गौरक्षा के नाम पर एक और हत्या, लकवाग्रस्त पिता और 3 बहनों को देखने वाला अब कोई नहीं

गौरक्षा के नाम पर एक और हत्या, लकवाग्रस्त पिता और 3 बहनों को देखने वाला अब कोई नहीं

गौरक्षा के नाम पर एक और हत्या का मामला सामने आया है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के मुरादपुर गांव के पास एक युवक पर बीते दिन हमला किया गया। 20 वर्षीय युवक पर गुंडों ने तब हमला किया जब वे मंगलवार तड़के करीब 3 बजे वाहन में अपने दुधारू मवेशी को लेकर जा रहे थे। उनकी इतनी बुरी तरह पिटाई की गई कि कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।

पुलिस का कहना है कि हत्या का मामला दर्ज किया गया और आरोपियों की तलाश जारी है। पूछताछ के लिए पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। मृतक की पहचान थन्ना मंडी तहसील के राजधानी गांव निवासी एजाज डार पुत्र अफजल डार (20) के रूप में हुई है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को स्वयंभू गौरक्षकों के एक गिरोह ने एजाज अहमद डार पर हमला किया और पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी।

गौरक्षा के नाम पर एक और हत्या, लकवाग्रस्त पिता और 3 बहनों को देखने वाला अब कोई नहीं

क्लेरियन इंडिया के मुताबिक, राजौरी पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी जहांगीर अहमद ने बताया, “एजाज अहमद डार अपने मवेशियों को एक जगह से दूसरी जगह ले जा रहे थे, तभी असामाजिक तत्वों का एक समूह रास्ते में आ गया और उनकी पिटाई कर दी जिससे उनकी मौत हो गई।” पुलिस का कहना है कि यह एक सांप्रदायिक घटना प्रतीत होती है क्योंकि आरोपी गौरक्षक हैं।

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पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। उन सभी पर एफआईआर की धारा 302 (हत्या), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 336 (दूसरों की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना), 147 (दंगा), 148 (दंगा, घातक हथियारों से हमला) के तहत केस दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने कुछ लोगों को तलब किया है लेकिन असली दोषियों को गिरफ्तार करना अभी बाकी है।”

रिश्तेदारों का कहना है कि एजाज डार मंगलवार को तड़के 3 बजे एक दुधारू मवेशी (भैंस) को खरीदकर वाहन से घर ला रहे थे, तभी कुछ गौरक्षों ने उन्हें मुरादपुर गांव के पास रोक लिया और हमला कर दिया। एजाज के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आई थीं। घटना के बाद एजाज को सरकारी मेडिकल कालेज राजौरी ले जाया गया, जहां से उन्हें जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया गया, पर उनकी वहां मौत हो गई।

मृतक के चचेरे भाई मुदसिर नज़र ने बताया कि एजाज और एक अन्य व्यक्ति सोमवार शाम को दूसरे गांव से मिनी ट्रक में भैंस लाने के लिए घर से निकले थे। जब ऐजाज और उसका ड्राइवर रात का खाना खाने के बाद भैंस के साथ वहां से निकले तो गौरक्षकों के एक समूह ने उन पर पत्थरों से हमला कर दिया।

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उन लोगों ने वहां से जान बचाकर भागने की कोशिश की लेकिन बीएसएफ कैंप के पास सड़क पर स्पीड ब्रेकर से टक्कर खा गए जिसके बाद गौरक्षक गुंडों ने उन्हें पकड़ लिया। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एजाज के सिर पर लगे चोट को देखा जा सकता है। उनका पूरा शरीर काला दिख रहा है।

मृतक एजाज के पिता मुहम्मद अफजल ने कहा कि हम अपने बेटे की जघन्य हत्या के लिए न्याय और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। मृतक अपने पीछे बीमार पिता जो लकवा के मरीज हैं। उनकी माँ अलावा तीन जवान बहने भी हैं। घर में कोई कमाना वाला नहीं।

राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इनके माता-पिता और बहनों की तस्वीर साझा किया है और राज्य के उप-राज्यपाल मनोज सिंहा से मदद की अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया है कि राजौरी में गौरक्षकों द्वारा 20 वर्षीय व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर देने की खबर सुनकर स्तब्ध हूं।

उन्होंने कहा कि वह अपने पीछे लकवाग्रस्त पिता और तीन बहनों को छोड़ गए हैं। ऐसी चीजें पहले जम्मू-कश्मीर में अनसुनी थीं। मनोज सिन्हा जी आपसे निवेदन है कि आप सुनिश्चित करें कि दोषियों को दंडित किया जाएगा और उनके परिवार का ध्यान रखा जाए।


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