शहद है अमृत, जानें इसके फायदे, नुकसान और उपयोग का सही तरीका

शहद है अमृत, जानें इसके फायदे, नुकसान और उपयोग का सही तरीका

प्राचीन काल से शहद का इस्तेमाल होता आ रहा है। मधुमक्खियों द्वारा फूलों के रस से बनाया गया शहद एक तरल पदार्थ है। इसे मधुमक्खियों द्वारा कई चरणों में काफी लम्बी प्रक्रिया के बाद तैयार किया जाता है।

आयुर्वेद में शहद को अमृत समान माना गया है। छोटे बच्चों से लेकर वृद्ध सभी के लिए फायदेमंद है। नियमित रुप से शहद खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है।

शहद हर रूप में आपके लिए फायदेमंद है। लेकिन शहद खरीदते वक्त इस बात की जरूर जांच कर लें कि शहद असली है या मिलावटी। क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो तो हो सकत्व है जो शहद आप खा रहे हैं वो मिलावटी हो।

आपको बता दें कि मिलावटी शहद खाने से आपके सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं। इसलिए जांच जरूर करें। असली शहद काफी गाढ़ा होता है और पानी में डालने पर यह आसानी से घुलता नहीं है बल्कि तली में जाकर जम जाता है जबकि नकली शहद पानी में जल्दी घुल जाता है।

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शहद में पोषक तत्व

शहद में कई पोषक तत्व पाएं जाते हैं। इसमें खनिजों और विटामिन का भंडार है। शहद में मुख्य रुप में फ्रक्टोज पाया जाता है। इसके अलावा इसमें राइबोफ्लेविन, विटामिन बी-6, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-सी, नायसिन और एमिनो एसिड भी पाए जाते हैं। एक चम्मच शहद में लगभग 64 कैलोरी और 17 ग्राम शुगर (फ्रक्टोज, ग्लूकोज, सुक्रोज एवं माल्टोज) होता है। शहद में फैट, फाइबर और प्रोटीन बिल्कुल भी नहीं होता है।

शहद का औषधीय गुण

अनगिनत बीमारियों के इलाज में शहद उपयोगी मानी जाती है। खासकर त्वचा में निखार लाने में, वजन कम करने, पाचन ठीक रखने, इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने आदि के लिए शहद का प्रयोग होता है। शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जिसकी वजह से घाव को भरने में या चोट से जल्दी आराम दिलाने में मदद करता है।

शहद को चाहे तो रोजाना एक से दो चम्मच सीधे तौर पर खा सकते हैं या फिर इसे दूध में ले सकते हैं। वजन कम करने के लिए लोग खाली पेट हल्के गुनगुने पानी के साथ शहद का सेवन करते हैं। वजन बढ़ाना हो तो ठंडे पानी मे शहद पीते हैं। कुछ लोग हल्के गुनगुने पानी और शहद के मिश्रण में नींबू मिलाकर भी सेवन करते हैं।

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शहद के फायदे

खांसी से आराम: अगर आपकी खांसी काफी दिनों से है और वह ठीक नहीं हो रही है तो आप शहद का इस्तेमाल करें। यह खांसी से आराम दिलाने की असरदार घरेलू दवा है। शहद में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण संक्रमण को बढ़ने से रोकते हैं। साथ ही यह कफ को पतला करती है जिससे कफ आसानी से बाहर निकल जाता है।

खासतौर पर जिन लोगों को सूखी खांसी होती है उसके लिए शहद बहुत ही अच्छा है। आपको करना बस इतना है कि रात में सोने से पहले हल्के गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर उसे पी जाना है। आप चाहे तो अदरक और शहद से तैयार पेय को भी पी सकते हैं। ये खांसी से आराम दिलाने में कारगर है।

कटने या जलने पर: त्वचा का कट जाना, छिल जाना या इर जल जाने पर शहद का उपयोग करें। शहद में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण जले हुए हिस्से को जल्दी ठीक करता है। बस उस जगह पर थोड़ी सी शहद लगा दें।

वजन कम करने में मददगार: चूंकि शहद में वसा बिल्कुल भी नहीं होता है। इसलिए यह वजन को नियंत्रित रखने के साथ साथ शरीर के कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है। इसलिए नियमित रूप से शहद का सेवन करें अगर आपको अपना वजन कम करना है। इसके लिए आपको रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास हल्के गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करना है। इसे पीने के आधे से एक घंटे तक कुछ भी न खाएं। आप चाहे तो इस मिश्रण में आधे नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

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रोग प्रतिरोधक क्षमता: शहद में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट दिल के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं और दिल से जुड़ी कई तरह की बीमारियों से बचाव करता है।

इसके अलावा शहद का मुख्य काम शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है। इम्युनिटी पॉवर मजबूत करता है। जिससे कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है। शरीर की इम्युनिटी क्षमता बढ़ाने के लिए रोजाना एक से दो चम्मच शहद को हल्के गुनगुने दूध में मिलाकर पिएं।

जख्म के लिए लाभदायक: शहद में मौजूद तत्वों फ्लेवोनॉयड, फेनोलिक एसिड और लैसोजाइम में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को रोकते हैं और क्षतिग्रस्त ऊतकों और कोशिकाओं की मरम्मत करने का काम करता है। जिससे घाव जल्दी ठीक हो जाती है। जहां घाव है वहां शहद लगा दें और अगर घाव में जलन भी हो रही है तो शहद में गुलाबजल मिलाकर लगा लीजिए।

