कंगना रनौत ने फिर से कोरोना को मामूली फ्लू बताया है। वह इन दिनों मनाली में हैं और अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता रही हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि कोरोना इंसान काफी कमजोर और अंदर से तोड़ देता है। वह पिछले दिनों कोविड 19 पॉजिटिव हो गई थी। हालांकि, अब वो होम आइसोलेशन में रहकर रिकवर हो गईं। रिकवरी के बाद उन्होंने कोरोना को लेकर अपना अनुभव साझा किया है। उनका कहना है कि कोरोना झूठी रिकवरी की उम्मीद देता है और इसी के चलते लोग मर रहे हैं।
कंगना ने बताया कि टेस्ट निगेटिव होने के दो दिन बाद जब वो घर से बाहर निकलीं तो फिर से खुद को बीमार महसूस करने लगी और फिर बिस्तर पर पहुंच गई थीं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा “आम सर्दी जुकाम की तरह ही मेरा कोरोना का अनुभव रहा। लेकिन रिकवरी में जो चीजें हुईं, वो मैंने पहले कभी महसूस नहीं की थीं। अक्सर हमने देखा है कि बचपन से ही हम कभी भी जब बीमार हों, मुझे तो बहुत पीलिया हुआ था, फिर बहुत ज्यादा एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें मैं डेढ़ साल बेड पर थी, मेरी टांग टूट गई थी, तो हमने हमेशा देखा है कि इस तरह की दुर्घटना से जब हमारा शरीर रिकवर होने लगता है तो वह रिकवर होता चला जाता है। फिर चाहे कम समय में हो या फिर ज्यादा समय में। लेकिन कोरोना में मैंने जो शॉकिंग चीज महसूस की, वह यह कि ये आपको फाल्स रिकवरी देता है।”
उन्होंने कहा, “मेरा टेस्ट निगेटिव आने के एक-दो दिन में ही मुझे ऐसा लगने लगा था कि मैं 100 फीसदी ठीक हो चुकी हूं। मैं कोई भी काम कर सकती हूं। फिर चाहे वह वर्कआउट हो, एक्टिंग शिफ्ट हों या फिर दोस्तों के साथ काम हो, बातें करना हो। मुझे लगने लगा था कि मैं पहले जिस क्षमता से करती थी, अब भी उसी क्षमता से ये सब काम कर सकती हूं। लेकिन वह एक फाल्स रिकवरी थी। जैसे ही मैं घर से निकली या फिर कुछ करने की कोशिश की तो पता चल रहा है कि मैं फिर से बीमारी की शिकार हो जा रही हूं। फिर से बिस्तर पर पहुंच जा रही हूं। ऐसा लग रहा है जैसे बिस्तर से उठा ही नहीं जा रहा। हल्का गला दर्द होना भी शुरू हो गया है और ऐसा लग रहा है कि लगभग बुखार भी आना शुरू हो गया है।”
कंगना ने आगे बताया, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये वायरस जेनेटिकली मॉडिफाइड है, ट्रीटेड है। क्योंकि ये हमारे शरीर के अंदर होने वाले डैमेज (ऑर्गन फेल, ब्रेन फॉग, हार्ट अटैक आदि) के खिलाफ इसके नैचुरल रिस्पॉन्स को म्यूट कर देता है। ये एक झूठी रिकवरी की उम्मीद देता है और इसी के चलते अचानक से लोग ऑर्गन फेलियर या सांस संबंधी समस्या से मर जा रहे हैं। इसलिए जितना जरूरी कोरोना से लड़ना है, उतना ही ज्यादा जरूरी रिकवरी पीरियड भी है।”
एक्ट्रेस ने कहा,”मुझे लगता है कि आपके निगेटिव आने के बाद यह वायरस शरीर में असली काम करने लगता है। कई डॉक्टर्स और कोरोना पेशेंट्स से बातचीत के आधार पर मैं यही कहना चाहूंगी कि रिकवरी पीरियड को नजरअंदाज मत कीजिए। अपनी स्ट्रीमिंग भी चालू रखिए। लेकिन रेस्ट बहुत जरूरी है। आइए इस वायरस को मात देते हैं। थैंक यू। जय हिंद।”
उल्लेखनीय है कि कंगना रनौत ने 8 मई को खुद के कोविड पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी। योग मुद्रा में अपनी एक पूरानी तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था, “मैं बीते कुछ दिनों से थकान और कमजोरी महसूस कर रही थी। आंखों में हल्की जलन भी हो रही थी। हिमाचल जाने का सोच रही थी, इसलिए कल कोरोना टेस्ट कराया, आज रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैंने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है। मुझे कोई आइडिया नहीं था कि यह वायरस मेरे शरीर में पार्टी कर रहा था। अब मुझे पता चल गया है तो मैं इसे ध्वस्त कर दूंगी।” उन्होंने सोशल मीडिया पर ही इसके 10 दिन बाद यानी 18 मई को बताया था कि उनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आ गया है। 20 मई को वे मुंबई से मनाली रवाना हो गई थीं।
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