रूसी हमले के दौरान यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट में लगी आग

रूसी हमले के दौरान यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट में लगी आग

यूक्रेन के आपातकालीन सेवा ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि रूसी और यूक्रेनी बलों के बीच तीव्र लड़ाई के दौरान यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट जेपोरजिया के छह रिएक्टरों के पास आग लग गई है। यह पावर प्लांट दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन में है। यूक्रेन का कहना है कि रूस के लगातार हमले के चलते आग लगी है। लेकिन गोलीबारी के कारण आग बुझाने में दिक्कत हो रही है।

जेपोरजिया के स्थानीय प्रशासन के प्रमुख ने कहा है कि जेपोरजिया पावर प्लांट सुरक्षित है। फेसबुक पर एलेक्जेंडर सतारुख ने एक लाइन की पोस्ट लिखी है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा है कि इनरहोडार मेंजेपोरजिया पावर प्लांट के निदेशक से बात की है और उन्होंने सुरक्षा को लेकर आश्वस्त किया है।

एलेक्जेंडर सतारुख ने लिखा है, ”जेपोरजिया पावर प्लांट के निदेशक ने आश्वस्त किया है कि अभी स्थिति नियंत्रण में है।” इससे पहले यूक्रेन के अधिकारियों ने रूसी हमले के कारण परमाणु दुर्घटना की आशंका जताई थी।

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बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में परमाणु सुरक्षा विशेषज्ञ ग्राहम एलिसन ने कहा कि अगर आग लगी रही तो परमाणु दुर्घटना हो सकती है। उन्होंने कहा कि 1986 में जिस तरह से चेर्नोबिल आपदा हुई थी उसी तरह रेडिएशन का स्तर बढ़ेगा और सालों तक रहेगा।

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। ग्राहम एलिसन ने कहा कि रूसी बल प्लांट को ऑफलाइन करने की कोशिश कर रहे होंगे ताकि पूरे इलाके में बिजली बाधित हो सके।

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वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की ने परमाणु प्लांट पर हमले के बाद आपातकालीन मदद की अपील की है। उन्होंने परमाणु आपदा के खतरे की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, ”यूरोप के लोग अब जग जाएं!”

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि रूसी बल जानबूझकर परमाणु पावर प्लांट को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने 1986 में चेर्नोबिल परमाणु हादसा का हवाला देते हुए कहा कि जेपोरजिया के छह रिएक्टरों में कोई अनहोनी हुई तो इसके नतीजे और बुरे होंगे। जेलेंस्की ने कहा, ”यूरोप के लोग प्लीज जग जाएं। आप अपने नेताओं से कहिए कि रूसी बल यूक्रेन के परमाणु प्लांट पर हमला कर रहे हैं।”

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जेलेंस्की ने आगे कहा कि वह अमेरिका, ब्रिटेन और EU के नेताओं के संपर्क में हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी बात इंटरनेशनल टॉमिक एनर्जी एजेंसी से भी हुई है। उन्होंने कहा कि यूरोप के लोग अपने नेताओं को जगाएं। उन्होंने आगे जोड़ा कि रूसी प्रॉपेगैंडा ने अतीत में दुनिा परमाणु राख से ढक जाएगी और यह चेतावनी अब सच होती दिख रही है।

उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक रफाइल ग्रोसी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति और उनके टीम से बात की है। IAEA ने प्लांट के आसपास सैन्य अभियान रोकने की अपील की है। IAEA ने कहा कि रिएक्टर तक आग पहुँची तो यह गंभीर रूप से ख़तरनाक होगा।

हालांकि, प्लांट के पास रेडिएशन के स्तर में कोई बदलाव नहीं हुआ है पर रूसी हमले के कारण चिंताएं बढ़ गई हैं। IAEA ने कहा है कि प्लांट के भीतर जरूरी उपकरण अब भी काम कर रहे हैं। यूक्रेन ने IAEA से कहा है कि परमाणु प्लांट में आग से ज़रूरी उपकरण प्रभावित नहीं हुए हैं। प्लांट के कर्मी जरूरी कदम उठा रहे हैं।

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अमेरिका की ऊर्जा मंत्री जेनिफर ग्रानहोल्म ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है। ट्वीट में कहा है कि उन्होंने यूक्रेन के जेपोरजिया न्यूक्लियर प्लांट में आग लगने को लेकर यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री से बात की है। जेनिफर ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी परमाणु इंसिडेंट रेस्पॉन्स टीम को सक्रिय करने का फ़ैसला किया है।

ग्रानहोल्म ने कहा कि परमाणु प्लांट के पास रूसी सैन्य अभियान बेहद लापरवाह कदम है और यह खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय, अमेरिकी न्यूक्लियर रेग्युलेटरी कमिशन और व्हाइट हाउस के साथ पूरे घटनाक्रम की निगरानी की जा रही है। अमेरिकी ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अभी रेडिएशन के स्तर में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।


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