बर्थ सर्टिफिकेट में पूरा नाम ‘समीर दाऊद वानखेड़े’, अब गोसावी ने खोले कई राज

बर्थ सर्टिफिकेट में पूरा नाम ‘समीर दाऊद वानखेड़े’, अब गोसावी ने खोले कई राज

आर्यन खान ड्रग्स केस पूरी तरह से अब भ्रष्ट्राचार और वसूली की ओर शिफ्ट कर गया है। अब तक कई चौंकाने वाले दावे सामने आए हैं। एक तरफ जहां विजिलेंस विभाग ने NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी तरफ आर्यन के साथ सेल्फी में वायरल हुए शख्स किरण गोसावी ने अपने बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल के दावों पर चुप्पी तोड़ी है।

गोसावी का कहना है कि वे समीर वानखेड़े को नहीं जानते हैं। हालांकि, गोसावी का एक फोटो वानखेड़े की बहन जैस्मिन वानखेड़े के साथ पहले सामने आ चुका है, जिसमें गोसावी ने जैस्मिन को लेडी डॉन कहकर संबोधित किया था। आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीफोन पर हुई बातचीत में गोसावी ने बताया, “मैं 6 अक्टूबर तक मुंबई में था। मुझे जबरदस्ती अपना फोन बंद करना पड़ा, क्योंकि मुझे धमकियों भरे ढेरों कॉल आ रहे हैं।”

गोसावी ने आगे कहा, ” मैं वानखेड़े को नहीं जानता। मैंने उन्हें बस टीवी पर देखा है। मैं एनसीबी की किसी पिछली रेड या एक्शन का हिस्सा नहीं था। मैंने सभी बातें पढ़ने के बाद पंचानामा साइन किया था।”

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उसके बाद उन्होंने बताया, “आर्यन खान ने मुझे उनकी मैनेजर से बात करवाने को कहा था, क्योंकि उनका फोन उस समय उनके पास नहीं था। मेरे पास मेरा फोन था, उन्होंने (आर्यन) मुझसे रिक्वेस्ट की थी कि मैं उनकी बात उनकी मैनेजर या मां-बाप से करवा दूं। मैं प्रभाकर को जनता हूं, उसने मेरे लिए काम किया था, लेकिन उसके इल्जामों का मुझे कोई इल्म नहीं है।”

तथाकथित प्राइवेट डिटेक्टिव ने कहा, “मैं प्रभाकर के टच में 11 अक्टूबर से नहीं हूं। मेरे खिलाफ पुणे में सिर्फ एक पुराना केस रजिस्टर हुआ था, लेकिन अचानक उस पुराने केस पर काम शुरू हो गया। मेरी तलाश का नोटिस जारी हो गया। मेरी जान को खतरा है। मुझे धमकी भी दी गई है कि मुझे जेल में मार दिया जाएगी। आप ही सोचिए, मैं सुरक्षित हूं या नहीं। मेरी समीर वानखेड़े से 6 अक्टूबर के बाद कोई बात नहीं हुई है।”

इतना ही नहीं गोसावी ने कहा कि मैंने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को भी फोन कॉल की जानकारी दी। जिस दिन मनीष भानुशाली को जानकारी आई थी उस दिन हम वहां गए थे। हमारी मुलाकात वहां वी.वी. सिंह सर से हुई थी। वानखेडे सर से बाद में मुलाकात हुई थी।”

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पंचनामा के संबंध में गोसावी ने कहा, “एक पंचनामा मैंने जहाज पर साइन किया था जो कि मुनमुन धनेजा का था। एक पंचनामा मैंने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के दफ्तर में साइन किया था। मुनमुन धनेजा का पंचनामा उसी की हैंडराइटिंग में था। जिस कागज पर मैंने साइन किया था उस पर 10 लोगों के नाम थे।”

फिर उन्होंने बताया, “आर्यन खान ने मुझे जो नंबर दिया पहले वो लगा नहीं। उसके बाद किसी सैम का फोन आया था और उसने कहा मुझे फोन नंबर दो मैं फोन करूंगा। मुझे एनसीबी की कोई जानकारी नहीं थी। आर्यन ने घरवालों का नंबर नहीं दिया था और मैनेजर पूजा का नंबर दिया था। मेरी बात पूजा से नहीं हुई क्योंकि उन्होंने फोन नहीं उठाया था। उसने इनडायरेक्टली मुझे कहा था कि मुझे पैसा दो वरना पंचनामे पर जो साइन किया है उसके बारे में कुछ बोल दूंगा।”

