शरीर में खून की कमी को एनीमिया कहा जाता है। जब हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा कम होने लगती है, तो शरीर के टिश्यूज तक ऑक्सीजन पहुंचने में कठिनाई आने लगती है। जिससे नया खून बनने में अवरुद्ध उत्पन्न हो जाता है। और इसी समस्या को एनीमिया या फिर खून की कमी कहा जाता है। ऐसे में व्यक्ति को थकान और काफी ज्यादा कमजोरी महसूस होती है। ऐसे तो एनीमिया कई तरह के होते हैं, जिनके अलग-अलग कारण हो सकते हैं। यह समस्या अस्थायी या दीर्घकालिक हो सकता है। इसका स्वरूप हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है। ज्यादातर मामलों में, एनीमिया के एक से अधिक कारण होते हैं। इसलिए एनीमिया के लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क की आवश्यकता होती है। आज हम इस लेख में एनीमिया के प्रकार, कारण और लक्षणों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
एनीमिया के प्रकार
- अप्लास्टिक एनीमिया (Aplastic Anemia)
- आयरन की कमी से एनीमिया (Iron Deficiency Anemia)
- सिकल सेल एनीमिया (Sickle Cell Anemia)
- थैलेसीमिया ( Thalassemia)
- विटामिन की कमी से होने वाला एनीमिया (Vitamin Deficiency Anemia)
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एनीमिया के लक्षण
- चक्कर आना।
- थकान महसूस होना।
- बहुत अधिक कमजोरी महसूस होना।
- स्किन का रंग पीला या पीले रंग का धब्बे होना।
- दिल की धड़कनें अनियमित होना।
- सांस लेने में कठिनाई महसूस होना।
- सीने में दर्द।
- हाथ और पैर ठंडे होना।
- सिर दर्द का होना।
बताया जाता है कि शुरुआत में एनीमिया के लक्षण काफी ज्यादा हल्के होते हैं। और इसीलिए इसे समझना काफी मुश्किल होता है। लेकिन धीरे-धीरे यह बढ़ने लगता है जिसके बाद इसके लक्षण भी गंभीर नजर आ सकते हैं।
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एनीमिया के कारण
एनीमिया जन्म के समय मौजूद स्थिति (जन्मजात) या आपके द्वारा विकसित की स्थिति के कारण हो सकता है। यानी कि एनीमिया तब होता है, जब हमारे शरीर में पर्याप्त रेड ब्लड सेल्स नहीं होती है।
- शरीर में पर्याप्त मात्रा में रेड ब्लड सेल का निर्माण नहीं होना।
- अत्यधिक ब्लीडिंग
- रेड ब्लड सेल का नष्ट होना।
- शरीर में आयरन, विटामिन बी-12, फोलिक एसिड की कमी के कारण।
एनीमिया के प्रकार और कारण
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आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
यह सबसे आम तरह का एनीमिया। दरअसल, हमारे बोन मैरो को हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है। शरीर में पर्याप्त आयरन न होने से हमारा शरीर लाल रक्त कोशिकाओं के लिए पर्याप्त हीमोग्लोबिन का उत्पादन नहीं कर पाता है। आयरन की कमी से एनीमिया का व्यक्ति शिकार हो जाता है।
विटामिन की कमी से होने वाला एनीमिया
आयरन के अलावा शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए फोलेट और विटामिन बी-12 की आवश्यकता होती है। इन पोषक तत्वों की कमी होने से शरीर में एनीमिया की शिकायत हो सकती है।
इंफ्लेमेटरी एनीमिया
कुछ बीमारियां जैसे कि कैंसर, एचआईवी / एड्स, गुर्दे की बीमारी, क्रोहन रोग और अन्य पुरानी इंफ्लेमेटरी संबंधी बीमारियां के कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में अवरुद्ध उत्पन्न हो सकता है।
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अप्लास्टिक एनीमिया
यह काफी दुर्लभ और खतरनाक स्वरूप है एनीमिया का। इस स्थिति में हमारा शरीर पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन नहीं करता है। अप्लास्टिक एनीमिया होने के कारणों में इंफेक्शन, कुछ दवाएं, ऑटोइम्यून रोग और जहरीले केमिकल्स के संपर्क में आने के कारण होता है।
बोन मैरो से जुड़ी एनीमिया
ल्यूकेमिया और मायलोफिब्रोसिस जैसी कई तरह की बीमारियां आपके अस्थि मज्जा में रक्त उत्पादन को प्रभावित करती है। जो एनीमिया का कारण बन सकती हैं।
हेमोलिटिक एनीमिया
हेमोलिटिक एनीमिया तब विकसित होता है, जब लाल रक्त कोशिकाएं तेजी से नष्ट होने लगती हैं और अस्थि मज्जा उनकी जगह ले सकता है। कुछ ब्लड डिजीज रेड ब्लड कोशिका को नष्ट करने तेजी से नष्ट करने लगते हैं। यह एक अनुवांशिक एनीमिया हो सकता है।
इसलिए अगर आपको भी एनीमिया के लक्षण दिखते हैं तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। स्वस्थ रहें।
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