गले की खराश: शहद खांसी और सर्दी-जुकाम से तो आराम दिलाती ही है साथ ही अगर आपका गला बैठ गया है या गले में खराश हो तो भी आप शहद का सेवन करके आराम पा सकते हैं। इसके लिए आपको एक चम्मच अदरक के रस में एक से दो चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करना है।

कब्ज से राहत: शहद शरीर में फ्रक्टोज के अवशोषण को कम करती है इस वजह से आप इसका उपयोग कब्ज़ को दूर करने में कर सकते हैं। यह कब्ज़ से आराम तो दिलाएगा ही साथ ही यह पेट फूलने से भी आराम दिलाती है। इसके लिए आपको रोजाना रात में सोने से पहले एक गिलास हल्के गुनगुने दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करना है।

त्वचा के लिए फायदेमंद: धूप में रहने से हमारी त्वचा खराब हो जाती है। जिससे चेहरे की चमक कम हो जाती है। लेकिन जब शहद है फिर क्या डर है। चेहरे की चमक बढ़ाने के लिए आप शहद से तैयार फेसपैक का इस्तेमाल करें। कई तरह का फैसपैक बना सकते हैं।

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आप चाहे तो शहद और नींबू, शहद और दूध, शहद और केला एवं शहद और योगर्ट से तैयार फेसपैक लगा सकते हैं, जो भी आपके चेहरे को सूट करता हो उसे यूज़ करे। रुखी त्वचा वालों के लिए आप एक चम्मच शहद लें और इसे त्वचा के रुखे हिस्से पर लगाएं। 15-20 मिनट तक इसे सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। इसे एक हफ्ते में कम से कम तीन बार जरूर करें।

बालों के लिए फायदेमंद: बालों में अगर आपके रूखापन है तो आपके बाल तेजी से झड़ने लगेंगे। अगर आप बालों में शहद का उपयोग करते हैं तो यह बालों की सुन्दरता को बढ़ा देगी। शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण बालों के लिए फायदेमंद है। यह फ्री रेडिकल को हटाती है और ज्यादा देर तक धूप में रहने से या किसी हानिकारक केमिकल से बालों को होने वाले नुकसान को रोकती है। शहद से बालों को पोषण मिलता है।

इसके लिए आपको दही के साथ शहद को मिलाकर हेयर मास्क बना लेना होगा फिर इसे बालों पर लगाएं। इसके अलावा आप चाहे तो शहद और अंडे से बना हेयर मास्क भी लगा सकते हैं। या फिर शहद और एलोवेरा का मिश्रण भी बालों में लगा सकते हैं। ये आपके बालों में चमक के साथ-साथ बालों को बढ़ने में मदद करेगा।

मुंहासे के लिए उपयोगी: शहद में मौजूद जायलोज और सुक्रोज, वाटर एक्टिविटी को कम करता है और बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं। इस वजह से शहद मुहांसे दूर करने में काफी उपयोगी माना गया है। आपको रात में सोने से पहले शहद की थोड़ी सी मात्रा लेकर सीधे मुंहासे पर लगाना है और सुबह इसे ठंडे पानी से धो लेना है।

शहद के नुकसान

शहद खाने के अगर फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी है खासकर तब जब आप इसके सेवन से जुड़ी सावधानियां को नहीं अपनाते। अगर आप ज़रुरत से अधिक मात्रा में या गलत चीजों के साथ शहद मिलाकर खाते हैं तो आपको शहद के नुकसान को भी झेलने पड़ सकता है। इसलिए इसके फायदे के साथ ही नुकसान को भी जान लेना जरूरी है।

पराग कणों से एलर्जी: शोध के अनुसार जिन लोगों को पराग कणों से एलर्जी होती है, अगर वे शहद का उपयोग करते हैं तो उनकी एलर्जी और भी अधिक बढ़ सकती है।

संवेदनशील त्वचा: अगर आपकी त्वचा बहुत संवेदनशील है तो इसे कभी भी सीधे तौर पर शहद न लगाएं। आप इसे गुलाब जल या दूध में मिलाकर ही लगाएं।

अनियंत्रित ब्लड शुगर: डायबिटीज के मरीजों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या डायबिटीज के मरीज शहद का सेवन कर सकते हैं? या चीनी की बजाय शहद का सेवन कर सकते हैं। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिन लोगों का डायबिटीज नियंत्रण में है वे खाने के तौर पर शहद का सेवन कर सकते हैं।

शहद के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे डायबिटीज से होने वाली समस्याओं से बचाव होता है। लेकिन इस बात का ध्यान भी रखना जरूरी है कि अगर आपका शुगर लेवल अनियंत्रित रहता है तो फिर शहद के सेवन से परहेज करना होगा। इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान आप इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। अगर आप शहद का सेवन औषधि के रुप में करना चाहती हैं तो स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार करें। अन्यथा इसका सेवन न करें।

गर्म पानी के साथ सेवन: बहुत अधिक गर्म पानी में या फिर पानी में शहद मिलाकर खौलाना बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि ये विरुद्ध आहार की श्रेणी में आता है। याद रखें हमेशा हल्के गुनगुने पानी या सामान्य तापमान वाले पानी के साथ ही शहद का सेवन करें।

अब आप शहद के फायदे और नुकसान से काफी हद तक परिचित हो चुके हैं। इसका प्रयोग उसी तरह से कीजिए जैसा बताया गया है। अपना और अपनों के सेहत का ध्यान रखें।


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