उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक बार फिर गंगा नदी में तैरते शव पाए जाने के बाद हडकंप मच गया है। गंगा का जलस्तर बढ़ते ही शव पानी ऊपर उतराने लगे हैं। सैकड़ों शव रेत के टीले में दफनाए गए थे, लेकिन अब बारिश के बाद ये शव पानी में तैरने लगे हैं।
दरअसल, गंगा का जलस्तर बढ़ने से उन्नाव के बारासगवर में नदी में कटान जारी है। बक्सर श्मशान घाट में नदी के बीच रेत का टीला डूब गया है। टीले पर कटान होने से दफनाए गए शव दूसरे दिन भी बहते दिखें। बताया जा रहा है कि पिछले दो दिनों से गंगा के जलस्तर में 44 सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है।
स्थानीय खबरों के मुताबिक, उन्नाव के बक्सर घाट पर काफी संख्या में सड़े-गले शव और मानव अंगों के अवशेष पानी में उतराते नजर आ रहे हैं। डीएम के निर्देश पर बीघापुर एसडीएम रविवार शाम को श्मशान घाट पहुंचे। लेकिन उन्होंने बताया कहा कि उन्हें तो कोई शव बहते नजर नहीं आए।
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कुछ दिनों पहले तक फतेहपुर और रायबरेली जिले की सीमा पर स्थित बीघापुर के बक्सर श्मशान घाट पर शव दफनाने की जगह नहीं मिल रही थी। जगह की कमी होने पर लोगों ने गंगा नदी के बीच स्थित रेत के टीले पर सैकड़ों शव दफना दिए थे।
आगे चलकर वहां शवों को कुत्ते और दूसरे जंगली जानवरों ने खींचकर इधर-उधर फैला दिया था, जिसके चलते संक्रमण का खतरा बढ़ गया था। रविवार को जलस्तर में कुछ कमी हुई तो कटान और तेज हुआ। मामला सुर्खियों में आया तो बीघापुर एसडीएम दयाशंकर पाठक रविवार दोपहर बाद बक्सर श्मशान घाट पहुंचे।
उन्होंने कुछ देर वहां का निरीक्षण किया और उसके बाद पुलिस चौकी पहुंचे। उन्होंने मीडिया से कहा कि वह श्मशान घाट का निरीक्षण करके आए हैं। उन्हें एक भी शव बहते हुए नहीं दिखा है। पाठक ने बताया कि जिस टीले पर पूर्व में शव दफनाए गए थे वह जलस्तर बढ़ने से डूब गया है।
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मीडियाकर्मी शनिवार को कवरेज करने गए थे। अब पुलिस की ओर से वोट मोटर चालकों को हिदायत दी है कि आसपास बहते शवों की फोटो खींचने आए मीडियाकर्मिंयों की मदद न करें। मंदिर के पीछे सिर्फ एक मोटर बोट को रखा गया है। उसे भी प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यकता होने पर निकालने की हिदायत दी गई है।
बीघापुर तहसील एसडीएम दयाशंकर पाठक ने कहा कि जिस टीले पर शव दफनाए गए थे वह फतेहपुर जिले की बिंदकी तहसील क्षेत्र में आता है। उन्नाव जिले से इसका कोई वास्ता नहीं है। इसकी रिपोर्ट पहले ही उच्चाधिकारियों को दे चुके हैं।
फतेहपुर जिले की बिंदकी तहसील एसडीएम विजय शंकर तिवारी ने बताया कि रेत के जिस टीले पर शव दफनाए गए थे उसका कुछ हिस्सा रायबरेली जिले और कुछ हिस्सा उन्नाव जिले में है। वह भी अपनी रिपोर्ट दे चुके हैं।
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