विभूति नारायण मिश्रा उर्फ आसिफ शेख ने बनाया रिकॉर्ड, ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में नाम दर्ज

विभूति नारायण मिश्रा उर्फ आसिफ शेख ने बनाया रिकॉर्ड, ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में नाम दर्ज

कॉमेडी सीरियल ‘भाबी जी घर पर हैं’ के विभूति नारायण मिश्रा यानी जाने-माने अभिनेता आसिफ शेख ने टीवी की दुनिया में इतिहास रच दिया है। जी हां, उन्होंने अपने शानदार अभिनय से साबित किया है कि वे टीवी जगत के बेस्ट एक्टर हैं।

विभूति नारायण मिश्रा उर्फ आसिफ शेख ने बनाया रिकॉर्ड, 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' में नाम दर्ज

दरअसल, आसिफ शेख को ‘भाबी जी घर पर हैं’ में 300 अलग-अलग करैक्टर निभाने के लिए ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड’ के खिताब से नवाजा गया है। आसिफ शेख ने इस बात की जानकारी खुद अपने इंस्टा पोस्ट के जरिए अपने फैंस को दी है।

विभूति नारायण मिश्रा उर्फ आसिफ शेख ने बनाया रिकॉर्ड, 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' में नाम दर्ज

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उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा है. “दोस्तों, इसके लिए धन्यवाद। ‘भाभीजी घर पर है’ में 300 अलग-अलग किरदारों को पार किया।” उनके पोस्टपर लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं, फैंस कमेंट कर उनके अभिनय की तारीफ कर रहे हैं।

जैसा कि मालूम है कि आसिफ शेख ‘भाबी जी घर पर हैं’ शो से पिछले 6 सालों से लगातार जुड़े हैं और फैंस को गुदगुदाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। एक मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उन्होंने आज तक लगभग 125 फिल्मों में काम किया है, लेकिन उन्हें सही मायनों में घर-घर में पहचान दिलाने का काम छोटे पर्दे ने ही किया है।

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टीवी पर सालों से लोगों के गुदगुदा रहा टीवी सीरियल‘भाभीजी घर पर हैं’, लोगों को काफी पसंद आता है। आसिफ शेख को लोग सलमान खान और शाहरुख खान की फिल्म ‘करण-अर्जून’ में उनके किरदार के लिए भी याद करते हैं।

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आसिफ शेख ने 1990 में आई फिल्म ‘मुकद्दर का सिकन्दर’ से डेब्यू किया था। उन्होंने सबसे पहले धारावाहिक में शुरुआत ‘हम लोग’ से की थी। उनकी मुख्य भूमिका वाली फिल्म ‘यारा दिलदारा’ 1991 में आई थी। ये फिल्म संगीत निर्देशक जतिन-ललित की पहली फिल्म होने के साथ-साथ गीत ‘बिन तेरे सनम’ के लिए भी याद किया जाता है।

हालांकि, आसिफ को मुख्य अभिनेता के रूप में सफलता नहीं मिली और उन्होने कई फिल्मों में सहायक भूमिकाएं ही अदा कीं जैसे- ‘करन-अर्जुन’ (1995), ‘औजार’ (1997), ‘बंधन’ (1998), ‘प्यार किया तो डरना क्या’ (1998), ‘हसीना मान जाएगीट (1999), ‘कुंवारा’ (2000), ‘जोड़ी नं. 1’ (2001), ‘दिल ने जिसे अपना कहा’ (2004) वगैरह-वगैरह। लेकिन असल पहचान मिली ‘भाभी जी घर पर हैं’ के अपने किरदार विभूति नारायण मिश्रा से। ये कहना गलत नहीं होगा कि हर अलग-अलग किरदार की वजह से शो सुपरहिट है।


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