किसानों के ‘भारत बंद’ का दिखने लगा असर, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

किसानों के ‘भारत बंद’ का दिखने लगा असर, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में आज ‘भारत बंद‘ का आह्वान किया गया है। 10 घंटे के इस राष्ट्रव्यापी बंद को लगभग सभी विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है। भारत बंद के दौरान किसान आने वाले कुछ घंटों तक चक्का जाम करेंगे। रेलवे लाइनों को भी अवरुद्ध करेंगे।

फिलहाल, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भारत बंद को ध्यान में रखते हुए किसानों से धरनास्थल गाजीपुर बॉर्डर की ओर आने-जाने वाले रास्तों ब्लॉक कर दिया है। वहीं किसानों ने पंजाब-हरियाणा के बीच शंभु बॉर्डर को जाम कर दिया है।

किसान सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक चक्का जाम रखेंगे और विरोध-प्रदर्शन करेंगे। किसानों के भारत बंद को कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियां, आरजेडी, बीएसपी, आप और एसपी सहित देश की लगभग हर विपक्षी पार्टी ने समर्थन दिया है।

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किसानों के 'भारत बंद' का दिखने लगा असर, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

सबसे अधिक भारत बंद का असर उत्तर प्रदेश में दिखा है। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरनगर में छपार और रोहाना टोल पर लगाया जाम दिया है। स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे पर यातायात बंद कर दिया गया है।

भारत बंद का असर सहारनपुर में ट्रेनों के संचालन पर अधिक दिखा। लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस को सहारनपुर में ही रोका दिया गया। अम्बाला की तरफ से आने वाली ट्रेनों को भी रोक दिया गया है। अम्बाला से आगे रोपड में रेलवे ट्रैक पर किसान बैठ गए हैं।

केरल में भी भारत बंद का साफ असर दिख रहा है। यहां की सत्ताधारी एलडीएफ और विपक्षी कांग्रेस ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। पूरे राज्य में सभी शिक्षण संस्थान, दुकानें, दफ्तर बंद रखे गए हैं।

हालांकि, निजी वाहनों की आवाजाही पर रोक नहीं है। लेकिन कुछ इलाकों में जबरन वाहन रोके जाने की खबरें भी मिली हैं। सोमवार को राज्य शिक्षा विभाग ने होने वाले कुछ परीक्षाओं की तारीख भी बदल दी है।

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अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे को जाम कर रखा है। ट्रैफिक यूपी गेट से डायवर्ट किया गया है। शाम 4 बजे प्रदर्शन खत्म होने के बाद इसे खोला जाएगा। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली मेट्रो ने पंडित श्री राम शर्मा स्टेशन के एंट्री-एग्जिट को बंद किया।

हालांकि, भारत बंद के संबंध में किसान नेता राकेश टिकैत ने बयान जारी कर कहा है कि कुछ भी सील नहीं किया गया है। एंबुलेंस, डॉक्टरों सहित सभी आपातकाली सुविधाएं जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि हमने कुछ सील नहीं किया, हम बस संदेश देना चाहते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि आज शाम 4 बजे तक बंद रहेगा। लोगों से अनुरोध है कि लंच के बाद ही निकलें, नहीं तो जाम में फंसे रहेंगे। एम्बुलेंस को, डॉक्टरों को, ज्यादा जरूरतमंदों को निकलने दिया जाएगा। दुकानदारों से भी अपील की है कि आज दुकानें बंद रखें।

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वहीं, एक बयान में 40 से अधिक किसान संगठनों के निकाय एसकेएम ने कहा, “पिछले साल 27 सितंबर, 2020 को राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 3 किसान विरोधी काले कानूनों को मंजूरी दी थी और उन्हें लागू किया था। सोमवार सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक देशभर में पूरी तरह से बंद रहेगा।”

संगठन ने आगे कहा, “किसान यूनियनों ने अपने समर्थकों के साथ ट्रेड यूनियनों समेत, यह सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत योजना बनायी है कि आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर, देशभर में कल जनजीवन निलंबित रहे। यह देश के अन्नदाताओं (किसानों) को समर्थन व्यक्त करने का दिन है, जो सभी भारतीयों को जीवित रखते हैं।”

कांग्रेस ने एक बयान जारी किया है। पार्टी महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस और उसके कार्यकर्ता सोमवार को किसान यूनियन द्वारा आहूत किये गए शांतिपूर्ण ‘भारत बंद’ को अपना पूरा समर्थन देंगे।

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उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘हम अपने किसानों के अधिकार में विश्वास करते हैं और काले कृषि कानूनों के खिलाफ उनकी लड़ाई में हम उनके साथ खड़े रहेंगे। सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों, संगठन प्रमुखों से अनुरोध है कि वे देशभर में शांतिपूर्ण भारत बंद में हमारे अन्नदाता के साथ आएं।’’

कांग्रेस के अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर किसानों को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्र द्वारा जल्दबाजी में बनाए गए तीन कृषि कानूनों से असहमत और दुखी देश के किसान इनकी वापसी की मांग को लेकर लगभग 10 महीने से पूरे देश व खासकर दिल्ली के आसपास के राज्यों में आन्दोल कर रहे हैं और उन्होंने सोमवार को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है जिसके शांतिपूर्ण आयोजन को बसपा का समर्थन।’’

शिवसेना ने समर्थन दिया है। सांसद संजय राउत ने सयुंक्त किसान मोर्चे के बंद का समर्थन करते हुए कहा, “हम मन से उनके साथ हैं। देश में ऐसी परिस्थिति पैदा हुई है कि जो हमारा अन्नदाता है उसने आज भारत बंद का ऐलान किया है। एक साल से ज्यादा का समय हो गया है और किसान आंदोलन कर रहे हैं। सड़कों पर बैठे हैं पुलिस की लाठियां और गोलियां खा रहे हैं।”


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