कैसे हुई NTPC-RRB परीक्षा में धांधली? बुधवार को भी जमकर कटा बवाल

कैसे हुई NTPC-RRB परीक्षा में धांधली? बुधवार को भी जमकर कटा बवाल

बिहार में रेलवे भर्ती बोर्ड की NTPC परीक्षा में धांधली को लेकर अभ्यर्थियों ने आज बुधवार को भी जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। छात्रों का प्रदर्शन बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। छात्रों ने कई जगहों पर पर आजनी की और कुछ ट्रेनों में आग लगा दी। इससे पहले कल पटना, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर,आरा, बक्सर में बवाल किया था और रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था।

पुलिस ने सीतामढ़ी में तो तोडफ़ोड़ और पथराव कर रही भीड़ को हवाई फायरिंग कर हटाया था। रेलवे ने बुधवार सुबह छात्रों के विरोध-प्रदर्शन के बाद एनटीपीसी और ग्रुप डी (श्रेणी-1) की परीक्षाएं स्थगित की घोषणा की थी। इसके बाद भी बुधवार को भी RRB और NTPC में व्याप्त धांधली के विरोध में पूरे बिहार में छात्रों का आक्रोश उबाल पर है।

गया में भी आज छात्रों ने जमकर बवाल काटा। गया रेलवे स्टेशन परिसर में चलती ट्रेन पर जहां छात्रों ने जमकर पथराव किया। वहीं, दूसरी ओर आक्रोशित छात्रों ने यार्ड में खड़ी पैसेंजर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया। धू-धू कर जल रही ट्रेन की बोगियों में लगी आग को बुझाने के लिए फायर बिग्रेड की टीम पहुंचने वाली है।

भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद तो है लेकिन आक्रोशित छात्रों के सामने उग्र छात्रों पर से पुलिस का नियंत्रण टूटता दिख रहा है। उग्र छात्रों ने कई ट्रेनों को निशाना बनाया है। श्रमजीवी एक्सप्रेस को भी छात्रों ने भारी क्षति पहुंचाई है। हालांकि, दूसरी तरफ कई जगहों पर छात्र रेलवे ट्रैक्स पर गणतंत्र दिवस मनाते दिखे।

उधर, रेल मंत्रालय ने रेलवे की दोनों परीक्षा (गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों और रेलवे भर्ती बोर्ड की लेवल-1 ) पर फिलहाल रोक लगा दी है। रेल मंत्रालय ने एक कमेटी गठित की है जो परीक्षा में पास हुए स्टूडेंट और फेल किए गए स्टूडेंट की बातों को सुनेंगे।

विवाद का कारण

दरअसल, इंडियन रेलवे ने साल 2019 में ऐन लोकसभा चुनाव के पहले NTPC के माध्यम से 35,308 पोस्टों के लिए और ग्रुप D के लिए लगभग 1 लाख 3 हजार पोस्टों के लिए आवेदन मंगाया था। फरवरी-मार्च में छात्रों ने फॉर्म भरा। अप्रैल-मई में मोदी सरकार दूसरी बार सत्ता में आ गई। जुलाई तक परीक्षा कराए जाने की संभावित जताई गई थी। पर साल 2019 में परीक्षा नहीं ली गई।

हालांकि, साल 2021 में परीक्षा हुई और साल 2022 में CBT-1 (NTPC) का रिजल्ट घोषित किया गया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि आवेदन नोटिफिकेशन में यह बात लिखी गई थी कि रेलवे बोर्ड CBT-1 (NTPC) में 20 गुना रिजल्ट देगा, लेकिन इन्होंने एक छात्र को पांच जगह गिना। इससे यह तो हुआ कि छात्र को 20 गुना रिजल्ट दिया। वास्तविकता में रेलवे बोर्ड ने मात्र 10-11 गुना रिजल्ट दिए है।

कुछ अभ्यर्थियों का कहना है कि NTPC ने जो रिजल्ट जारी की है, उसमें पांच लेवल जनरेट किया गया है। जिसके मुताबिक, किसी का पांचों लेवल में रिजल्ट है तो किसी का चार में और किसी का तीन में और किसी का अच्छा खासा नंबर होने के बावजूद एक में भी रिजल्ट नहीं है।

कैसे हुई NTPC-RRB परीक्षा में धांधली? बुधवार को भी जमकर कटा बवाल

छात्रों की मांग है कि रेलवे ‘वन स्टूडेंट-वन रिजल्ट’ जारी करे। छात्रों का कहना है कि पिछले बार की परीक्षा भी एकल परीक्षा हुई थी, लेकिन उस समय सीटों का बंटवारा मेन्स में हुआ था जबकि इस बार सीट का बंटवारा प्री में ही करके अच्छे प्रतिभागियों को बाहर कर दिया गया है।

छात्रों का आरोप है कि रेलवे के ऐसा करने के कारण परीक्षा देने वाले छात्र गुड्स गार्ड और स्टेशन मास्टर जैसे पदों के लिए क्वॉलीफाई नहीं कर सकते हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि पहली गलती तो सरकार ने ये किया कि इंटरमीडिएट वाले में ग्रेजुएशन वाले को बैठा दिया। यहां तक तो हमने बर्दाश्त किया पर जब रिजल्ट आया तो कट ऑफ अलग-अलग निकाल दिया। जबकि पहले नोटिफिकेशन में यह लिखा था कि सबका रिजल्ट एक होगा।


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