बर्थ सर्टिफिकेट में पूरा नाम 'समीर दाऊद वानखेड़े', अब गोसावी ने खोले कई राज

गोसावी ने कहा, “मैंने जिस आदमी को काम से भेजा था उसको कुछ मेडिकल इशू हो गया जिसके बाद वह खुद वापस आ गया। अगर कोई जांच होगी तो मैं इसका हिस्सा बनूंगा और सामने आऊंगा। जब यह खबर सामने आई थी तब मैंने पुणे पुलिस को कांटेक्ट करने की कोशिश की थी।”

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जैसा कि मालूम है कि गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल ने रविवार को दावा किया था कि वह क्रूज रेड के बाद हुए ड्रामे के समय मौजूद थे। उन्होंने कहा था कि उन्होंने किरण गोसावी और सैम नाम के एक शख्स को एनसीबी के दफ्तर के पास मिलते देखा था।

प्रभाकर ने अपनी बयान में दावा किया कि गोसावी और सैम लोअर परेल गए थे, जहां एक ब्लू कलर की गाड़ी वहां आई थी। उसने यह भी कहा था कि शाहरुख खान की मैनेजर पूजा डडलानी को उस ब्लू गाड़ी में बैठे देखा था।

प्रभाकर के मुताबिक, गोसावी और सैम ने अपनी बातचीत में 25 करोड़ रुपये की मांग की थी, बात नहीं बनी को डिल 18 करोड़ पर तय हुई। बतौर प्रभाकर गोसावी ने तब कहा था कि इस 18 करोड़ में से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को जाएंगे और बाकी बचे पैसे दूसरों में बंटेंगे।

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हालांकि, प्रभाकर सैल आरोपों से NCB टीम इंकार कर रही है। लेकिन, वानखेड़े के खिलाफ एक और मामले खुल गया है। दरअसल, NCP नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने वानखेड़े धर्म को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि वानखेड़े ने जान-बूझकर अपनी जाति और धर्म से जुड़ी जानकारी झुपाई।

मलिक ने ट्विटर पर एक दस्तावेज शेयर किया जिसमें लिखा है, “फर्जीवाड़ा यहीं से शुरू हुआ।” यह दस्तावेज कथित तौर पर समीर वानखेड़े का जन्म प्रमाणपत्र है। बर्थ सर्टिफिकेट के मुताबिक, समीर की माता मुस्लिम थीं। उन्होंने इस तस्वीर के साथ समीर दाऊद वानखेड़े नाम भी लिखा।

हालांकि, वानखेड़े की ओर मलिक के आरोप पर बयान सामने आया है।

उन्होंने सोमवार को एक बयान में कहा, “मैं यह बताना चाहता हूं कि मेरे पिता ज्ञानदेव काचरूजी वानखेड़े 30 जून 2007 को राज्य आबकारी विभाग, पुणे के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के रूप में सेवानिवृत्त हुए। मेरे पिता एक हिंदू हैं और मेरी माँ जाहीदा मुस्लिम थीं।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं सच्ची भारतीय परंपरा में एक समग्र, बहु-धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष परिवार से ताल्लुक रखता हूं। मुझे अपनी विरासत पर गर्व है। इसके अलावा, मैंने 2006 में विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत एक नागरिक विवाह समारोह में डॉ. शबाना कुरैशी से शादी की। हम दोनों ने वर्ष 2016 में विशेष विवाह अधिनियम के तहत सिविल कोर्ट के माध्यम से पारस्परिक रूप से तलाक ले लिया।”

उन्होंने कहा, “बाद में वर्ष 2017 में, मैंने शियामती क्रांति दीनानाथ रेडकर से शादी की। पर मेरे व्यक्तिगत दस्तावेजों को पोस्ट करना एक तरह से मानहानिकारक है। मेरी पारिवारिक गोपनीयता पर अनावश्यक आक्रमण किया जा रहा है।”

फिर उन्होंने कहा, “इसका मकसद मुझे, मेरे परिवार, मेरे पिता और मेरी दिवंगत मां को बदनाम करना है। पिछले कुछ दिनों में माननीय मंत्री के कृत्यों ने मुझे और मेरे परिवार को अत्यधिक मानसिक और भावनात्मक दबाव में डाल दिया है। मैं व्यक्तिगत, मानहानिकारक और निंदनीय हमलों से आहत हूं।”

वहीं, वानखेड़े की दूसरी पत्नी क्रांति रेडकर ने भी उनके सपोर्ट में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, “जब आप लहरों के बहाव के दूसरी तरफ तैरते हैं तो हो सकता है कि आप डूब जाएं, लेकिन अगर भगवान आपके साथ हो तो कोई लहर इतनी बड़ी नहीं होती कि आपका कुछ बिगाड़ सके, क्योंकि सिर्फ भगवान को ही सच पता है। सुप्रभात। सत्यमेव जयते।”


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