कालिंदी कुंज रोहिंग्या कैम्प में लगी आग, 53 झोपड़ियां जलकर खाक, 270 लोग हुए बेघर

कालिंदी कुंज रोहिंग्या कैम्प में लगी आग, 53 झोपड़ियां जलकर खाक, 270 लोग हुए बेघर

दक्षिण-पूर्व दिल्ली के कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन के पास मौजूद रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में बीती रात को आग लग गई जिसमें 53 झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं। अग्निश्मन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार को हुई और दमकल विभाग को आग लगने की सूचना रात के करीब 11 बजकर 55 मिनट पर मिली।

अग्निश्मन के एक अधिकारी ने बताया कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन के पास मदनपुर खादर में घटनास्थल पर दमकल की पांच गाड़ियां भेजी गईं, देर रात तीन बजे आग पर काबू पा लिया गया।

दूसरी तरफ पुलिस ने बताया कि पीसीआर (पुलिस नियंत्रण कक्ष) को रोहिंग्या शिविर में आग लगने की फोन के जरिए जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस मदनपुर खादर के कंचन कुंज में घटनास्थल पर पहुंची। आग को बाद में काबू में कर लिया गया।

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कालिंदी कुंज रोहिंग्या कैम्प में लगी आग, 53 झोपड़ियां जलकर खाक, 270 लोग हुए बेघर

पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) आर.पी. मीणा ने आग की घटना को लेकर कहा, “56 झोंपड़ियां जलकर खाक हो गईं, जिनमें करीब 270 रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे थे। अभी यह पता नहीं लग पाया है कि आग क्यों लगी और उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”

तीन साल पहले भी यहां मौजूद रोहिंग्या कैंप्स में आघ लगी थी। कुछ लोगों का कहना है कि यह आग सिलिंडर फटने से हुई। लेकिन कुछ लोगों का आरोप है कि आग जान-बूझकर लगाया गया। क्योंकि जिस कैम्प में आग लगी है वह तीन साल पहले यहीं कुछ दूरी पर मौजूद था।

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तीन साल पहले आग लगने के बाद इस कैंप को यहां शिफ्ट किया गया था। लेकिन एक बार फिर आगजनी की घटना हुई है। बार-बार आज लगने की बारदात के चलते ही लोगों शक है कि आग लगाई गई होगी। हालांकि, जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि असल कारण क्या था।

इससे पहले मार्च महीने दक्षिणी बांग्लादेश के रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में आग लग गई थी जिसमें हजारों रोहिंग्या शरणार्थी बेघर हो गए थे। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश से लाखों विस्थापित रोहिंग्या मुस्लिम अलग-अलग देश में शरण लिए हुए हैं। ये लोग बड़ी संख्या में साल म्यांमार से भागकर जान बचाने के लिए अलग-अलग जगहों पर गए थे।


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