हरियाणा के करनाल होने वाली किसानों की महापंचायत शुरू हो गई है। भाकियू के किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी मंच पर पहुंच गए हैं। किसानों ने आज मंगलवार को लघु सचिवालय का घेराव की योजना बनाई है जिसक देखते हुए करनाल में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस औक अर्धसैनिक बलों की लगभग 40 कंपनियां तैनात की गई हैं।
जिले में सोमवार से धारा-144 लागू कर दी गई। इसके अलावा करनाल, जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल और पानीपत में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर आज रात12 बजे तक रोक लगा दी गई है। ऐसे में खबर पूरी से बाहर नहीं आ पा रही हैं।
मंच पर पहुंचे किसान नेता गुरनाम चढूनी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कोई किसान उपद्रव न करें। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि पुलिस की ओर से सभी नाके हटाए जा रहे हैं, कहीं भी किसी को रोका नहीं जाएगा।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि किसान शांतिपूर्वक तरीके से करनाल की अनाज मंडी में पहुंचे। उन्होंने किसानों से कहा कि किसी ने भी उपद्रव नहीं करना है। रास्ते में पुलिस रोके तो मानवता का परिचय देना है।
चढूनी ने आगे कहा कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्वक रहेगा। अगर किसी ने कोई गड़बड़ की तो आंदोलन टूट जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस का मैसेज आया है कि सभी बैरिकेट हटाए जा रहे हैं। किसी को रोका नहीं जा रहा है। पंचायत में ही सभी फैसले लिए जाएंगे।
वहीं, करनाल महापंचायत को लेकर हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि अगर किसान शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते हैं तो किसी को कोई दिक्कत नहीं है। आंदोलन की जरूरत नहीं है क्योंकि तीन कृषि कानून अभी लागू ही नहीं हैं।
करनाल महपंचायत में भाग लेने के लिए हरियाणा के साथ ही पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी किसान पहुंचे हैं। बलड़ी बाइपास, अग्रसेन चौक, अंबेडकर चौक, बस स्टैंड, नमस्ते चौक, आइटीआई चौक, सेक्टर-6 चौक, हांसी रोड, चिढ़ाव मोड, काछवा रोड स्थित पिंगली चौक के पास पुलिस का भारी पहरा लगाया गया है।
योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि लगभग 20 किसान महापंचायत में पहुंचे हैं। ट्वीट में लिखा है, “लगभग 20 हजार किसान साथी करनाल में महापंचायत करने के लिए पहुंच गए हैं, किसानों के आने का सिलसिला अभी भी जारी है। किसान साथियों की यह भीड़ किसानों के मन में सरकार के प्रति नाराज़गी का एक उदाहरण है। आज किसान खट्टर सरकार से अपने ऊपर हुए दमन का ज़वाब मांगने आया है।”
लगभग 20 हजार किसान साथी करनाल में महापंचायत करने के लिए पहुच गए हैं, किसानो के आने का सिलसिला अभी भी जारी है।
— Swaraj India (@_SwarajIndia) September 7, 2021
किसान साथियों की यह भीड़ किसानो के मन में सरकार के प्रति नाराज़गी का एक उदाहरण है। आज किसान खट्टर सरकार से अपने ऊपर हुए दमन का ज़वाब मांगने आया है।#Karnal pic.twitter.com/hT1qgCm3tJ
कल गुरनाम चढूनी ने एक वीडियो मैसेज जारी कर किसानों से भारी संख्या में करनाल महापंचायत में आने की अपील की थी। उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त को पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किए थे जिसमें दर्जों किसान गम्भीर रूप से घायल हो गए थे।
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