के लंबित भुगतान को अगली सूचना तक के लिए रोक लगा दी गई है।

कुंभ: एक ही किट से जांच किए 700 सैम्पल, अब तक 4 लाख कोरोना रिपोर्ट निकला नकली

खबर के मुताबिक, जांच में पाया गया कि सैंपल कलेक्ट करने के लिए एजेंसी ने जिन लोगों को रखा था उनमें 200 राजस्थान के रहने वाले थे जो डाटा एंट्री ऑपरेटर थे। सैंपल लेने के लिए सैंपल कलेक्शन करने वाले व्यक्ति को वहां जाना पड़ता है। पर जांच के क्रम में जब रजिस्टर्ड सैंपल कलेक्शन एजेंट से संपर्क किया गया तो उनमें से 50 फीसदी से अधिक राजस्थान के निवासी थे जो छात्र और डाटा एंट्री ऑपरेटर थे।

ये भी पढ़ें: बड़ी संख्या में फर्जी कोरोना टेस्ट सर्टिफिकेट लगाकर लोगों ने की कुंभ यात्रा

इतना ही नहीं एक सैंपल कलेक्शन एजेंट जो हनुमानगढ़ राजस्थान का रहने वाला है। और सराकारी स्किल डेवलपमेंट सेंटर में ट्रेनिंग ले रहा है। जब उससे बात की गई तो उसने बताया कि वह कभी कुंभ मेला में शामिल हुआ ही नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच में अभी और भी खुलासे होंगे। गौरतलब है कि कुंभ मेला 2021 का शुभारंभ 1 अप्रैल हो हुआ था। और कोविड-19 की दूसरी लहर आने के चलते इसका समापन्न वक्त पहले यानी 30 अप्रैल को कर दिया गया था।

कुंभ: एक ही किट से जांच किए 700 सैम्पल, अब तक 4 लाख कोरोना रिपोर्ट निकला नकली

कोरोना के चलते कुंभ मेले का समय चार महीने से घटाकर एक महीना कर दिया गया था। हालांकि, भारी संख्या में शाही स्नान के बाद लोग संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद से बदइंतेजामी को लेकर सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। इतना ही नहीं आगे चलकर दर्जनों साधु-संतों का कोरोना के मौत होने का मामला सामने आया था। उन सभी की मौत कुंभ के लौटने के कुछ दिनों बाद हुए थे।


(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम और इंस्टाग्राम पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.