उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर में एक महंत पर जानलेवा हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने स्वामी नरेश आनंद सरस्वती पर जानलेवा हमला किया और उनकी हत्या करने की कोशिश की।
खबरों के मुताबिक, नरेश आनंद सरस्वती पर हमलावरों ने धारदार हथियार से कई वार किए, जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। बताया गया है कि उनका गला दबाने की भी कोशिश की गई।
Swami Nareshnand, sleeping in the premises of Dasna devi temple in Ghaziabad sustained multiple knife wounds in an attack. Resident of Samastipur in Bihar, Nareshnand had come down for a function on August 7, police says. pic.twitter.com/J9MqGPJCmq
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) August 10, 2021
फिलहाल,महंत को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह वही डासना देवी मंदिर है, जहां कुछ दिनों पहले एक मुस्लिम लड़के के घुसने पर विवाद पैदा हुआ था। इसके बाद मंदिर प्रमुख महंत नरसिंहानंद सरस्वती के आदेश पर परिसर में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।
ये भी पढ़ें: भड़काऊ नारेबाजी मामले में BJP नेता अश्विनी उपाध्याय समेत 6 गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि डासना देवी मंदिर से पुलिस को पेपर कटर मिले हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं के जरिए साधू पर हमला किया गया। मंदिर परिसर के सीसीटीवी बंद पाए गए हैं। इसके अलावा मंदिर परिसर के बाहर तैनात रहने वाली पुलिस को घटना के 15 मिनट बाद इसकी जानकारी अंदर मौजूद किसी शख्स ने दी।
गाजियाबाद पुलिस के एसपी ग्रामीण ने घटना के संबंध में बताया, “आज रात लगभग 3:30-3:45 बजे की घटना है। नरेश आनंद जी हैं, जो कि डासना मंदिर में रुके हुए थे। वे समस्तीपुर बिहार से आए हुए थे किसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने। वो बाहर सोए हुए थे, खुले में। इस दौरान कोई व्यक्ति आया और उन पर कई वार किए। अभी उनकी स्थिति ठीक है, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज कराया जा रहा है। इस मामले में आरोपी कोई जानकार या आसपास का व्यक्ति भी हो सकता है।”
ये भी पढ़ें: सरकारी आदेश पर बोरा बेचने निकला शिक्षक, वीडियो वायरल होने के बाद निलंबित
हालांकि, मंदिर परिसर में यह पहली बार नहीं है जब किसी साधु पर हमला हुआ है। दो महीने पहले ही मंदिर के महंत स्वामी नरसिंहानंद ने दावा किया था कि दो संदिग्ध युवक खुद को हिंदू बताते हुए मंदिर में घुस आए थे। लेकिन सेवादारों ने शक होने पर उन्हें दबोच लिया।
कथित तौर पर दावा किया था कि तलाशी के दौरान आरोपियों के कब्जे से सर्जिकल ब्लेड बरामद किए गए थे। मंदिर महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा था कि आतंकवादी उनकी हत्या करना चाहते हैं और उन्हीं ने ये षड्यंत्र को अंजाम दिया है। पुलिस ने बाद में दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया था।
[प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।]
Leave a Reply