फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को ड्रोम क्षेत्र में दौरे के दौरान एक शख्स ने थप्पड़ जड़ दिया। यह वाकया फ्रांस के दक्षिण-पूर्वी इलाके में मंगलवार को पेश आया हुआ। मैक्रॉन यहां एक आधिकारिक दौरे पर वेलेंस शहर गए थे। सोशल मीडिया पर आए वीडियो में देखा जा सकता है वह बैरियर के दूसरी तरफ खड़े लोगों से मिलने के लिए बढ़ते हैं। लोग उनके स्वागत में तालियां बजा रहे होते हैं तभी अचानक एक शख्स लपककर उनके गाल पर थप्पड़ मार देता है।
#BREAKING President Macron slapped by man during trip to southeast France: aide pic.twitter.com/3lVH6F2jRW
— AFP News Agency (@AFP) June 8, 2021
इसके बाद तुरंत ही मैक्रॉन अंगरक्षक उन्हें वहां से दूर खींच लेते हैं। हालांकि, मैक्रॉन शख्स की ओर फिर से जाने की कोशिश करते हैं। देखा जा सकता है कि थप्पड़ मारने वाला शख्स ‘मैक्रोंवाद हाय-हाय’ के नारे भी लगाता है। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, दो लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया गया है। पकड़े गए लोगों से पूछताछ जारी है।
मैक्रॉन को थप्पड़ मारने से कुछ क्षण पहले वे चिल्ला रहे थे- “मॉन्टजोई! सेंट-डेनिस!” यह शब्द कैपेटियन शाही राजवंश द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक मध्ययुगीन युद्ध मातम के जुड़ा है। मोंटजोई सेंट-डेनिस! फ्रांस के साम्राज्य का युद्ध विलाप का कहावत है। यह कथित तौर पर शारलेमेन के पौराणिक बैनर ओरिफ्लेम को संदर्भित करता है, जिसे ‘मोंटजोई” (पुरानी फ्रांसीसी: मुन्जोई; केयर्न) के रूप में भी जाना जाता था।
Two men arrested in France after one of them slapped French Pres. Emmanuel Macron in the face, authorities tell @ABC News. https://t.co/mLUYVbTr3B pic.twitter.com/V756X3hGj5
— ABC News (@ABC) June 9, 2021
‘मोन्टजोई’ शब्द की उत्पती कब और कैसे हुई ये निश्चित तौर पर मालूम नहीं है। यह पहली बार ‘द सॉन्ग ऑफ रोलैंड’ (12 वीं शताब्दी) में दर्ज किया गया। कैथोलिक इनसाइक्लोपीडिया मुताबिक, यह सड़क के किनारे स्थापित पत्थरों या केर्न्स को चिह्नित करने के लिए एक शब्द में उत्पन्न हुआ, देर से लैटिन में मॉन्स जोविस के रूप में जाना जाता है। वहीं, साइक्लोपीडिया के अनुसार, केर्न्स का इस्तेमाल योद्धाओं द्वारा सभा स्थलों के रूप में किया जाता था। यह शब्द उस स्थान के लिए इस्तेमाल किया जाता था जहां योद्धा युद्ध के लिए एकत्र होते थे।

मैक्रॉनको थप्पड़ मारने वाले और उनके साथ आए एक अन्य व्यक्ति सहित 28 वर्षीय दो लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर रखा गया है। मैक्रॉन के सबसे बड़े राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि राष्ट्रपति पर शारीरिक हमला स्वीकार्य नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, “हम उन पर राजनीतिक रूप से हमला कर सकते हैं। लेकिन लोकतंत्र में उनके खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा की निंदा की जानी चाहिए। दरअसल, मैक्रॉन फ्रांस में बुधवार को कोविड -19 प्रतिबंधों में ढील देने से पहले रेस्तरां मालिकों से मिलने के लिए उस क्षेत्र में गए थे। उल्लेखनीय है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति बीते कुछ दिनों से इस्लाम की आलोचना करने को लेकर सुर्खियों में हैं।
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