एक गुलाब की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू। एक गुलाब रूठी हुई गर्ल फ्रेंड को झट से मनवा देती है। एक गुलाब मां के होठों पर मुस्कान ला देती है। गुलाब की महक, उसके रंग उसकी बनावट पर हर व्यक्ति के लिए अज़ीज़ है। एक तरफ अपनी खुशबू से आस-पास के वातावरण को ख़ुशनुमा कर देती है तो वहीं हमारे तन को भी शीतलता प्रदान करने का काम करता है।
गुलाब में कई आयुर्वेदिक गुण पाएं जाते हैं। गुलाब जल हो या फिर गुलकंद। गुलाब जल जो चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाता है वहीं गुलकंद में विटामिन-सी की सबसे अधिक मात्रा पाई जाती है। जोकि शरीर के लिए एक मज़बूत कवच का काम करती है। तो आइए आज जानते हैं गुलकंद कुछ फायदे।
कब्ज से छुटकारा
बहुत से लोग गैस की समस्या से परेशान रहते हैं और इससे निछुटकारा पाने के लिए खाली पेट एंटी एसिड दवा का भी इस्तेमाल करते हैं। जो अन्य कई बीमारियों को न्यौता देने का काम करती है। ऐसे में भोजन के बाद गुलकंद का नियमित सेवन करने से पेट की गर्मी दूर होती है। साथ ही एसिडिटी के साथ-साथ जलन और पेट दर्द की समस्या से भी राहत मिलती है।
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लू से राहत
जैसा कि अभी मौसम गर्मियों का है। इसमें लू लगने का खतरा रहता है। इसलिए घर से बाहर निकलने से पहले गुलकंद खाएं। इससे लू नहीं लगेगी। गुलकंद की तासीर ठंडी होती है, जो पेट की गर्मी के साथ दिमाग की गर्मी को भी दूर करने का काम करती है। गर्मी से नाक से बहने वाले खून की समस्या भी दूर होगी।
त्वचा पर निखार
रोज़ाना गुलकंद ख़ाने से त्वचा में नमी बनी रहती है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टिीरियल गुण रक्त को साफ करता है, जिससे मुहांसों की समस्या दूर होती है।
सनबर्न से राहत
धूप में बाहर निकलने से सनबर्न के कारण शरीर झुलस जाता है। रोज़ाना गुलकंद के सेवन से आप काफी हद तक इस परेशानी से काबू पा सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता
गुलकंद में विटामिन सी, ई और बी से भरपूर मात्रा में एंटी आक्सिडेंटस पाए जाते हैं। जो सुस्ती, खुजली और हर तरह के दर्द से राहत प्रदान करता है।
आंखों के लिए कारगर
गुलकंद खाने से आंखों में जलन की परेशानी खत्म हो जाती है। इसके अलावा आंखों की रोशनी बढ़ाने और शरीर को शीतलता प्रदान करती है।
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पसीने की समस्या से निजात
गर्मी के मौसम में पसीना आना आम समस्या है। लेकिन इससे भी छुटकारा पाया जा सकता है। बस आपको प्रतिदिन सुबह और शाम गुलकंद का सेवन करना होगा। गुलकंद न सिर्फ शरीर में अधिक पसीना आने से रोकता है बल्कि पसीने की बदबू को भी कम करने का रामबाण इलाज है।
बढ़ाता है भूख
गुलकंद खाने से शरीर में ताकत बढ़ती है और भूख भी नियमित तरीके से लगनी शुरू हो जाती है। इसलिए आपके घर पर कोई ऐसा व्यक्ति या कोई बच्चा है जिसे भूख नहीं लगती उसे गुलकंद जरूर खिलाए।
मूंह के छाले
मुँह के छालों और मसूड़ों की सूजन को दूर भगाता है। इसके अलावा दातों से खून आने की समस्या को भी खत्म करता है।
अब जानते हैं कि घर पर गुलकंद कैसे बनाएं
बनाने की सामग्री:
- 250 ग्राम गुलाब की सूखी पखुड़ियां
- बराबर मात्रा में पिसी हुई मिश्री यां शुगर फ्री चीनी
- एक छोटा चम्मच पिसी हुई छोटी इलायची
- एक छोटा चम्मच पिसी हुई सौंफ
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गुलकंद बनाने की विधि:
सबसे पहले ताज़ी गुलाब की पुखंड़ियों को धो लें और फिर उसे काचं के बर्तन में डाल लें। इसके बाद पिसी हुई मिश्री या फिर अगर आपको शुगर है तो शुगर फ्री चीनी को मिला दें। अब इसमें पिसी हुई सौंफ और पिसी हुई इलायची मिलाकर ढक्कन बंद कर दें और धूप में रख दें।
अब तीन से चार हफ्ते तक रोज़ाना पांच से छः घंटे तक धूप में रखें बीच-बीच में इसे लकड़ी की कलछी से चलाते रहें। सबसे जरूरी बात इसमें अलग से पानी कभी न मिलाएं। मिश्री जो पानी छोड़ेगी, उसी पानी से पखुंड़िया गलेंगी। बस आपका गुलकंद घर पर तैयार।
गुलकंद को कैसे खाएं:
कब्ज के समस्या को दूर करने के लिए गाय के दूध के साथ गुलकंद खाने से काफी फायदा मिलता है। अगर पेट में जलन और गैस की दोनों की समस्या हो तो दिन में दो बार आधा खाना खाने के दौरान गुलकंद लेनी चाहिए।
हल्की कब्ज होने पर सोने से पहले गुलकंद खाकर सो जाएं। अगर ज्यादा कब्ज हो तो खाना खाने के बाद और सोने से पहले गुलकंद ज़रूर लें। बाकी तकलीफों में खाना खाने के एक घंटे बाद गुलकंद का सेवन करें।
गुलकंद के फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी। इसे शुगर के मरीज न खाएं। चीनी की मात्रा अधिक होने के कारण ये बल्ड शुगर को बढ़ा देता है। इसलिए शुगर वाले गुलकंद न खाएं। क्योंकि गुलाब की पंखुड़ियों में भी मिठास होती है। आप शुगर फ्री चीनी मिलाते हैं फिर भी उसमें मिठास होती है। इसलिए शुगर वाले इसका सेवन न करें।
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