आर्थराइटिस का ही एक प्रकार ओस्टियोआर्थराइटिस है। इसमें जोड़ों में अकड़न महसूस होती है। साथ ही जोड़ों का कार्टिलेज भी खराब होने लगता है। जिसके कारण जोड़ों में इतना दर्द बढ़ जाता है कि उठना बैठना भी मुश्किल पड़ जाता है। ऐसे में अगर शुरुआत में ही सतर्कता बरती जाए तो समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है। डॉक्टर के सलाह और दवाइयों के साथ अगर कुछ घरेलू उपाय अपनाएं जाएं तो इन समस्या से निजात पाया जा सकता है।
साथ ही अपने जीवन में कुछ सतर्कता और दिनचर्या में कुछ नियमों को शामिल कर लेने से इन समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। जैसे नियमित रूप से दूध का सेवन करना, सुबह उठकर व्यायाम करना, संतुलित आहार का सेवन करने से लेकर वजन को संतुलित करना। इसके अलावा मालिश करना और जोड़ों में चोट न लगे इसका ध्यान रखना साथ ही रोजाना धूप में बैठना तो शामिल है ही। साथ ही कुछ और भी घरेलू उपाय हैं।
सेंधा नमक (Rock Salt)
जैसा कि मालूम होगा कि सेंधा नमक के अंदर मैग्निशियम मौजूद होता है। इसलिए ये न केवल सूजन को दूर करता है बल्कि जोड़ों के दर्द में भी राहत पहुंचाता है। ऐसे में सेंधा नमक के पानी से जोड़ों पर सेकाई करने से आराम मिलता है। इसके लिए आपको बस नहाने के पानी में सेंधा नमक को मिला देना है। उसके बाद 10 से 15 मिनट तक उस पानी में प्रभावित हिस्से को डुबोकर बैठ जाएं। ऐसा करने से आपको दर्द में राहत मिलती है।

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अदरक (Ginger)
अदरक के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है। इससे ओस्टियोआर्थराइटिस से होने वाले दर्द को कम करने के साथ-साथ सूजन में भी राहत पहुंचाता हैं। आप अदरक की बनी चाय का सेवन करें या फिर अदरक को पानी में उबालें और ठंडा कर इसका सेवन करें।
हल्दी (Turmeric)
कहते हैं हल्दी हर दर्द की दवा है। हल्दी के अंदर करक्यूमिन यौगिक मौजूद होता है। यह दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करता है। आप हल्दी का उपयोग दूध में या फिर काली मिर्च के साथ कर सकते हैं।
सेकाई (Foment)
जहां कहीं भी दर्द हो वहां अगर गर्म और ठंडे पानी से सेकाई की जाए तो दर्द के साथ-साथ सूजन में भी आराम मिलता है। गर्म पानी से सेकाई करने पर जोड़ों की अकड़न दूर हो जाती है। वहीं ठंडे पानी से सेकाई करने पर जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। इसके लिए दो जार में पानी लें। एक में गर्म पानी और एक में ठंडा पानी। अब किसी भी टॉवेल या फिर सूती कपड़े लें। और पहले गर्म पानी से उस जगह पर सेकाई करें फिर ठंडे पानी से। इससे आपको बहुत राहत महसूस होगी।

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ग्रीन टी (Green Tea)
ग्रीन टी के अंदर भरपूर मात्रा में एंट्री इन्फ्लेमेटरी गुड और पॉलिफिनॉल्स होता है। यह भी दर्द और सूजन से राहत दिलाता है। ग्रीन टी के उपयोग से जोड़ों के कार्टिलेज को स्वस्थ रखा जा सकता है। इसलिए ग्रीन टी का सेवन रोजाना करें।
विटामिन डी (Vitamin D)
जोड़ों का दर्द हो या फिर ऐंठन या फिर सूजन इन सब को दूर करने में विटामिन डी बेहद जरूरी तत्व है। ऐसे तो विटामिन डी की कमी धूप के माध्यम से पूर्ति किया जा सकता है। इसके अलावा डॉक्टर विटामिन डी के सप्लीमेंट्स भी लेने की सलाह देते हैं। दरअसल आज की भाग दौड़ की जिंदगी में धूप में बैठने का टाइम नहीं मिल पाता इसलिए आप सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं। क्योंकि विटामिन डी जोड़ों के कार्टिलेज को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है और ओस्टियोआर्थराइटिस को रोकता है।
नोट: यह एक सामान्य जानकारी है। यह लेख किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर है।
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