दक्षिण-पूर्व दिल्ली के कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन के पास मौजूद रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में बीती रात को आग लग गई जिसमें 53 झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं। अग्निश्मन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार को हुई और दमकल विभाग को आग लगने की सूचना रात के करीब 11 बजकर 55 मिनट पर मिली।
दिल्ली के कंचनकुंज के रोहिंग्या बस्ती में आग लगने से सब कुछ खाक हो गया, मैं दिल्ली में नहीं हूँ लेकिन ये तस्वीरें देखने के बाद बहुत तकलीफ है। पूरी बस्ती के अंदर एक सामान भी सही सलामत नही बचा है।
— Zeeshan Ahmad Khan (@ZeeshanKhan7001) June 13, 2021
मेरी तमाम सियासी जमातों तमाम NGOs और सामाजिक कार्यकर्ताओं से गुज़ारिश है (1/2) pic.twitter.com/ykk61Y7s96
अग्निश्मन के एक अधिकारी ने बताया कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन के पास मदनपुर खादर में घटनास्थल पर दमकल की पांच गाड़ियां भेजी गईं, देर रात तीन बजे आग पर काबू पा लिया गया।
दूसरी तरफ पुलिस ने बताया कि पीसीआर (पुलिस नियंत्रण कक्ष) को रोहिंग्या शिविर में आग लगने की फोन के जरिए जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस मदनपुर खादर के कंचन कुंज में घटनास्थल पर पहुंची। आग को बाद में काबू में कर लिया गया।
ये भी पढ़ें: हत्या की पैरवी करने का इनाम, BJP ने सूरजपाल अमू को बनाया प्रदेश प्रवक्ता

पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) आर.पी. मीणा ने आग की घटना को लेकर कहा, “56 झोंपड़ियां जलकर खाक हो गईं, जिनमें करीब 270 रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे थे। अभी यह पता नहीं लग पाया है कि आग क्यों लगी और उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”
तीन साल पहले भी यहां मौजूद रोहिंग्या कैंप्स में आघ लगी थी। कुछ लोगों का कहना है कि यह आग सिलिंडर फटने से हुई। लेकिन कुछ लोगों का आरोप है कि आग जान-बूझकर लगाया गया। क्योंकि जिस कैम्प में आग लगी है वह तीन साल पहले यहीं कुछ दूरी पर मौजूद था।
दिल्ली: रोहिंग्या शरणार्थियों के कैम्प में लगी भीषण आग, मौके पर मौजूद दमकल कर्मी आग बुझाने का प्रयास कर रहे हैं…
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) June 12, 2021
अल्लाह इनकी जान व माल की हिफाज़त फरमा: आमीनpic.twitter.com/1V5pvxLpDt
ये भी पढ़ें: आयशा सुल्ताना राजद्रोह केस को लेकर आपस में भिड़े BJP नेता, 15 ने दिया इस्तीफा
तीन साल पहले आग लगने के बाद इस कैंप को यहां शिफ्ट किया गया था। लेकिन एक बार फिर आगजनी की घटना हुई है। बार-बार आज लगने की बारदात के चलते ही लोगों शक है कि आग लगाई गई होगी। हालांकि, जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि असल कारण क्या था।
इससे पहले मार्च महीने दक्षिणी बांग्लादेश के रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में आग लग गई थी जिसमें हजारों रोहिंग्या शरणार्थी बेघर हो गए थे। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश से लाखों विस्थापित रोहिंग्या मुस्लिम अलग-अलग देश में शरण लिए हुए हैं। ये लोग बड़ी संख्या में साल म्यांमार से भागकर जान बचाने के लिए अलग-अलग जगहों पर गए थे।
(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम और इंस्टाग्राम पर भी फॉलो कर सकते हैं।)
Leave a Reply