कॉमेडियन वीर दास ने ऐसा क्या कह दिया जिससे सभी दक्षिणपंथी उनपर पिल पड़े?

कॉमेडियन वीर दास ने ऐसा क्या कह दिया जिससे सभी दक्षिणपंथी उनपर पिल पड़े?

जाने-माने कॉमेडियन और एक्टर वीर दास के खिलाफ मुंबई और दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। भारतीय कॉमेडियन पर आरोप है कि उन्होंने भारत के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। हालांकि, कॉमेडियन ने मंगलवार को कहा था कि उनका इरादा देश का अपमान करने का नहीं था।

फिलहाल, वीर दास अमेरिका में हैं। बीते दिनों उनका एक वीडियो वायरल हुआ जिसके बाद उनके खिलाफ दिल्ली के तिलक मार्ग पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। दूसरी तरफ, बॉम्बे हाई कोर्ट के वकील और बीजेपी-महाराष्ट्र के कानूनी सलाहकार आशुतोष जे. दुबे ने भी अपनी शिकायत की एक कॉपी ट्विटर पर शेयर की है।

उन्होंने लिखा है, “मैंने वीर दास इंडियन कमीडियन के खिलाफ सीपी मुंबई पुलिस और मुंबई पुलिस में अमेरिका में भारत की छवि को खराब करने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई है, जो भड़काऊ है। उन्होंने जान-बूझकर भारत, भारतीय महिलाओं और भारत के पीएम के खिलाफ उकसाने वाले और अपमानजनक बयान दिए।”

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दरअसल, दास ने अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में स्टैंड अप कॉमेडी शो के दौरान एक कविता पढ़ी थी। कविता था- ‘आई कम फ्रॉम टू इंडियाज’; यानी मैं दो भारत से आता हूं। वीर दास ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस वीडियो का सेगमेंट शेयर किया जिसे देख यूजर्स भड़क गए और उन पर भारत का अपमान करने का आरोप लगाया है।

वीर दास के वीडियो पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने गुस्सा जाहिर की है। बीजेपी कार्यकर्ता प्रीति गांधी ने उनके वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “वीर दास आप भारत से है। जहां आप अपने ही देश का अपमान कर जीवन जी रहे हैं। आप उस भारत से हैं जो आपको इस तरह के घिनौने बयान अपमानजनक बातें करने की अनुमति देता है।”

कॉमेडियन वीर दास ने ऐसा क्या कह दिया जिससे सभी दक्षिणपंथी पिल पड़े हैं?

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हालांकि, वीर दास ने वीडियो के संबंध में सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि उनका इरादा देश का अपमान करने का नहीं था बल्कि वो वीडियो में लोगों की सोच को लेकर बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “एक ही विषय के बारे में दो अलग विचार रखने वाले लोगों के बारे में वीडियो में बात हो रही है और ये किसी तरह का कोई रहस्य नहीं है जिसे लोग जानते नहीं है।”

ट्विटर पर एक नोट साझा करते हुए वीर दास ने लिखा है कि उनका इरादा यह याद दिलाने का था कि देश अपने तमाम मुद्दों के बाद भी ‘महान’ है। वीर दास ने आगे कहा है कि लोग भारत को एक उम्मीद के साथ देखते हैं। नफरत के साथ नहीं। लोग भारत के लिए तालियां बजाते हैं इज्जत देते हैं और मुझे अपने देश पर गर्व है। मैं इस गर्व के साथ जीता हूं।

वीर दास की 6 मिनट के वीडियो में उन्होंने देश के कथित दोहरे चरित्र के बारे में बात की है और कोविड-19 महामारी, दुष्कर्म की घटनाओं और हास्य कलाकारों के खिलाफ कार्रवाई से लेकर किसान प्रदर्शन जैसे मुद्दों का जिक्र किया।

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उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो के एक हिस्से को शेयर किया था। खास तौर पर उस हिस्से की जिसमें दास ने कहा था, ”मैं एक ऐसे भारत से आता हूं, जहां दिन मे स्त्री की पूजा होती है और रात में उनके साथ दुष्कर्म होता है।”

उधर, वीर दास के खिलाफ स्वतंत्रता सेनानियों की अपमान करने का आरोप झेल रही अभिनेत्री कंगना रनौत ने मोर्चा खोल दिया है। निशाने पर लेते हुए उन्होंने वीर दास के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कंगना ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर एक लंबी पोस्ट साझा की है जिसमें उन्होंने वीर दास के काम की आतंकवाद से तुलना की है।

कंगना ने लिखा, “जब आप सभी भारतीय पुरुषों को सामूहिक-बलात्कारी के रूप में सामान्यीकृत करते हैं तो यह दुनियाभर में भारतीयों के खिलाफ नस्लवाद को बढ़ावा देता है…चर्चिल ने बंगाल में पड़े अकाल के दौरान मदद करने को लेकर होने वाले विचार-विमर्श के दौरान कहा था कि भारत के लिए कोई भी मदद नाकाफी होगी क्योंकि भारतीय खरगोश की तरह बच्चे पैदा करते हैं। वे इस तरह मरने के लिए बाध्य हैं। उन्होंने भूख के कारण लाखों लोगों की मौत के लिए भारतीयों की प्रजनन क्षमता को ही दोषी ठहराया…पूरी जाति को टारगेट करने वाला ऐसा रचनात्मक कार्य आतंकवाद से कम नहीं है।… ऐसे अपराधियों @virdas के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”

कॉमेडियन वीर दास ने ऐसा क्या कह दिया जिससे सभी दक्षिणपंथी पिल पड़े हैं?

वीर दास की कविता कुछ इस तरह हैं-

मैं एक उस भारत से आता हूँ, जहाँ बच्चे एक दूसरे का हाथ भी मास्क पहन कर पकड़ते हैं, लेकिन नेता बिना मास्क एक-दूसरे को गले लगाते हैं।

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ एक्यूआई 9000 है लेकिन हम फिर भी अपनी छतों पर लेटकर रात में तारे देखते हैं।

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हम दिन में औरतों की पूजा करते हैं और रात में उनका गैंगरेप हो जाता है।

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हम ट्विटर पर बॉलीवुड को लेकर बँट जाते हैं, लेकिन थियेटर के अंधेरों में बॉलीवुड के कारण एक होते हैं।

मैं एक ऐसे भारत से आता हूँ, जहाँ पत्रकारिता ख़त्म हो चुकी है, मर्द पत्रकार एक दूसरे की वाहवाही कर रहे हैं।

और महिला पत्रकार सड़कों पर लैपटॉप लिए बैठी हैं, सच्चाई बता रही हैं।

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हमारी हँसी की खिलखिलाहट हमारे घर की दीवारों के बाहर तक आप सुन सकते हैं।

और मैं उस भारत से भी आता हूँ, जहाँ कॉमेडी क्लब की दीवारें तोड़ दी जाती हैं, जब उसके अंदर से हंसी की आवाज़ आती है।

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ बड़ी आबादी 30 साल से कम उम्र की है लेकिन हम 75 साल के नेताओं के 150 साल पुराने आइडिया सुनना बंद नहीं करते।

मैं ऐसे भारत से आता हूँ, जहाँ हमें पीएम से जुड़ी हर सूचना दी जाती है लेकिन हमें पीएमकेयर्स की कोई सूचना नहीं मिलती।

मैं ऐसे भारत से आता हूँ, जहाँ औरतें साड़ी और स्नीकर पहनती हैं और इसके बाद भी उन्हें एक बुज़ुर्ग से सलाह लेनी पड़ती है, जिसने जीवनभर साड़ी नहीं पहनी।

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हम शाकाहारी होने में गर्व महसूस करते हैं लेकिन उन्हीं किसानों को कुचल देते हैं, जो ये सब्ज़ियां उगाते हैं।

मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ सैनिकों को हम पूरा समर्थन देते हैं तब तक, जब तक उनकी पेंशन पर बात ना की जाए।

मैं उस भारत से आता हूँ, जो चुप नहीं बैठेगा।

मैं उस भारत से आता हूँ, जो बोलेगा भी नहीं।

मैं उस भारत से आता हूँ जो मुझे हमारी बुराइयों पर बात करने के लिए कोसेगा।

मैं उस भारत से आता हूँ, जो लोग अपनी कमियों पर खुल कर बात करते हैं।

मैं उस भारत से आता हूँ, जो ये देखेगा और कहेगा ‘ये कॉमेडी नहीं है… जोक कहाँ है?

और मैं उस भारत से भी आता हूँ,

जो ये देखेगा और जानेगा कि ये जोक ही है। बस मज़ाकिया नहीं है।


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